Artwork

Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

कविता मेरी विवशता है

4:52
 
साझा करें
 

Manage episode 325088532 series 3337254
Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

।। कविता मेरी विवशता है ।।

कविता मेरा शौक नहीं,

कविता मेरी विवशता है।

जीवन के दिये जो अवसर त्यागे

उनका खेद खटकता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन पथ तो चलता जाये,

तरह तरह के मोड़ भी आये।

कुछ राहें तो स्वयं चुनी थीं,

कुछ रस्ते किस्मत से पाये।

राहें जो यूँ ही छूट गयीं,

उनका प्रतिबिम्ब झलकता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन हमको सबक सिखाये,

नित नूतन एक पाठ पढ़ाये।

कुछ सीखों को मान गये हम,

कुछ सीखों को जान ना पाये।

जिन सीखों को भूल गये अब,

उनका परिणाम पनपता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई लोग मिलाये,

कुछ अपने कुछ हुये पराये।

कुछ लोगों ने हमें संभाला,

कुछ ने बस रोड़े अटकाये।

व्यक्ति जो यूँ ही चले गये,

उनका अभाव अब खलता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई गीत सुनाये,

कुछ भावुक कुछ जोश जगाये।

कुछ को तो बस सुना था हमने,

कुछ गीत हमने भी गाये।

गीत जो हमने सुने नहीं,

उनका संगीत ही बजता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन सुख दुःख दोनों लाये,

कभी हँसाये कभी रुलाये।

कभी हर्ष से नृत्य किया तो,

कभी दर्द से आँसू आये।

क्रंदन जो अंदर रोक लिया,

उसका सैलाब उमड़ता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई प्रश्न दिखाये,

कुछ सुगम कुछ दुष्कर पाये।

कुछ प्रश्नों में सिफर मिला तो,

कुछ में अव्वल नंबर आये।

प्रश्न जो यूँ ही छोड़ दिये,

उनका जवाब अब दिखता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने बहुत मंच सजाये,

हमको भी कई पात्र सुझाये।

कुछ नाटकों के नायक हम थे,

कुछ में छोटा रोल निभाये।

भूमिकायें जो हमने की ही नहीं,

अब उनका अक्स उभरता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन आगे बढ़ता जाये,

नये नये सम्बन्ध दिखाये।

कुछ रिश्ते तो पहले से थे,

कुछ नाते थे स्वयं बनाये।

रिश्ते जो यूँ ही टूट गये,

अब उनका दर्द कसकता है।

कविता मेरी विवशता है।

काफी कुछ किसी कारण से,

कभी मैं कह ना पाया।

और हृदय की गागर में वो,

भरता सब कुछ आया।

भरने के पश्चात घट वही,

छलक छलक छलकता है।

कविता मेरी विवशता है।

कविता मेरा शौक नहीं,

कविता मेरी विवशता है।

~ विवेक (सर्व अधिकार सुरक्षित)

--- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
  continue reading

94 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 325088532 series 3337254
Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

।। कविता मेरी विवशता है ।।

कविता मेरा शौक नहीं,

कविता मेरी विवशता है।

जीवन के दिये जो अवसर त्यागे

उनका खेद खटकता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन पथ तो चलता जाये,

तरह तरह के मोड़ भी आये।

कुछ राहें तो स्वयं चुनी थीं,

कुछ रस्ते किस्मत से पाये।

राहें जो यूँ ही छूट गयीं,

उनका प्रतिबिम्ब झलकता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन हमको सबक सिखाये,

नित नूतन एक पाठ पढ़ाये।

कुछ सीखों को मान गये हम,

कुछ सीखों को जान ना पाये।

जिन सीखों को भूल गये अब,

उनका परिणाम पनपता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई लोग मिलाये,

कुछ अपने कुछ हुये पराये।

कुछ लोगों ने हमें संभाला,

कुछ ने बस रोड़े अटकाये।

व्यक्ति जो यूँ ही चले गये,

उनका अभाव अब खलता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई गीत सुनाये,

कुछ भावुक कुछ जोश जगाये।

कुछ को तो बस सुना था हमने,

कुछ गीत हमने भी गाये।

गीत जो हमने सुने नहीं,

उनका संगीत ही बजता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन सुख दुःख दोनों लाये,

कभी हँसाये कभी रुलाये।

कभी हर्ष से नृत्य किया तो,

कभी दर्द से आँसू आये।

क्रंदन जो अंदर रोक लिया,

उसका सैलाब उमड़ता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने कई प्रश्न दिखाये,

कुछ सुगम कुछ दुष्कर पाये।

कुछ प्रश्नों में सिफर मिला तो,

कुछ में अव्वल नंबर आये।

प्रश्न जो यूँ ही छोड़ दिये,

उनका जवाब अब दिखता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन ने बहुत मंच सजाये,

हमको भी कई पात्र सुझाये।

कुछ नाटकों के नायक हम थे,

कुछ में छोटा रोल निभाये।

भूमिकायें जो हमने की ही नहीं,

अब उनका अक्स उभरता है।

कविता मेरी विवशता है।

जीवन आगे बढ़ता जाये,

नये नये सम्बन्ध दिखाये।

कुछ रिश्ते तो पहले से थे,

कुछ नाते थे स्वयं बनाये।

रिश्ते जो यूँ ही टूट गये,

अब उनका दर्द कसकता है।

कविता मेरी विवशता है।

काफी कुछ किसी कारण से,

कभी मैं कह ना पाया।

और हृदय की गागर में वो,

भरता सब कुछ आया।

भरने के पश्चात घट वही,

छलक छलक छलकता है।

कविता मेरी विवशता है।

कविता मेरा शौक नहीं,

कविता मेरी विवशता है।

~ विवेक (सर्व अधिकार सुरक्षित)

--- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
  continue reading

94 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका