जमशेद क़मर सिद्दीकी के साथ चलिए कहानियों की उन सजीली गलियों में जहां हर नुक्कड़ पर एक नया किरदार है, नए क़िस्से, नए एहसास के साथ. ये कहानियां आपको कभी हसाएंगी, कभी रुलाएंगी और कभी गुदगुदाएंगी भी. चलिए, गुज़रे वक्त की यादों को कहानियों में फिर जीते हैं, नए की तरफ बढ़ते हुए पुराने को समेटते हैं. सुनते हैं ज़िंदगी के चटख रंगों में रंगी, इंसानी रिश्तों के नर्म और नुकीले एहसास की कहानियां, हर इतवार, स्टोरीबॉक्स में. Jamshed Qamar Siddiqui narrates the stories of human relationships every week tha ...
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Welcome to my podcast. Please listen my audios and if you find them interesting and helpful in any ways please, like, subscribe, comment and download my audios. Thank you so much. Keep listening, keep enjoying.
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It's all about your daliy life , relationship, love, understanding, family
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"Sarvshreshth Kahaniyan" by Jai Shankar Prasad is a renowned collection of Hindi short stories that explore emotions, relationships, and societal issues. It delves into various subjects such as love, defeat, and social justice. So, what are you waiting for? Start listening to "Sarvshreshth Kahaniyan" on "Audio Pitara" now. #hindi #shortstories #emotions #relationships #societal #issues #audiopitara #sunnazaroorihai #sarvshreshthkahaniyan
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Handling and answering love and relationship queries in my loving way.
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शीना की मम्मी रोमा तिहाड़ जेल में सजा काट रही हैं। ऐसा क्या कर दिया है रोमा ने, जो उनकी लव स्टोरी एक क्राइम थ्रिलर बन कर रह गई है? चौदह साल की शीना खोलेगी अपनी डायरी के वो पन्ने, जो आपको ले जाएगा रोमा और कंवलजीत की धमाकेदार, क्राइम से सराबोर प्रेम कहानी के रोलर-कोस्टर सफर पर... इस काल्पनिक कहानी को हिंदुस्तान की एक्सेक्यूटिव एडिटर जयंती रंगनाथन ने लिखा और होस्ट किया है ये पॉडकास्ट लाइव हिंदुस्तान की प्रस्तुति है।
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हमें ज़िन्दगी में एक दोस्त ऐसा ज़रूर चाहिए होता है जो हमारी problems को सुने और समझे भी, क्यूंकि बिना समझे ज्ञान तो सभी देतें हैं। एक टुकड़ा ज़िन्दगी का, में Ashish Bhusal आपके उस दोस्त की कमी पूरा करना चाहतें हैं। In each episode, Ashish will talk about a common yet pressing issue proposed by you. And he will share a few tips to resolve it. To get your issue featured and resolved on this podcast DM Ashish on Instagram @ashupanti. And to stay updated on Ek Tukda Zindagi ka follow us on FB, IG, T ...
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Navbharat Gold from the house of BCCL (Times Group), is a first of a kind Hindi Podcast Infotainment Service in the world, offering an unmatched range and quality of content across multiple genres such as Hindi audio news, current affairs, science, audio-documentaries, sports, economy, history, spirituality, art and literature, life lessons, relationships and much more. To listen to a much wider range of such exclusive Hindi podcasts, visit us at www.navbharatgold.com
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Paish hai aapke liye brand new series ‘’Pratinidhi kahaniyan’’ jo likhi gayi hain ek bahut hi jaani-maani lekhika, upanyaskar,aur bahut hi achhi film nirmata Ismat Chugtai dwara. Iss series main honge 14 interesting episodes jisme aap janenge muslim dharm ke bare main,lekhika ke jeewan ke baare main aur bhi bahut kuch khaas, toh rukna kisliye? Shuru kariye sari sunana or janiye Ismat Chugtai ke bare main sirf ‘’Audio Pitara’’ par. Stay Updated on our shows at audiopitara.com and follow us on ...
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आओ जज़्बातों को लफ्ज़ देने की कोशिश करें MANKAHI ALSO AVAILABLE ON YOU TUBE KINDLY SUBSCRIBE https://youtube.com/c/MANKAHIGURTEJSINGHOFFICIAL
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"SEX" वो शब्द है जो हर किसी के जीवन में बहुत मायने रखता है लेकिन इसके बारे में बात करने के नाम पर लोग चुप्पी साध लेते हैं। सेक्स एजुकेशन के अभाव में लोग इससे जुड़ी सामान्य जानकारी तक नहीं रखते, सुनी-सुनाई बातों पर यकीन कर लेते हैं और कई गंभीर बीमारियों को न्योता देते हैं. कई शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि सेक्स सिर्फ संतान सुख के लिए नहीं, स्वस्थ जीवन के लिए भी यह बहुत मायने रखता है, तो आइए बात करते हैं शरीर से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक की समस्याओं के बारे में लाइव हिन्दुस्तान के पॉडकास् ...
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हेलो दोस्तों मैं हूं आशुतोष चौहान शायरियां,कहानियां, कविताएं सुनाता हूं | FM Ashu में आपका स्वागत है आपको हम हर एक कहानियां, कविताओं के साथ मिलते रहेंगे | कहानियां, कविताएं कैसी लग रही हैं मुझको जरूर बताएं मुझ तक अपनी बात या अपनी कहानियों को शेयर करने के लिए,✍️👇 gmail:[email protected] WhatsApp:-7234957436
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Hello Guys Welcome To My Podcast Channel With RJ Shivu Ki Poetry. Visit My YouTube Channel :- https://www.youtube.com/channel/UCVOuECku0rOAeeqcLEhriBA
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शायरी की बीमारी | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
16:44
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16:44आग़ा शिराज़ी साहब वैसे तो नेक आदमी थे लेकिन उनको एक बीमारी थी कि हर बात के लिए उनके पास चार शेर होते थे. अगर आप कभी कहें कि मुझे दिल का दौरा पड़ रहा है और मैं मरने वाला हूं एंबुलेंस बुला दीजिए तो कहेंगे "बुलाता हूं लेकिन पहले मौत पर चार शेर सुन लीजिए" - सुनिये एक सनकी शायर की मज़ेदार कहानी स्टोरीबॉक्स में…
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दफ़्तर का एक दिन | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:04
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14:04ये जो सुबह सुबह बड़े शहरों में आप टिफिन कंधे पर लटकाए मल्टी नैशनल कंपनियों की शीशे की ऊंची-ऊंची इमारतों में दाखिल होते हुए देखते हैं, ये लोग ऑफ़िसों में पूरे दिन क्या करते हैं - जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ सुनिये 'दफ्तर का एक दिन' मेंद्वारा Aaj Tak Radio
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सिगरेट पीने वाले लोग | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
13:33
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13:33सिगरेट पीने वाले दो लोगों की दोस्ती तब होती है जब वो साथ में सिगरेट पीते हैं, वो दोस्ती पक्की तब होती है जब वो एक-दूसरे की सिगरेट पीने लगते हैं और पक्की दोस्ती जिगरी दोस्ती में तब बदलती है जब वो सिगरेट के चक्कर में आपस में झगड़ा करने लगते हैं - सुनिये "सिगरेट पीने वाले लोग" स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से…
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मुखर्जी बाबू की डायरी | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
20:43
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20:43लंदन में रहने वाले मुखर्जी साहब के पास एक डायरी थी जिसमें उन तमाम ख़ूबसूरत औरतों के नाम थे जो उनसे पिछले 15 सालों में मिली थीं. जब भी उनके पास कुछ फ़ुर्सत होती तो डायरी खोलते और लाइन से लिखे नामों पर फोन करने लगते. उन्होंने नामों के आगे ये भी लिख रखा था कि आखिरी बार बात हुई थी तो क्या बात हुई थी. फोन करते ही उसी बात से बात शुरु करते ताकि लगे कि पुर…
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दुनिया का हर पिता अपनी औलाद की खुशी के लिए तो जीता है. बच्चे की एक मुस्कुराहट के लिए खुद को थोड़ा-थोड़ा रोज़ खत्म करता है. सुनिये कहानी पापा की कलाई घड़ी, सिर्फ स्टोरीबॉक्स परद्वारा Aaj Tak Radio
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इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
18:29
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18:29चांद की सरकार को ये सिखाने के लिए कि कम मेहनत में ज़्यादा क्रिमिनल कैसे पकड़े जाएं, देश की सरकार ने अपने कर्मठ कर्मचारी इंस्पेक्टर मातादीन को चांद पर भेजने का फैसला किया. फिर क्या हुआ? जानने के लिए सुनिए हरिशंकर परसाई की लिखी कहानी ‘इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर’, स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.…
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मेरी पुरानी कमीज़ | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
11:04
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11:04आदमी के कपड़े क्या उसकी शख्सियत तय करते हैं? कोई कहता है हां और कोई कहना है ना, तो भइय्या मैंने अपनी बीवी से लगाई शर्त और फटी पुरानी कमीज़ पहनकर चल दिये डॉक्टर साहब की क्लीनिक. क्या हुआ वहां, सुनिए स्टोरीबॉक्स में जमशेद कमर सिद्दीक़ी से 'मेरी पुरानी कमीज़' में.द्वारा Aaj Tak Radio
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तुम्हारे पास कोई दास्तां है? | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:13
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14:13उसकी नींद का कमरा अजीब-अजीब सपनों के काले पर्दों से ढका था. घबरा कर उठ जाना जाने नियति थी या आदत लेकिन हर बार यूँ पसीने से लथपथ घबराई सी हालत में उठने के बाद वह सबसे पहले अपना चेहरा देखने की कोशिश करती. जब भी वह जागती तब गाल पर, हथेलियों पर, कलाईयों पर अलग अलग से निशान मिला करते. सुंदर होना उसके लिए अभिशाप बन गया था. सुनिए सुष्मा गुप्ता की लिखी कहा…
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किसकी बिरयानी सबसे बढ़िया? ये एक ऐसा सवाल है जिसको लेकर आए दिन हैदराबाद, लखनऊ और दिल्ली वाले आपस में तूतू-मैंमैं किया करते हैं. यही बहस एक दिन शुरु हो गयी मोहल्ले की चाय की टपरी पर जहां मौजूद थे एक हैदराबादी, एक लखनऊ और एक दिल्ली वाले. बहस में किस शहर की हुई जीत? सुनिए जमशेद कमर सिद्दीक़ी से स्टोरीबॉक्स में…
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प्रेमी के साथ एक सफ़र | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
12:50
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12:50सामने वाली सीट पर बैठी उस लड़की को जब मैं देखने लगा तो काका बोले, "सुनो तुम मत देखो. मैं देख सकता हूं. इस देश में बूढ़े लोगों को प्रिवलेज मिला है कि वो किसी को भी देख सकते हैं लेकिन तुम मत देखो, तुम अभी जवान हो" पेश है सटायर के उस्ताद हरिशंकर परसाई की लिखी कहानी 'प्रेमी के साथ एक सफर'द्वारा Aaj Tak Radio
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लखनऊ वाले चुस्सी पहलवान | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
18:47
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18:47पुराने लखनऊ में अकबरी गेट के पास चाय की दुकानों पर अख़बार पढ़ते दिखाई देने वाले चुस्सी पहलवान को इस बार नया शिगूफ़ा मिला. ज़मीन के नीचे दबी गड़ी हुई दौलत तलाशने का. सुनिए कहानी ‘स्टोरीबॉक्स’ में.द्वारा Aaj Tak Radio
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नफरत Online | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
11:13
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11:13मुल्क में हालात खराब थे. हर तरफ नफरत की आग धधक रही थी. सोशल मीडिया पर दोनों तरफ से नाराज़गी साफ दिख रही थी. और ऐसे समय में समर्थ को अंसारी साहब के दरवाज़े पहुंचना था, उस गली में जहां उसका बचपन गुज़रा था, पर अब वो इलाका उसका 'अपना' नहीं रहा था. सुनिए पूरी कहानी 'नफरत ऑनलाइन' स्टोरीबॉक्स में.द्वारा Aaj Tak Radio
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मुझे मरे हुए लोग दिखते हैं | हॉरर स्टोरी| स्टोरीबॉक्स
22:59
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22:59वो सात साल का बच्चा स्कूल के अकेले कमरे में किससे बातें करता था? वो कौन था जो हमेशा उसके साथ रहता था लेकिन और किसी को दिखाई नहीं देता था? सुनिए कहानी 'मुझे मरे हुए लोग दिखते हैं' स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी सेद्वारा Aaj Tak Radio
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अल्लाह मियां का बैंगन | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
10:26
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10:26जब जेब में आखिरी अठन्नी बची तो मैं बाज़ार से बैंगन खरीद लाया लेकिन बावर्ची खाने में जब बीवी ने बैंगन को काटा तो उसमें उसे कुछ अजीब सा निशान दिखाई दिया जिसे ग़ौर से देखो तो लग रहा था 'अल्लाह' लिखा है - सुनिए स्टोरीबॉक्स में कहानी अल्लाह मियां का बैंगनद्वारा Aaj Tak Radio
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वो जीनियस लड़का | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:38
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14:38वो लड़का हर सवाल के सही जवाब देता था चाहे आप उससे इतिहास पर पूछिए या राजनीति पर, धर्म पर पूछिये या विज्ञान पर. उसे सब पता था लेकिन उस जीनियस लड़के की एक बचकानी ख्वाहिश भी थी जो कोई नहीं जानता था. सुनिये स्टोरीबॉक्स में कहानी - वो जीनियस लड़काद्वारा Aaj Tak Radio
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आशिक़ अली की ईद मुबारक | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:29
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14:29आशिक़ अली ने ईद का दिन चुना था अपनी मुहब्बत के इज़हार के लिए लेकिन क्या उन्हें मिल पाएगी मुहब्बत की ईदी? सुनिए स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.द्वारा Aaj Tak Radio
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कलकत्ता की एक रात | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
26:49
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26:49अजनबी शहर में उस अजनबी औरत ने अचानक मेरे कान के पास आकर कहा, "सच जानना है तो मेरे साथ आइये" पता नहीं मैं उसकी खूबसूरती से मुतास्सिर था या उसके अंदाज़ से मैं उसके पीछे चल दिया - सुनिए चतुर्सेन शास्त्री की कहानी 'कलकत्ता की एक रात' स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.द्वारा Aaj Tak Radio
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जिलानी साहब की दावत | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:59
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14:59जिलानी साहब के बेटे की सगाई में बड़ी दावत का इंतज़ाम था लेकिन ऐन वक्त पर जब लोग खाने का लुत्फ़ ले रहे थे तो पता चला कि कुछ लोग बिन बुलाए दावत में घुस आए हैं - कैसे पकड़ेंगे उन बिन बुलाए लोगों को जिलानी साहब - सुनिए स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.द्वारा Aaj Tak Radio
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शेष रहेगा प्रेम | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
17:20
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17:20नब्बे के दशक की एक उदास प्रेम कहानी जिसमें तृष्णा और केशव ने प्रेम की एक नई परिभाषा गढ़ी जो सदियों तक याद की जाएगी. सुनिए रश्मि कुलश्रेष्ठ की लिखी कहानी 'शेष रहेगा प्रेम' का एक हिस्सा स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.द्वारा Aaj Tak Radio
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एक ज़मीन जो अपनों का खून मांगती थी और उसके बदले में देती थी लहलहाती फसल. ज़मीन से पैदावार निकालने के इस लालच भरे खेल में बहा बेइंतिहा खून और काट कर डाल दी गयी अपनों की लाशें - सुनिए पूरी कहानी जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से. साउंड मिक्सिंग: रोहन भारतीद्वारा Aaj Tak Radio
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मां कहां है? | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
13:00
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13:00नफ़रत की आग में पूरा शहर जल रहा था. हर तरफ लाशों के ढेर लगे थे. कहीं से हर हर महादेव के नारे की आवाज़ आती थी कहीं से अल्लाह हुअकबर की. यूनुस खान नाम का बलोच अपने ट्रक से गुज़र रहा था कि उसे सड़क किनारे एक छोटी बच्ची खून से लथपथ दिखाई दी - सुनिए कृष्णा सोबती की लिखी कहानी 'मां कहां है' साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती…
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मेरी मम्मी का लव लेटर | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
20:27
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20:27उस दोपहर घर के कबाड़ वाले कमरे में कुछ ढूंढते हुए मेरी नज़र एक पुरानी किताब पर पड़ी. धूल से पटी वो किताब कोई नॉवेल थी. मैंने उसे खोला तो अंदर से एक कागज़ सरक कर नीचे गिरा. मैंने पढ़ा तो वो ख़त उनके प्रेमी का था. सुनिए पूरी कहानी स्टोरीबॉक्स में. साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंहद्वारा Aaj Tak Radio
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वीकेंड के क्रांतिकारी | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
18:04
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18:04बहुत पुराने वक्त की बात है. एक शहर था जहां सब कुछ ठीक था. ठीक इसलिए था क्योंकि उस शहर में कोई किसी से शिकायत नहीं करता था. लोगों में ज़ब्त का बड़ा माददा था. उदास चेहरे , भूख और बेकारी तो थी लेकिन फिर भी सब कुछ ठीक था. लोग अपने शहर के हुक्मरान से प्यार करते थे. क्रांति स्थगित थीं क्योंकि क्रांतिकारियों को दफ़्तर से छुट्टी नहीं मिलती थी लेकिन हां कुछ…
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पहली सी मुहब्बत | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
21:08
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21:08हम उस जेनरेशन से आते हैं जो इश्क़ करना फिल्मों से सीखती है जहां हर पल कुछ हो रहा होता है. कोई शरारत, कोई बात, कोई बातचीत. हम समझते हैं कि इश्क़ में ऐसा ही होता है और अगर ये नहीं है तो इश्क़ बोरिंग है लेकिन हकीकत ये है कि इश्क़ उन शादीशुदा पुराने लोगों के बीच भी होता है जो एक कमरे में बैठे बिना बात किये खामोशी से अपना अपना काम करते रहते हैं. उनका इश…
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मुझे बच्चों से बचाओ | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
12:49
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12:49हमारे मुहल्ले में एक साहब रहते हैं जिनके 6 बच्चे हैं और सारे के सारे बच्चे इतने शैतान कि जिस तरफ जाते हैं लगता है टिड्डी किसी खेत पर हमला करने जा रहे हैं. एक रोज़ वो साहब अपने सारे बच्चों और बीवी के साथ हमाए घर मोहल्लेदारी करने आ गए. बच्चों ने पूरे घर का जायज़ा इस तरह लेना शुरु कर दिया जैसे वो किसी कमरे में नहीं, किसी जंगल में आए हों. उसके बाद दो ब…
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चलो एक बार फिर से | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
26:22
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26:22"दुनिया में औलाद और मां-बाप की ये कहानी हज़ारों बार दोहराई जा चुकी है पर ये कहानी है कि कभी पुरानी नहीं होती. ये कहानी तब तक दोहराई जाएगी जब तक औलादें उतनी मुहब्बत अपने मां-बाप से करना नहीं सीखेंगी. फिक्र मत करो, घर तुम्हारे नाम कर दिया है बेटा" - सुनिये उम्र के आखिरी मोड़ पर खड़े एक शख्स की आखिरी मुहब्बत और उसके बेटे की नाराज़गी की कहानी - चलो एक …
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उनकी हर बात 'नहीं' से शुरु होती थी. मान लीजिए आप उनसे कहें कि आज बड़ी सर्दी है, वो कहेंगे "नहीं, कल ज़्यादा पड़ेगी" आप कहिए, "मैं कल सड़क पर फिसल कर गिर गया" वो फौरन कहेंगे, "नहीं, ये तो कुछ भी नहीं, मैं तो एक दफ़ा ऐसा फिसला था कि क्या बताऊं, हुआ यूं कि..." और फिर किस्सा शुरु कर देंगे. हमेशा चूड़ीदार पैजामा पहनते थे औक मूंछों पर ताव देते थे. पैजामा…
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दा निज़ामुद्दीन एक्सप्रेस | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
22:48
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22:48निज़ामुद्दीन एक्सप्रेस में मिले दो अजनबी खेलते हैं ट्रेन में कौन सा ख़तरनाक खेल? सुनिए जमशेद क़मर सिद्दीक़ी की नई थ्रिलर कहानी - दा निज़ामुद्दीन एक्सप्रेसद्वारा Aaj Tak Radio
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The New Year Psycho | दा न्यू ईयर साइको | स्टोरीबॉक्स
16:43
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16:43वो नए साल की रात थी... चैपल स्ट्रीट से घर लौटते एक शख्स को एक औरत की लाश पड़ी मिली... लाश का सर धड़ से अलग था. और उसे बेरहमी से मारा गया था. जिस्म के सारे नाखून खींच लिये गए थे और सर से सारे बाल नोच लिये गये थे. पुलिस को ख़बर की गयी लेकिन जबतक पुलिस पहुंची तब तक इलाके में एक और कत्ल हो गया. दो रोज़ के बाद पुलिस को एक खत मिला जिसमें कातिल ने कहा था …
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मेरे पति की पतलून | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:55
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14:55"तुम कहना क्या चाहती हो, क्या ये कह रही हो कि मैं नहाता नहीं हूं, मैं तो रोज़ नहाता हूं बल्कि दिन में दो बार नहाता हूं" - "देखिए, दो डोंगा पानी डाल कर पोछ लेने को नहाना नहीं कहते, कभी बाथरूम में रखी वो लाल रंग की टिकिया देखी है उसे साबुन कहते हैं, कभी इस्तेमाल की है वो" - "नहीं, मैं साबुन नहीं लगाता क्योंकि साबुन में तेज़ाबी चीज़ें होती हैं और उससे…
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सर्द रात में उसकी बेटी बुखार से बुरी तरह से तप रही थी लेकिन उसकी जेब में इतना पैसा भी नहीं था कि एक चादर ख़रीद सकता. बेटी अपनी कंपकपी छुपा रही थी ताकि बूढ़ा बाप अपनी बेबसी पर कम शर्मिंदा हो लेकिन उसके कांपते हुए होंठ उसका साथ नहीं दे रहे थे. बाप उठा और कब्रिस्तान की तरफ चल दिया - सुनिए कहानी जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से…
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एक चुगलख़ोर की मौत | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
21:31
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21:31चुगलखोर चाचा जब मर कर दूसरी दुनिया में पहुंचे तो उन्हें पता चला कि वो तो दोज़ख में भेज दिये गए हैं। वहां उन्होंने क्या किया कि उन्हें वापस जन्नत भेजा गया और आखिर क्यों उन्हें जन्नत रास नहीं आई - सुनिए पूरी कहानी स्टोरबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी सेद्वारा Aaj Tak Radio
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ठाकुर का कुआं | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
9:20
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9:20बात सिर्फ एक ग्लास पानी की थी लेकिन घर में रखा पानी बदबूदार था. उसका गला इस क़दर सूख गया था कि बस मरने ही वाला था और पूरे गांव में सिर्फ एक कुआं था जहां पानी मिल सकता था और वो था ठाकुर साहब का कुआं. उस कुएं से पानी पीना उसके लिए मना था लेकिन उसकी पत्नी ने फैसला किया कि वो आधी रात को जाएगी पानी लेने के लिए - सुनिए कहानियों के बादशाह मुंशी प्रेमचंद क…
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ससुर जी का पुराना स्कूटर | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
22:12
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22:12उस रात मानव इतिहास में पहली बार एक अनोखा काम होने जा रहा था। एक आदमी जिसे खुद एक काम नहीं आता था वो आदमी वही काम दूसरे को सिखाने जा रहा था. वो काम था स्कूटर चलाना सिखाना. हमने सोचा था कि सिखाने में क्या मुश्किल है बस यही तो कहना है - सामने देखो-सामने देखो, बैलेंस बनाओ-बैलेंस बनाओ... चलाने वाला सीखता तो खुदी है... पर हम ग़लत थे उस रात कुछ ऐसा हो गया…
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Come First or Comfort! the choice is yours
15:04
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15:04Life is full of opportunities; it begins when you realize it. Don't bind yourself to just one thing. Don't limit your potential, instead, break the boundaries, shatter limitations, and don't be afraid of losing. Work hard, expand your wings and explore until you realize your worth. Join host Ashish Bhusal in this enlightening episode. Learn more ab…
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एक शायर की मौत | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
15:13
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15:13एक शायर साहब किसी सरकारी दफ्तर से बाहर आ रहे थे कि तभी तेज़ आंधी चलने लगी. आंधी में एक पेड़ टूटकर गिरा और शायर साहब उसके नीचे दब गए. शायर साहब चिल्लाए कि कोई मुझे बचाओ, ये पेड़ हटाओ. तभी वहां से एक अधिकारी का चपरासी गुज़र रहा था. उसने कहा आप कौन हैं, वो दबा हुआ शख्स बोला, मैं शायर हूं, शेर सुनाता हूं। - सुनिए स्टोरीबॉक्स में मशहूर राइटर कृष्ण चंदर …
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Threads of love - Raksha Bandhan Special
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11:10In this heartwarming episode, we dive into the world of diverse relationships, showcasing how Raksha Bandhan transcends blood ties. The story centers around two close friends who celebrate Raksha Bandhan in a unique and heart-touching way. Tune in with host Ashish Bhusal for this special Raksha Bandhan episode. Learn more about your ad choices. Vis…
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कभी मैं, कभी तुम | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
23:47
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23:47कॉफी का रंग घुलने लगा था। बावर्ची खाने में आंखों के कोरों पर ग़म को पोंछते हुए ज़ैनब चाय की पत्ती का डिब्बा ढूंढने लगी। दूसरी शादी का पहला दिन था वो। सब कुछ कितना अजनबी लग रहा था वहां। वो दीवारें, वो शेल्फ़, वो बर्तन... जैसे वो किसी अंजानी सड़क से गुज़र रही हो और तमाम अजनबी आंखें घूर रही हों। एक मां के तौर पर भी उसे खुद से शिकवा था, इस रिश्ते के लि…
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Tara's journey from mental illness to mental wellness
11:26
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11:26In this episode of "Ek Tukda Zindagi Ka," host Ashish Bhusal shares an empowering story of Tara, a young woman who embarked on a transformative journey of mental health. It's a story of hope, resilience, and most importantly, a story of seeking help. To know more about Tara and her journey, listen to the episode. Learn more about your ad choices. V…
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मीरपुर के पीर साहब | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
21:50
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21:50मीरपुर के उस जलसे में मुझे स्टेज पर भेज दिया गया और दर्जनों लोग स्टेज पर आकर मुझसे गले लग कर जा रहे थे तभी मुझे मेरी जेब हलकी महसूस हुई. देखा तो कोई मेरा बटवा मार गया था. पैसे खोने का अफसोस नहीं था, डर इस बात का था कि बटुवे में रखा मेरे भाषण वाला पर्चा भी चला गया. सामने पांच हज़ार लोग थे। समझ नहीं आ रहा था कि अब बोलूं तो बोलूं क्या - सुनिए पतरस बुख…
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Comparing ourselves to others is a common yet significant mistake. We often wish to copy others, sometimes losing sight of our own unique identity. In this episode of "Ek Tukda Zindagi Ka," host Ashish Bhusal shares an enlightening story that emphasizes the importance of recognizing our true worth. For full detail, give it a listen! Learn more abou…
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This world is filled with billions of minds, each of them having a different point of view. Some will praise you for your work, while others criticize. However, it's all up to you to choose whether to see the glass half full or half empty. Well, tune in with host Ashish Bhusal to this episode for your Monday motivation. Learn more about your ad cho…
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उसके जाने के बाद | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
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23:01पत्नी का गुज़रे कुछ साल हुए थे कि मंशी जी बिल्कुल ज़िंदगी से अलग हो गए थे. किसी चीज़ में मन नहीं लगता था. कोई भूला भटका घर आ जाए तो उसे अपनी पत्नी के क़िस्से सुनाते रहते थे. पर एक रोज़ मैंने देखा कि वो सुबह सवेरे बन ठन कर कहीं निकल रहे हैं मैंने पीछा किया और जो देखा वो देख कर हैरान रह गया. पार्क में एक मोहतरमा उनका इंतज़ार कर रही थीं - सुनिये मुंशी…
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Can perspective vanish your problems?
7:54
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7:54Welcome to yet another captivating episode of "Ek Tukda Zindagi ka," where your host Ashish unravels the profound power of perspective. In this episode, we delve into the age-old question: "Can perspective vanish your problems?" Join us on this insightful journey as we explore a beautiful story that showcases the transformative impact of how we see…
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Forgiveness is indeed a powerful tool that empowers individuals to move forward, find inner peace, and cultivate a more positive and compassionate outlook on life. In a world filled with countless people - friends, enemies, loved ones, and those we may dislike - it becomes crucial to embrace forgiveness and let go of grudges. Join host Ashish Bhusa…
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सर्दियों की एक रात | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
14:52
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14:52रातें सर्द होने लगी थीं और उसके पास रहने का कोई इंतज़ाम नहीं था. उसने बहुत सोचा और फिर इस नतीजे पर पहुंचा कि उसके लिए अगले तीन महीने के लिए जेल से अच्छी जगह कोई नहीं है. उसे वहां मुफ्त खाना भी मिलेगा और कंबल भी. लेकिन सवाल ये था कि जेल जाने के लिए क्या किया जाए. उसने एक प्लान बनाया - सुनिए पूरी कहानी स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से…
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How to say NO | किसी को ना कैसे बोले?
14:24
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14:24In this episode, host Ashish Bhusal talks about why setting boundaries is important and how saying no can benefit your personal and professional life. We'll provide practical tips on how to say no effectively and kindly, without feeling guilty or hurting others. Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices…
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How to deal with Uncertainty? जीवन में अनिश्चितता से कैसे निपटें?
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13:24जीवन में ऐसी कई situations का सामना करना पढ़ता है जिसको लेकर आप कोई भी decision लें, ग़लत ही लगता है। ऐसे में, इस अनिश्चितता से कैसे निपटें? In this episode, Ashish will share how Steve Jobs changed his perspective on looking at different situations in life, how to use uncertainty as an opportunity for growth and how to accept changes one can't contr…
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ब्रेक अप एट गरबा नाइट | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद
13:05
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13:05वो गुड़गांव के दफ्तर में होने वाली गरबा नाइट थी। फालगुनी पाठक उसमें चीफ गेस्ट थीं। हर तरफ डांडिया थामे सजे-धजे लोग और माहौल में म्यूज़िक गूंज रही थी लेकिन इस भीड़ में एक लड़का था इशान.. जिसके चेहरे पर हवाइयां उड़ रही थीं क्योंकि उसे गरबा खेलते-खेलते करना था ब्रेकअप... सुनिए पूरी कहानी स्टोरीबॉक्स में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से…
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Life is full of challenges and our problems are like flowing water, like a river; it will flow. If we remain stagnant, and apprehensive of the difficulties ahead, we misunderstand the nature of challenges. The key is to keep moving forward and you will get the solution. Well, tune in with host Ashish Bhusal to this episode for your Monday motivatio…
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