Artwork

Ideabrew Studios and The Quint द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and The Quint या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal
Player FM - पॉडकास्ट ऐप
Player FM ऐप के साथ ऑफ़लाइन जाएं!

Before the Year Ends, Let's Finish Ek 'Adhoora' Kaam!

14:19
 
साझा करें
 

Manage episode 388404545 series 2611031
Ideabrew Studios and The Quint द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and The Quint या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

Fabeha Syed explores the poignant concept of 'Adhoora,' or 'unfinished,' in Urdu poetry. This evocative term captures the incompleteness and impermanence that are inherent aspects of human existence.

Through the verses of renowned poets like Jan Nisar Akhtar and Javed Akhtar, we'll delve into the various shades of Adhoora. The episode is also joined by our in-house 'tuntuna' man Prateek Lidhoo for a rendition of 'Ek Adhoora Kaam' from the film 'Ram Prasad Ki Tehrvi.' This soulful rendition perfectly captures the yearning and unfulfilled desires at the heart of 'Adhoora.'

Listen till the end!

Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices

  continue reading

202 एपिसोडस

Artwork
iconसाझा करें
 
Manage episode 388404545 series 2611031
Ideabrew Studios and The Quint द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and The Quint या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal

Fabeha Syed explores the poignant concept of 'Adhoora,' or 'unfinished,' in Urdu poetry. This evocative term captures the incompleteness and impermanence that are inherent aspects of human existence.

Through the verses of renowned poets like Jan Nisar Akhtar and Javed Akhtar, we'll delve into the various shades of Adhoora. The episode is also joined by our in-house 'tuntuna' man Prateek Lidhoo for a rendition of 'Ek Adhoora Kaam' from the film 'Ram Prasad Ki Tehrvi.' This soulful rendition perfectly captures the yearning and unfulfilled desires at the heart of 'Adhoora.'

Listen till the end!

Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices

  continue reading

202 एपिसोडस

सभी एपिसोड

×
 
Loading …

प्लेयर एफएम में आपका स्वागत है!

प्लेयर एफएम वेब को स्कैन कर रहा है उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट आप के आनंद लेंने के लिए अभी। यह सबसे अच्छा पॉडकास्ट एप्प है और यह Android, iPhone और वेब पर काम करता है। उपकरणों में सदस्यता को सिंक करने के लिए साइनअप करें।

 

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका