Artwork

Ideabrew Studios and Arpaa Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and Arpaa Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

बेताल पच्चीसी : नवीं कहानी-सर्वश्रेष्ठ वर कौन, Sarvshreshth ver kaun

2:35
 
साझा करें
 

Manage episode 202913339 series 2161805
Ideabrew Studios and Arpaa Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and Arpaa Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
नवीं कहानी-सर्वश्रेष्ठ वर कौन
चम्मापुर नाम का एक नगर था, जिसमें चम्पकेश्वर नाम का राजा राज करता था। उसके सुलोचना नाम की रानी थी और शशिबाला नाम की लड़की। राजकुमारी यथा नाम तथा गुण थी। जब वह बड़ी हुई तो उसका रूप और निखर गया। उसके यौवन के चर्चे दूर-दूर तक होने लगे।
राजा और रानी को उसके विवाह की चिन्ता हुई। चारों ओर इसकी खबर फैल गयी। आस-पड़ोस के देशों से रिश्ते आने लगे। दूर-दराज़ के बहुत-से राजाओं ने अपनी-अपनी तस्वीरें बनवाकर भेंजी, पर राजकुमारी ने किसी को भी पसन्द न किया। राजा ने कहा, “बेटी, कहो तो स्वयंवर करूँ?” लेकिन वह राजी नहीं हुई।
आख़िर राजा ने तय किया कि वह उसका विवाह उस आदमी के साथ करेगा, जो रूप, बल और ज्ञान, इन तीनों में बढ़ा-चढ़ा होगा।
संयोगवश एक दिन राजा के पास चार देश के चार वर आये। वैशाली के राजकुमार ने कहा, “मेरे जैसा रेश्म का वस्त्र कोई तैयार नहीं कर सकता, मैं एक कपड़ा बनाकर पाँच लाख में बेचता हूँ, इस विद्या को मेरे अलावा और कोई नहीं जानता।” और उसने राजा को कई रेशमी वस्त्र दिये। सभी, वस्त्रों की चमक-दमक देखकर आश्चर्यचकित रह गये।
अवन्ति के राजकुमार ने कहा, “मैं जल-थल के पशुओं की भाषा जानता हूँ। इसके साथ ही मैं शरीर के सभी अंगों के बारे में भी जानता हूँ। राजकुमारी को कभी शारीरिक कष्ट नहीं होगा।
चोल देश के राजकुमार ने कहा, “मैं शब्दवेधी तीर चलाना जानता हूँ। धनुर्विद्या में मुझे कोई परास्त नहीं कर सकता।”
बंग देश के राजकुमार ने कहा, “मैं इतना शास्त्र पढ़ा हूँ कि मेरा कोई मुकाबला नहीं कर सकता। मुझे वेदों तथा पुराणों से लेकर गीता तक सभी कंठस्थ हैं।”
चारों की बातें सुनकर राजा सोच में पड़ गये। वे सुन्दरता में भी एक-से-एक बढ़कर थे। उसने राजकुमारी को बुलाकर उनके गुण और रूप का वर्णन किया, पर वह चुप रही।
इतना कहकर बेताल बोला, “राजन्, तुम बताओ कि राजकुमारी को किससे विवाह करना चाहिए? नहीं बताओगे तो तुम्हारी खोपड़ी फट जाएगी ये मेरा श्राप हैं”
विक्रम बोला, “जो कपड़ा बनाकर बेचता है, वह शूद्र है। जो पशुओं की भाषा तथा शरीर के अंगों की जानकारी रखता है, वह वैश्य है। जो शास्त्र पढ़ा है, ब्राह्मण है; पर जो शब्दवेधी तीर चलाना जानता है, वह राजकुमारी का सजातीय है और उसके योग्य है। राजकुमारी उसी को मिलनी चाहिए।”
राजा के इतना कहते ही बेताल भयानक अट्टहास करते हुए गायब हो गया।
विक्रम फिर उसके पीछे-पीछे पीपल के पेड़ की तरफ चल पड़े।
  continue reading

26 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 202913339 series 2161805
Ideabrew Studios and Arpaa Radio द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and Arpaa Radio या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
नवीं कहानी-सर्वश्रेष्ठ वर कौन
चम्मापुर नाम का एक नगर था, जिसमें चम्पकेश्वर नाम का राजा राज करता था। उसके सुलोचना नाम की रानी थी और शशिबाला नाम की लड़की। राजकुमारी यथा नाम तथा गुण थी। जब वह बड़ी हुई तो उसका रूप और निखर गया। उसके यौवन के चर्चे दूर-दूर तक होने लगे।
राजा और रानी को उसके विवाह की चिन्ता हुई। चारों ओर इसकी खबर फैल गयी। आस-पड़ोस के देशों से रिश्ते आने लगे। दूर-दराज़ के बहुत-से राजाओं ने अपनी-अपनी तस्वीरें बनवाकर भेंजी, पर राजकुमारी ने किसी को भी पसन्द न किया। राजा ने कहा, “बेटी, कहो तो स्वयंवर करूँ?” लेकिन वह राजी नहीं हुई।
आख़िर राजा ने तय किया कि वह उसका विवाह उस आदमी के साथ करेगा, जो रूप, बल और ज्ञान, इन तीनों में बढ़ा-चढ़ा होगा।
संयोगवश एक दिन राजा के पास चार देश के चार वर आये। वैशाली के राजकुमार ने कहा, “मेरे जैसा रेश्म का वस्त्र कोई तैयार नहीं कर सकता, मैं एक कपड़ा बनाकर पाँच लाख में बेचता हूँ, इस विद्या को मेरे अलावा और कोई नहीं जानता।” और उसने राजा को कई रेशमी वस्त्र दिये। सभी, वस्त्रों की चमक-दमक देखकर आश्चर्यचकित रह गये।
अवन्ति के राजकुमार ने कहा, “मैं जल-थल के पशुओं की भाषा जानता हूँ। इसके साथ ही मैं शरीर के सभी अंगों के बारे में भी जानता हूँ। राजकुमारी को कभी शारीरिक कष्ट नहीं होगा।
चोल देश के राजकुमार ने कहा, “मैं शब्दवेधी तीर चलाना जानता हूँ। धनुर्विद्या में मुझे कोई परास्त नहीं कर सकता।”
बंग देश के राजकुमार ने कहा, “मैं इतना शास्त्र पढ़ा हूँ कि मेरा कोई मुकाबला नहीं कर सकता। मुझे वेदों तथा पुराणों से लेकर गीता तक सभी कंठस्थ हैं।”
चारों की बातें सुनकर राजा सोच में पड़ गये। वे सुन्दरता में भी एक-से-एक बढ़कर थे। उसने राजकुमारी को बुलाकर उनके गुण और रूप का वर्णन किया, पर वह चुप रही।
इतना कहकर बेताल बोला, “राजन्, तुम बताओ कि राजकुमारी को किससे विवाह करना चाहिए? नहीं बताओगे तो तुम्हारी खोपड़ी फट जाएगी ये मेरा श्राप हैं”
विक्रम बोला, “जो कपड़ा बनाकर बेचता है, वह शूद्र है। जो पशुओं की भाषा तथा शरीर के अंगों की जानकारी रखता है, वह वैश्य है। जो शास्त्र पढ़ा है, ब्राह्मण है; पर जो शब्दवेधी तीर चलाना जानता है, वह राजकुमारी का सजातीय है और उसके योग्य है। राजकुमारी उसी को मिलनी चाहिए।”
राजा के इतना कहते ही बेताल भयानक अट्टहास करते हुए गायब हो गया।
विक्रम फिर उसके पीछे-पीछे पीपल के पेड़ की तरफ चल पड़े।
  continue reading

26 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका

अन्वेषण करते समय इस शो को सुनें
प्ले