अध्याय 2 श्लोक संख्या 57-58 ep.24 स्थितप्रज्ञ मनुष्य इंद्रियों को कछुए की भांति समेट लेता है।
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श्री कृष्ण का अर्जुन को स्थितप्रज्ञ मनुष्य के लक्षण स्पष्ट करते हैं इंद्रियों को नियंत्रण में रख कछुए की भांति इंद्रियों को समेटे रहता है । बहुत सुंदर विवेचना भौतिक युग में जीवन में इस तरह के उपदेश जीवन को सही दिशा प्रदान करते हैं --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/kiran-acharya/message
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