Artwork

Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

Dincharya | Shrikant Varma

2:01
 
साझा करें
 

Manage episode 454073585 series 3463571
Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

दिनचर्या | श्रीकांत वर्मा

एक अदृश्य टाइपराइटर पर साफ़, सुथरे

काग़ज़-सा

चढ़ता हुआ दिन,

तेज़ी से छपते मकान,

घर, मनुष्य

और पूँछ हिला गली से बाहर आता

कोई कुत्ता।

एक टाइपराइटर पृथ्वी पर

रोज़-रोज़

छापता है

दिल्ली, बंबई, कलकत्ता।

कहीं पर एक पेड़

अकस्मात छप

करता है सारा दिन

स्याही में

न घुलने का तप।

कहीं पर एक स्त्री

अकस्मात उभर

करती है प्रार्थना

हे ईश्वर! हे ईश्वर!

ढले मत उमर।

बस के अड्डे पर

एक चाय की दुकान

दिन-भर बुदबुदाती है

‘टूटी हुई बेंच पर

बैठा है उल्लू का पट्ठा

पहलवान।’

जलाशय पर अचानक छप जाता है

मछुए का जाल

चरकट के कोठे से

उतरती है धूप

और चढ़ता है

दलाल।

एक चिड़चिड़ा बूढ़ा थका क्लर्क ऊबकर छपे हुए शहर को

छोड़ चला जाता है।

  continue reading

679 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 454073585 series 3463571
Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

दिनचर्या | श्रीकांत वर्मा

एक अदृश्य टाइपराइटर पर साफ़, सुथरे

काग़ज़-सा

चढ़ता हुआ दिन,

तेज़ी से छपते मकान,

घर, मनुष्य

और पूँछ हिला गली से बाहर आता

कोई कुत्ता।

एक टाइपराइटर पृथ्वी पर

रोज़-रोज़

छापता है

दिल्ली, बंबई, कलकत्ता।

कहीं पर एक पेड़

अकस्मात छप

करता है सारा दिन

स्याही में

न घुलने का तप।

कहीं पर एक स्त्री

अकस्मात उभर

करती है प्रार्थना

हे ईश्वर! हे ईश्वर!

ढले मत उमर।

बस के अड्डे पर

एक चाय की दुकान

दिन-भर बुदबुदाती है

‘टूटी हुई बेंच पर

बैठा है उल्लू का पट्ठा

पहलवान।’

जलाशय पर अचानक छप जाता है

मछुए का जाल

चरकट के कोठे से

उतरती है धूप

और चढ़ता है

दलाल।

एक चिड़चिड़ा बूढ़ा थका क्लर्क ऊबकर छपे हुए शहर को

छोड़ चला जाता है।

  continue reading

679 एपिसोडस

Όλα τα επεισόδια

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका

अन्वेषण करते समय इस शो को सुनें
प्ले