Artwork

Wolfgang Held द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Wolfgang Held या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

Wie menschliche Gemeinschaften schön werden | Folge 14

23:02
 
साझा करें
 

Manage episode 380465896 series 3448809
Wolfgang Held द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Wolfgang Held या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

Unser Miteinander stellt sich heute auf den Kopf! Es geht nicht mehr darum, sich einem Wir anzupassen, sondern wir sollten uns interessieren und engagieren, was jeder und jede ureigenes zu bringen hat. Feiern wir unsere Verschiedenheit! Dazu ruft auch Rudolf Steiners sozialethisches Motto auf: ‹Heilsam ist nur, wenn im Spiegel der Menschenseele sich bildet die ganze Gemeinschaft. Und in der Gemeinschaft lebet der Einzelseele Kraft.› Diese Zeilen untersuche ich und nehme sie als Friedensruf, wenn dieses und letztes Jahr so viele Menschen in Kriegen sterben, wie seit 50 Jahren nicht. Vielen Dank für dein Interesse!

  continue reading

18 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 380465896 series 3448809
Wolfgang Held द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Wolfgang Held या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

Unser Miteinander stellt sich heute auf den Kopf! Es geht nicht mehr darum, sich einem Wir anzupassen, sondern wir sollten uns interessieren und engagieren, was jeder und jede ureigenes zu bringen hat. Feiern wir unsere Verschiedenheit! Dazu ruft auch Rudolf Steiners sozialethisches Motto auf: ‹Heilsam ist nur, wenn im Spiegel der Menschenseele sich bildet die ganze Gemeinschaft. Und in der Gemeinschaft lebet der Einzelseele Kraft.› Diese Zeilen untersuche ich und nehme sie als Friedensruf, wenn dieses und letztes Jahr so viele Menschen in Kriegen sterben, wie seit 50 Jahren nicht. Vielen Dank für dein Interesse!

  continue reading

18 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका