Artwork

Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

Kavita | Damodar Khadse

2:57
 
साझा करें
 

Manage episode 395626120 series 3463571
Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

कविता | दामोदर खड़से

समय

जब कहीं

गिरवी हो जाता है

साँसें तब

कितनी भारी हो जाती हैं

आसपास दिखता नहीं कुछ भी

केवल देह दौड़ती है

बरसाती बादलों की तरह

हाँफना भी भुला देती है थकान!

ऐसे में तब तुम

कविता की ताबीज

बाँहों पर बाँध लेना!

एक गुनगुनाहट

छोटे-छोटे छंदों की

फुसफुसाहट

शब्दों की दस्तक

और अपनी आहट

भीतर ही भीतर पा लेना!

कविता,

अँधेरी रातों को

चुभती विसंगत बातों को

देगी एक संदेश

और रह-रहकर

टूटता समय

एक लड़ी बनकर

कभी सीढ़ी बनकर

तुम्हारे सामने

जगमगाएगा

देखते-देखते हर गिरवी पल

तुम्हारा अपना हो जाएगा...

कविता का ओर-छोर

तुम अपने हाथों में

जगाए रखना...!

  continue reading

481 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 395626120 series 3463571
Nayi Dhara Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Nayi Dhara Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

कविता | दामोदर खड़से

समय

जब कहीं

गिरवी हो जाता है

साँसें तब

कितनी भारी हो जाती हैं

आसपास दिखता नहीं कुछ भी

केवल देह दौड़ती है

बरसाती बादलों की तरह

हाँफना भी भुला देती है थकान!

ऐसे में तब तुम

कविता की ताबीज

बाँहों पर बाँध लेना!

एक गुनगुनाहट

छोटे-छोटे छंदों की

फुसफुसाहट

शब्दों की दस्तक

और अपनी आहट

भीतर ही भीतर पा लेना!

कविता,

अँधेरी रातों को

चुभती विसंगत बातों को

देगी एक संदेश

और रह-रहकर

टूटता समय

एक लड़ी बनकर

कभी सीढ़ी बनकर

तुम्हारे सामने

जगमगाएगा

देखते-देखते हर गिरवी पल

तुम्हारा अपना हो जाएगा...

कविता का ओर-छोर

तुम अपने हाथों में

जगाए रखना...!

  continue reading

481 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका