मीडिया को लेकर क्या हैं कानून, केंद्र ने क्यों कहा- डिजिटल मीडिया खतरनाक
MP3•एपिसोड होम
Manage episode 272719636 series 2593782
Ideabrew Studios and The Quint द्वारा प्रदान की गई सामग्री. एपिसोड, ग्राफिक्स और पॉडकास्ट विवरण सहित सभी पॉडकास्ट सामग्री Ideabrew Studios and The Quint या उनके पॉडकास्ट प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर द्वारा सीधे अपलोड और प्रदान की जाती है। यदि आपको लगता है कि कोई आपकी अनुमति के बिना आपके कॉपीराइट किए गए कार्य का उपयोग कर रहा है, तो आप यहां बताई गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं https://hi.player.fm/legal।
मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के तौर पर देखा गया है. किसी भी जानकारी को एक जगह से दूसरी जगह तक तेजी से पहुंचाने का काम आज मीडिया कर रहा है. पल भर में पता चल जाता है कि कौन से शहर या फिर दुनिया के कौन से देश में क्या चल रहा है. लेकिन भारत में पिछले कुछ वक्त से मीडिया पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि मीडिया अपनी ताकत का इस्तेमाल समाज को बांटने के लिए कर रहा है और लोगों के दिमाग में जहर भरा जा रहा है. हाल ही में सुदर्शन टीवी के एक विवादित शो यूपीएससी जिहाद ने इस बहस को और आगे बढ़ाने का काम किया. जिसमें एक खास समुदाय को टारगेट किया जा रहा था.
इस विवादित शो को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है और इस पर फिलहाल कोर्ट ने रोक लगा दी है. इस केस की अलग-अलग सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया की मनमानी को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े किए. वहीं केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया से खतरनाक डिजिटल मीडिया को बताया. केंद्र ने कहा है कि इस पर रेगुलेशन की जरूरत है. इसी पूरे मामले को लेकर आज इस पॉडकास्ट में बात करेंगे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और क्विंट के लीगल एडिटर वकाशा सचदेव से.
रिपोर्ट: फ़बेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज
रिपोर्ट: फ़बेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज
376 एपिसोडस