पतंजलि वेलनेस पॉडकास्ट में आयुर्वेद और स्वस्थ जीवन से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए मिलिए श्री आचार्य बालकृष्ण से। यह ऑडियो सीरीज़ पतंजलि द्वारा प्रस्तुत की गयी है और जिसको होस्ट किया है दीप्ति आहुजा, कंटेंट हेड, एचटी स्मार्टकास्ट ने। तो आइए, समझते है कि कैसे आपका रोज़ का जीवन एक बेहतर दिशा पर सकता है बस आयुर्वेद के कुछ सरल उपाय अपनाने से।
…
continue reading
For all the kokborok speaking people, Adventist World Radio (AWR) brings and broadcast a new kokborok program called ”Khatungmani Khorang.” Good news, the truths and the events of the days would be presented in the light of the scripture. The program will also include a talk about health and temperance as well as home and family.
…
continue reading
सम्भाषणसन्देशः इति संस्कृतमासिकपत्रिका (https://sambhashanasandesha.in) । एतस्यां पत्रिकायां प्रकाशिताः लेखाः, कथाः, बालकथाः, वार्ताः इत्यादिकं सर्वम् अपि सरलसंस्कृतेन एव प्रकाश्यते । तत्रत्याः “बालमोदिनी”नामिकाः बालकथाः अत्र प्रसार्यन्ते । अतः अस्याः शृङ्खलायाः नाम अपि “बालमोदिनी” एव । लघु गात्रं, सरला भाषा च कथानां विशेषः । प्रत्येकं कथा काञ्चित् नीतिं बोधयति । बालकथाः आबालवृद्धं सर्वेषां प्रियाः । संस्कृतेन ताः श्रोतुम् उपलब्धाः भवन्तु इति एषः प्रयत्नः श्रोतृभ्यः अवश्यं रोचेत इति विश्वासः ...
…
continue reading
Interview of the people who have excelled in their field with their dedication, devotion and determination. In this podcast channel you might listen to writers, poets, doctors, teachers, professors, business professionals, psychologists, coaches etc who have started with several difficulties but at the end they got what they really dreamt of. Every guest has something unique to share which can ignite some sparks in you as well. While taking the interview I have a learnt a lot from each of th ...
…
continue reading
Wellness Coach, Mind Trainer, Holistic Psychotherapist, Kundalini Yoga Teacher, Natural Life Style Promoter Art of Purposeful Life Law of Attraction Manifestation Yoga Meditation Mindfulness Reiki Pranic Healing Energy Healing Holistic Counseling Psychotherapy Hypnotherapy NLP Neuro Linguistic Programming
…
continue reading
Jansatta Podcast में आपको मिलेगी सटीक और सही जानकारी। आपसे जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे, आपके हित की बात करेंगे। देश, विदेश, खेल, सियासत की हलचल पर रहेगी नजर। Jansatta Podcast brings you accurate and incisive news. We'll talk about politics, sports, business, entertainment - all the issues that directly affect you.
…
continue reading
कडक चहा !! आणि एक कथा... A Marathi Podcast of short stories and narrations (fiction and non-fiction) from sometimes well known authors & sometimes from recreational authors but read by amateur or सामान्य माणूस to keep Marathi language alive all-over world. Support this podcast: https://podcasters.spotify.com/pod/show/prashantsarode/support
…
continue reading
WE LOVE TO SHARE :) WE WILL BE SHARING WITH YOU THE KNOWLEDGE WE HAVE, THE INTERESTS WE HAVE, OUR STORIES AND WE'LL TALK AND INTERACT WITH SOME REALLY COOL AND NICE PEOPLE!!! FOLLOW US FOR THE UPDATES ON THE NEW EPISODES @whenbearshares- TWITTER| FACEBOOK| INSTAGRAM
…
continue reading
Welcome to The Daily Buzz the podcast that brings you the latest news and trends from around the world. I’m your host dhiren pathak , bhuj gujarat in india , and we’ll be discussing the biggest stories making headlines. the daily buzz top in the day you will new short stories of the day, daily Technology talk , investment guide , health topic , talk on movie rating We’ll be discussing each of these topics in detail, so stay tuned. That's all for heart of podcast's show in The Daily Buzz. We ...
…
continue reading
Gaming Corner Podcast. Podcast description for Spotify Podcaster on gaming Welcome to the Gaming Corner, the podcast for all things related to gaming! Our show is dedicated to exploring the world of video games and everything that surrounds it. Each episode, we bring you the latest news and reviews, along with in-depth discussions on the hottest topics in the gaming industry. We'll be diving into game design, player behavior, emerging trends, and more, with expert guests and special interviews.
…
continue reading
"SEX" वो शब्द है जो हर किसी के जीवन में बहुत मायने रखता है लेकिन इसके बारे में बात करने के नाम पर लोग चुप्पी साध लेते हैं। सेक्स एजुकेशन के अभाव में लोग इससे जुड़ी सामान्य जानकारी तक नहीं रखते, सुनी-सुनाई बातों पर यकीन कर लेते हैं और कई गंभीर बीमारियों को न्योता देते हैं. कई शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि सेक्स सिर्फ संतान सुख के लिए नहीं, स्वस्थ जीवन के लिए भी यह बहुत मायने रखता है, तो आइए बात करते हैं शरीर से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक की समस्याओं के बारे में लाइव हिन्दुस्तान के पॉडकास् ...
…
continue reading
Books tell us a lot and stories make us think. Let's hear what he is finally saying. Welcome to our storytelling podcast, where we explore the power of narrative and the art of storytelling. Each week, we'll bring you a new story from a variety of genres and perspectives, including fiction, non-fiction, memoir, and more. Our stories will transport you to different worlds, introduce you to fascinating characters, and provide thought-provoking insights on the human experience.Feel free to cust ...
…
continue reading
Mrs. Shalini A. Gupta is a renowned consultant of Vastu Shastra and Feng Shui. She is a gold medalist in Vastu Shastra from Uttrakhand Sanskrit University.Mrs. Shalini A. Gupta is practicing the science of Vastu Shastra and Feng Shui for the last many years and has given consultations to a number of her clients within India as well as abroad. Vastu & Feng-Shui Consultation provided by Vastu Miracles is very powerful and effective.
…
continue reading
“Skandagupta" is a drama by the poet "Jaishankar Prasad". The play revolves around the historical figure Skandagupta, a "Gupta dynasty" emperor who ruled in ancient India. The play explores Skandagupta's challenges and commitment to upholding justice and righteousness through the dramatic narrative. The drama delves into themes of leadership, duty, and patriotism while also depicting the personal struggles and decisions faced by Skandagupta. Skandagupta" is a drama written by Hindi poet and ...
…
continue reading
हमें ज़िन्दगी में एक दोस्त ऐसा ज़रूर चाहिए होता है जो हमारी problems को सुने और समझे भी, क्यूंकि बिना समझे ज्ञान तो सभी देतें हैं। एक टुकड़ा ज़िन्दगी का, में Ashish Bhusal आपके उस दोस्त की कमी पूरा करना चाहतें हैं। In each episode, Ashish will talk about a common yet pressing issue proposed by you. And he will share a few tips to resolve it. To get your issue featured and resolved on this podcast DM Ashish on Instagram @ashupanti. And to stay updated on Ek Tukda Zindagi ka follow us on FB, IG, T ...
…
continue reading

1
आयुर्वेद: क्यों है यह सबसे प्रभावी?
13:04
13:04
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
13:04इस एपिसोड में हम जानेंगे कि आयुर्वेद को अन्य उपचार विधियों से क्यों अलग और प्रभावी माना जाता है। आयुर्वेद न केवल शरीर के संतुलन को बनाए रखने का एक तरीका है, बल्कि यह हमारे आहार, जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारने में मदद करता है। इस चर्चा में, हम आयुर्वेद के महत्व, इसके सिद्धांतों और आज की पीढ़ी के लिए इसके फायदे पर विस्तृत जानकारी प्राप्त …
…
continue reading
समुद्रतीरे पार्श्वे स्थितं पेयं स्तोकं स्तोकं पिबन्तं कञ्चन युवकम्, अपि च तस्य मूर्ध्नि हस्तं प्रसारयन्तीं काञ्चन महिलां दृष्ट्वा भद्रपुरुषः अचिन्तयत् यत् सः युवकः मद्यपः, सा च महिला प्रेयसी गणिका स्त्री इति । तावता समुद्रतः 'रक्षत रक्षत' इति चीत्कारं श्रुत्वा सः युवकः झटिति समुद्रं प्रविश्य परित्राणकार्यम् आरभ्य भद्रपुरुषेण सह सर्वान् रक्षितवान् …
…
continue reading

1
Thinang ni Bagwi Khatungma (The Hope of Future)
29:00
29:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
29:00Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
'ज्येष्ठाः नन्तव्याः' इति आचारः लोके अस्ति । स्नेहं, विश्वासं, आत्मीयतां च वर्धयित्वा सुरक्षाकवचं निर्माति नमस्कारः । इयं कथा तस्य उदाहरणं भवितुम् अर्हति । कुरुक्षेत्रयुद्धे यदा भीष्मः युद्धे पाण्डवान् हनिष्यामि इति घोषणम् अकरोत् तदा कृष्णस्य वचनानुसारं मध्यरात्रे एव द्रौपदी भीष्मावासं प्राप्य नमस्कृतवती । नमस्कुर्वतीं पौत्रवधूं दृष्ट्वा भीष्मः सह…
…
continue reading

1
Tamoni Bagwi Borok Kaitor No Surino Nang
29:00
29:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
29:00Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् कश्चन राजा स्वस्य चित्रं लेखयितुम् ऐच्छन् अत्युत्तमं चित्रकारम् अन्वेष्टुम् आदिशति लभते च । यदा राजा चित्रकाराय स्वस्य इच्छां कथयति, तदा सः 'कियन्मूल्यकं चित्रं लेखनीयम्' इति पृच्छति । कुतूहली सः राजा अल्पमूल्यके चित्रे किं भवति, अधिकमूल्यके चित्रे किं भवति इति पृच्छति । तदा तस्य उत्तरं किं ददाति इत्यादि सर्वं कथां श्रुत्वा जानीयाम । (“केन्…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् कश्चन पण्डितः नद्यां स्नानं कुर्वन् कञ्चन श्रेष्ठतत्त्वयुतश्लोकम् यदा उच्चारितवान् तदा वस्त्रप्रक्षालानाय आगतवती काचित् महिला हसितवती । ग्राममुख्यः यदा महिलाम् आनाय्य किमर्थं पण्डितं अपमानितवती इति पृष्टे, 'अपमानं न कृतवती । लोके अन्यानि अपि श्रेष्ठानि तत्त्वानि सन्ति' इत्युक्त्वा तानि कानि इति विवृणोति । कथां श्रुत्वा ज्ञास्यामः यत् एकैकः …
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् महापराक्रमी सम्राट् अशोकः साम्राज्यविस्तरणाय दण्डयात्रां कुर्वन् विजयपुरीम् आक्रम्य तस्य शान्तिप्रियराजं वीरसेनं पराजित्य कारागारे स्थापितवान् । कदाचित् अवगुण्ठनधारिणी काचित् महिला आगत्य स्वीयभूमिं सम्पत्तिं च वशीकृत्य, पतिं कारागारे निक्षिप्तवन्तं विरुद्धं न्यायं याचितवती । कः सः? इति अशोकेन पृष्टे, सा अवगुण्ठनम् अपनीय वदति - सः भवान् एव …
…
continue reading
कदाचित् सम्राट् श्रोणिकः भगवन्तं बुद्धं दृष्ट्वा पृच्छति - ‘सर्वविधानि सुखानि चेदपि कथं मनः प्रसन्नं न भवति इति । तदा बुद्धः वदति - ‘चापल्यत्यागः, विलासिजीवने अल्पप्रवृत्तिः, भोगसाधनानाम् उपयोगे न्यूनतासम्पादनम्, दयास्नेहादीनाम् अवलम्बनं, यावत् प्राप्येत तावता सन्तुष्टिः, दानशीलता इत्यादयाः अंशाः अवलम्बिताः चेत् प्रासादे अपि सन्तोषः प्रातुं शक्यः' …
…
continue reading

1
Sabo Borol Kaham (Real Honest Man)
29:00
29:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
29:00Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् महानौकायाम् उत्पन्नायाः समस्यायाः परिहारम् अनवगच्छन्तः तन्त्रज्ञाः असहायकतां दर्शितवन्तः । तावता व्यवस्थापकेन आनीतः कश्चन विशेषतन्त्रज्ञः अनुभवी वृद्धः, अल्पेन कालेन दोषं परिहृतवान् । तेन सर्वैः यन्त्रैः कार्यम् आरब्धम् । कौशलस्य मूल्यमपि अधिकम् इति ज्ञात्वा सः व्यवस्थापकः दशसहस्ररूप्यकाणि विशेषज्ञाय दत्त्वा प्रेषितवान् । (“केन्द्रीयसंस्कृत…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
जनपदचिकित्सालयस्य पुरतः उपविश्य शाकविक्रयणं करोति काचित् वृद्धा बिन्नीबाई इति । चिकित्सालये स्थलाभावात् सञ्चारभूमौ शयनं कुर्वतः रोगिणः दृष्ट्वा सन्तापम् अनुभवन्ती सा मुख्यवैद्याधिकारिणं रोगिणां व्यवस्थां कल्पयितुं शक्यते वा इति पृच्छति । धनाभावात् सर्वकारः प्रकोष्ठनिर्माणे अनासक्तः इति ज्ञात्वा सा स्वस्य ग्रामभूमिं विक्रीय, सञ्चितं धनमपि संयोज्य दश…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
सिकन्दरः यदा भारते क्रमणाय उद्यतः तदा तदीयः गुरुः अरिष्टाटलः उक्तवान् यत् भारतीयानां संन्यासिनाम् आशीर्वादं प्राप्य प्रत्यागच्छेत् इति । कदाचित् दण्डयात्रावसरे दश संन्यासिनः सिकन्दरेण प्राप्ताः । तान् दृष्ट्वा सिकन्दरः - ‘अहं प्रश्नान् पृच्छामि । यस्य उत्तरं तीक्ष्णतमम् अस्ति तं हनिष्यामि' इति । ततः किं भवति, कः संन्यासी तीक्ष्णम् उत्तरं ददाति, सिक…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् अमेरिकादेशे वेदान्तविचारप्राचारसमये काचित् पुत्रशोकम् अनुभवन्ती माता स्वामिनं रामतीर्थं दृष्ट्वा विलुप्तस्य आनन्दस्य पुनःप्राप्तेः मार्गं यदा अपृच्छत् तदा स्वामी समीपस्थम् अनाथबालकं दर्शयन् तं स्वपुत्रं मत्वा पालयेत् इति उक्तवान् । तद्विषये सुदीर्घायाः चर्चायाः अनन्तरं सा महिला अङ्गीकृतवती आनन्दमपि प्राप्तवती । निर्धनानाम् अनाथानां च सेवातः…
…
continue reading
कदाचित् केनचित् तरुणेन शिष्यत्वेन स्वीकर्तुं गुरुः प्रार्थितः । शताधिकाः शिष्याः आश्रमे सन्ति इत्यतः तन्निराकरोति गुरुः । यत्किमपि कार्यं करोमि इति यदा वदाति तदा पाकशालायां पेषणादिकार्यं कुरु इति गुरुः वदति । बहूनां वर्षाणाम् अनन्तरं यदा गुरोः अन्तिमकालः सन्निहितः, शिष्यान् अहूय प्राप्तस्य शिक्षणस्य सारं लिखन्तु इति गुरुः वदति । आगच्छन्तु शृण्मः यत…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कस्मिंश्चित् वने कश्चित् तक्षकः वृक्षान् कर्तयित्वा, तान् ज्वालयित्वा, कृष्णाङ्गारान् निर्माय विक्रयणं करोति स्म । गच्छता कालेन वनं समाप्तं गतम् । तक्षकः नृपेण मिलित्वा स्वसमस्यां यदा निवेदितवान् तदा राजा महानगरात् बहिः रक्षितं स्वचन्दनवनं तक्षकाय दत्तवान् । चन्दवृक्षस्य मूल्यम् अजानन् सः तक्षकः पूर्ववत् तान् दग्ध्वा कृष्णाङ्गाराणां निर्माणं कृत्वा…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कश्चन शिष्यः गुरुं पृच्छति यत् - सर्वदा निषिद्धानां एव वस्तूनां स्मरणं भवति । किं करणीयम् इति ? तदा गुरुः वदति - 'निषिद्धविषायाणां चिन्तनमात्रेण न कापि हानिः भवति । किन्तु पुनः पुनः स्मरणात् तेषु प्रवृत्तिः भवेत् इत्यतः सद्विषयाः एव चिन्तनीयाः । तदर्थं सत्कार्येषु प्रवृत्तिः अधिका भवेत् । सद्ग्रन्थान् सच्चरित्राणि च पठनीयानि । सज्जनानां सहवासः अधि…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
वचनानि कागदखण्डाः इव एव भवन्ति । एकस्य मुखात् निर्गताः ते अन्येषां मुखानि कथं प्राप्नुवन्ति इत्यस्य अवगमनमेव दुष्करम् । अत एव यस्य विषयस्य पूर्णज्ञानं अस्माकं न स्यात् तस्य विषये असमीचीनं वचनं कदापि न वक्तव्यम् । एतत् सर्वम् इयं कथा निरूपयति । कथं कस्यचन वृद्धस्य असत्यकथनेन युवकस्य कारागारवासः अभवत् । अन्ते कथं सः वृद्धः स्वदोषम् अवगत्य क्षमायाचना…
…
continue reading

1
Matwi Bai Swngsar Komormani (The Story of Flood)
29:00
29:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
29:00Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
पूर्वं कश्चन योगी अष्ट अपि सिद्धीः प्राप्य अद्भुतकार्याणि प्रदर्शयन् जनेषु महत् आश्चर्यं जनयति स्म । कदाचित् सः 'तिरुवल्लिक्केणी' प्रदेशम् आगत्य मार्गे भूमौ खननं कृत्वा सस्यस्य मूलभागम् उपरि कृत्वा पर्णादियुक्तं भागं गर्ते वपन्तं कञ्चन वृद्धं दृष्ट्वा कीदृशः मूढमतिः त्वम् ? इति पृच्छति । तदा वृद्धः - 'अष्ट सिद्धीः आप्तवान् अपि भवान् क्षुल्लकसिद्धिप…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
आत्मसाक्षात्काराय अपि काचित् अर्हता अपेक्षते इति इयं कथा दर्शयति । कश्चन साधकः आत्मसाक्षात्कारं प्राप्तुम् इच्छन् कञ्चन माहात्मानं मार्गदर्शनं प्रार्थयते । महात्मा प्रतिवर्षं तं परीक्ष्य पुनः जपकरणार्थं प्रेषयति । वर्षत्रयानन्तरं सः साधकः परीक्षायाम् उत्तीर्णतां प्राप्य आत्मसाक्षात्काराय अपेक्षितां योग्यतां निरूपयति । तदनन्तरं सः महात्मा साधकं ब्रह…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कश्चन कथाकारवृत्तिं कुर्वाणः पिता यदा दिवं गतः तदा तस्य अल्पविद्याः चत्वारः पुत्राः अनाश्रयाः जाताः । कदाचित् राज्ञा तेषां कथाश्रावणाय व्यवस्था कल्पिता । जनानां, राज्ञः, राज्ञ्याः च दर्शनात् तेषां चतुर्णां धैर्यं च्युतं जातम् । एकैकेन एकैकं वाक्यम् एव उक्तम् । वस्तुस्थितिं ज्ञातवती बुद्धिमती राज्ञी तेषां वाक्यानां विवरणं कृत्वा भ्रातॄन् रक्षति । का…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् कश्चन युवराजः स्वसहचरं बन्धनात् विमोक्तुं न्यायाधीशं प्रति सानुरोधेन आज्ञास्वरेण च अवदत् । वादप्रतिवादानाम् अनन्तरं न्यायालये अविनयस्य प्रदर्शनार्थं, न्यायालयकार्ये विघ्नकरणार्थं, औद्धत्यस्य प्रदर्शनार्थं च दिनात्मकेन कारागारवासेन युवराजः दण्डितः न्यायपीठेन । तदा राजा - 'यस्मिन् राज्ये निर्भीकाः न्यायैकपक्षपातिनः भवेयुः तस्मिन् राज्ये प्रजा…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
पक्षिभाषाभिज्ञः राजा देवदत्तः राजकुमारेण सह स्वभवनस्य वाटिकायां निवसत्या चटकया सह सम्भाषणं करोति स्म । कदाचित् चटका यदा आहारार्थं गता आसीत् तदा राजकुमारस्य मनसि दुर्विचारः उत्पन्नः, येन सः चटकशावकं मारितवान् । राजकुमारः एव स्वशावकं मारितवान् इति विचिन्त्य सा चटका चञ्च्वा राजकुमारस्य नेत्रयोः नाशं कृतवती । स्वपुत्रस्य राजकुमारस्य दोषं ज्ञात्वा यद्य…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
बहुभ्यः वर्षेभ्यः कश्चन पण्डितः उपदेशकथादिकं प्रतिदिनं घण्टां यावत् राज्ञे श्रावयति स्म । तथापि राज्ञः कोपशीलतादयः न अपगताः, मनस्संयमः वा न प्राप्तः । चिन्ताक्रान्तः पण्डितः कञ्चन साधुमहाराजं दृष्ट्वा स्वव्यथाम् अकथयत् । सः साधुमहाराजः राजमन्दिरं गत्वा - 'स्वयं मुक्तः एव बद्धं मोचयितुं शक्नुयात् । यः स्वयं न धनमुक्तः, क्रोधमुक्तः, कामनामुक्तः वा सः…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
षोडशे शतके इटलीदेशे कश्चन बालकः दिवं गतां मातरं दर्शयतु इति पितामहीं पीडयति स्म । कदाचित् पितामही गृहाङ्गणं प्रति आनीय 'आकाशस्थेषु असङ्ख्येषु नक्षत्रेषु अन्यतमत्वम् आप्तवती अस्ति तव माता । त्वमेव अभिजानीहि' इति वदति । गच्छता कालेन नक्षत्रवीक्षणं तस्य स्वभावः जातः । प्रौढत्वे प्राप्ते नक्षत्रवीक्षणाय सः एकं दूरवीक्षकं सज्जिकृत्य नक्षत्राणां ग्रहाणां…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् केनचित् राज्ञा दत्तानि दुकूलवस्त्राणि गुरुः भिक्षुकं निर्गतिकावस्थायां दृष्ट्वा तस्मै अयच्छत् । अग्रे कदाचित् राज्ञा दत्तं सुवर्णकङ्कणं पुत्र्याः विवाहं कर्तुं क्लेशम् अनुभवते राजास्थानस्य उद्योगिने अयच्छत् । एतत् ज्ञात्वा राजा एवं किमर्थं कृतवान् इति गुरुं पृच्छति । गुरुः वदति - ‘दानं नाम प्रदत्तस्य वस्तुनः धनस्य वा सम्पूर्णतया स्वामित्वत्…
…
continue reading

1
Kothoma Kaham Bai Hamya (Good News and Bad News)
29:00
29:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
29:00Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
जर्मन्देशीयः महाभौतविज्ञानी 'कार्ल् फेडरिक् गास्' बाल्ये कदाचित् मुख्योपाध्यायेन दत्तस्य प्रश्नस्य उत्तरं निमेषद्वयाभ्यन्तरे ददाति । प्रश्नः आसीत् - ‘एकतः शतपर्यन्तं लिखित्वा सर्वेषां सङ्कलनं कृत्वा योगः लेखनीयः' इति । कथम् उत्तरं प्राप्तवान् इति पृष्टे फेडरिक् वदति - ‘आदौ मया प्रथमान्तिमयोः योजनं कृतम् । ततः द्वितीयोपान्त्ययोः योजनं कृतम् । अनन्तर…
…
continue reading
महावीरः नाम नरपतिः गान्धारदेशं पालयति स्म । विवेकिभिः उच्यते - ‘कालम् अवेक्ष्य एव नृपजनान् हितम् अहितं वा उपदेष्टव्यम् । अन्यथा उपदेष्टॄणाम् एव अपायः सम्भवेत्' इति । तत् सत्यम् इति अनया कथया ज्ञायते । को वा नृपम् उपदिष्टवान् ? उपदेशानन्तरं किं प्राचलत् इत्यादयः विषयाः अस्यां कुतूहलकारिकथायां विद्यन्ते । (“केन्द्रीयसंस्कृतविश्वविद्यालयस्य अष्टादशीयो…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कस्मिंश्चित् गुरुकुले गुरुदक्षिणारूपेण किं देयम् इति यदा विद्यार्थिनः गुरुं पृच्छन्ति तदा गुरु वदति - यत् अधीतं तस्य सम्यक् अनुष्ठानं क्रियताम् । स्वावलम्बितया जीवनं कृत्वा वर्षाभ्यन्तरे यत् सम्पाद्येत तत्र कश्चन भागः दीयताम्' । विद्यार्थिनः तथैव कुर्वन्ति । कदाचित् कश्चित् तेजस्वी बालः वर्षाभ्यन्तरे प्रत्यागत्य दश बालान् आनीय - 'यथाशक्ति मया पाठयि…
…
continue reading
Khatungmani Khorangद्वारा Adventist World Radio
…
continue reading
कदाचित् बुद्धस्य प्रवचनं श्रोतुं वैशालीतः कश्चित् वणिक आगतः । तस्य मनसि सुमुत्पन्नं प्रश्नं बुद्धं प्रति निवेदयति यत् प्रतिदिनं निर्वाणप्राप्तिविषयं श्रोतुं बहवः जनाः आगच्छन्ति किन्तु तेषु कति जनाः निर्वाणमार्गानुयायिनः स्युः इति । तदा बुद्धः उत्तरं ददाति - ‘उपदेशः मम कर्तव्यं, तत् श्रद्धया करोमि । निर्वाणस्य प्राप्तिः अप्राप्तिः वा तत्तस्य प्रयत्न…
…
continue reading
पूर्वम् असमराज्ये चण्डीचरणतर्कालङ्कारः नाम विद्वान् स्वगृहे एव छात्रान् अध्यापयति स्म । बाल्ये एव पतिविहीना जाता पुत्री द्रवमयी पितुः गृहम् आश्रित्य संस्कृताध्ययने प्रवृत्ता, अल्पे एव काले अपूर्वं पाण्डित्यं प्राप्तवती च । कालान्तरे वार्धक्यस्य अस्वास्थ्यस्य च कारणतः पिता गुरुकुलस्य पिधानं चिन्तितवान् । किन्तु द्रवमयी तत् निराकृत्य स्वयमेव अध्यापनम…
…
continue reading