Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

People love us!

User reviews

"ऑफ़लाइन फ़ंक्शन से प्यार करें"
"यह " " आपके पॉडकास्ट सदस्यता को संभालने का तरीका है। यह नए पॉडकास्ट की खोज करने का एक शानदार तरीका है।"

इश्क़ दोबारा (Love Again)

2:17
 
साझा करें
 

Manage episode 378436060 series 3337254
Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

एक किताब सा मैं जिसमें तू कविता सी समाई है,

कुछ ऐसे ज्यूँ जिस्म में रुह रहा करती है।

मेरी जीस्त के पन्ने पन्ने में तेरी ही रानाई है,

कुछ ऐसे ज्यूँ रगों में ख़ून की धारा बहा करती है।

एक मर्तबा पहले भी तूने थी ये किताब सजाई,

लिखकर अपनी उल्फत की खूबसूरत नज़्म।

नीश-ए-फ़िराक़ से घायल हुआ मेरा जिस्मोजां,

तेरे तग़ाफ़ुल से जब उजड़ी थी ज़िंदगी की बज़्म।

सूखी नहीं है अभी सुर्ख़ स्याही से लिखी ये इबारतें,

कहीं फ़िर से मौसम-ए-बाराँ में धुल के बह ना जायें।

ए'तिमाद-ए-हम-क़दमी की छतरी को थामे रखना,

शक-ओ-शुबह के छींटे तक इस बार पड़ ना पायें।

Write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com

--- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
  continue reading

89 एपिसोडस

iconसाझा करें
 
Manage episode 378436060 series 3337254
Vivek Agarwal द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Vivek Agarwal या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

एक किताब सा मैं जिसमें तू कविता सी समाई है,

कुछ ऐसे ज्यूँ जिस्म में रुह रहा करती है।

मेरी जीस्त के पन्ने पन्ने में तेरी ही रानाई है,

कुछ ऐसे ज्यूँ रगों में ख़ून की धारा बहा करती है।

एक मर्तबा पहले भी तूने थी ये किताब सजाई,

लिखकर अपनी उल्फत की खूबसूरत नज़्म।

नीश-ए-फ़िराक़ से घायल हुआ मेरा जिस्मोजां,

तेरे तग़ाफ़ुल से जब उजड़ी थी ज़िंदगी की बज़्म।

सूखी नहीं है अभी सुर्ख़ स्याही से लिखी ये इबारतें,

कहीं फ़िर से मौसम-ए-बाराँ में धुल के बह ना जायें।

ए'तिमाद-ए-हम-क़दमी की छतरी को थामे रखना,

शक-ओ-शुबह के छींटे तक इस बार पड़ ना पायें।

Write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com

--- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
  continue reading

89 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका