show episodes
 
Artwork

1
EPIC Hindi

EPIC Hindi

Unsubscribe
Unsubscribe
मासिक
 
जाने जीवनी, इतिहास, ज्योतिष, संस्कृत, भूगोल, विज्ञान, राजनीति, आध्यात्म और भी बहुत कुछ ..................... EPIC HIndi के साथ www.epichindi.in
  continue reading
 
Artwork

1
BHARATVANI... Kavita Sings INDIA

Kavita Sings India भारतवाणी

Unsubscribe
Unsubscribe
साप्ताहिक
 
BHARATVAANI...KAVITA SINGS INDIA I Sing.. I Write.. I Chant.. I Recite.. I'm here to Tell Tales of my glorious motherland INDIA, Tales of our rich cultural, spiritual heritage, ancient Vedic history, literature and epic poetry. My podcasts will include Bharat Bharti by Maithilisharan Gupta, Rashmirathi and Parashuram ki Prateeksha by Ramdhari Singh Dinkar, Kamayani by Jaishankar Prasad, Madhushala by Harivanshrai Bachchan, Ramcharitmanas by Tulsidas, Radheshyam Ramayan, Valmiki Ramayan, Soun ...
  continue reading
 
Artwork

1
Ramayana

Fever Stories

Unsubscribe
Unsubscribe
रोज
 
रामायण - भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, एक अद्वितीय कथा जो हमें धर्म, नैतिकता, और प्रेम की महत्वपूर्ण सीखें देती है। अब, इस महाकाव्य को नए अंदाज़ में देखने का समय आ गया है। नितीश भारद्वाज की आवाज़ में, हम लेकर आए हैं एक नए और उत्कृष्ट रूप में "रामायण"। यह नया फॉर्मेट हमें एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा, जहां हम इस प्राचीन कथा को नए तरीके से अनुभव करेंगे। "रामायण" या राम कथा भारतीय जानमानस की भावनाओं से गहरे जुडी कहानी है; जिसके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। तो आइये इसे सु ...
  continue reading
 
"Urvashi" by Ramdhari Singh Dinkar is a celebrated epic poem in Hindi literature. It reimagines the tale of Urvashi, the celestial nymph, and her relationship with King Pururava. Dinkar's poetic brilliance and storytelling prowess breathe new life into this classic mythological narrative, exploring themes of love, desire, and the eternal quest for immortality. Visit https://krity.app/ for more books and to become a narrator. Follow us on Instagram @krity.app and stay updated with the latest ...
  continue reading
 
Mauraya Samrajya ke sansthapak Chandragupt ne apni sujhbhujh aur himmat par Bharat ki taraf badhte videshi hamlavar Sikandar ko roka tha. Isi Chandragupt ko kendra mein rakh kar Jayshankar Prasad ne 'Chandragupt' shirshak se natak ki rachna ki hai, jisme Bharatiya itihaas, darshan evam sanskriti ki jhalak milti hai. Aise hi, interesting audio stories aur podcast suniye only on Audio Pitara par. #chandragupt #journey #power #struggles #sacrifices #ancient #india #epic #audiopitara #sunnazaroo ...
  continue reading
 
Artwork
 
Hi Friends, Main Anil hun aur aapka apne Podcast channel pe swagat karta hun. Isse channel ke madhyam se main apne dil ke kareeb jo kahaaniyaan hai wo aapke dil tak pahuchane ki koshish karunga, to chaliye mere saath dil ko chu leni wali kahaniyon mein bane rehne ke liye isse channel ko subscribe karein. Welcome to my Podcast chanel, Here, you will find a treasure trove of captivating tales, woven with creativity and brought to life through the power of storytelling. From epic adventures to ...
  continue reading
 
Are you fascinated by the stories and mythology of ancient India? Do you want to learn more about the epic tale of Ramayana and its relevance to modern-day life? Then you should check out Ramayan Aaj Ke Liye, the ultimate podcast on Indian mythology and culture. Hosted by Kavita Paudwal, this podcast offers a deep dive into the world of Ramayana and its characters, themes, and teachings.
  continue reading
 
Loading …
show series
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, की क्या प्रभु राम ही देवी अहिल्या के मुक्ति का मार्ग हैं? कैसे सर्व शक्तिमान प्रभु राम के हाथों होगा देवी अहिल्या का उद्धार? क्या रघुकुल वंशी, अयोध्या नंदन प्रभु राम जानकी देवी सीता को स्वयंवर में प्राप्त कर पाएंगे? जानने के लिए “रामायण” क…
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, इंद्र देव के लालसा से कैसे देवी अहिल्या को मिला पत्थर की मूरत बनने का श्राप।सुनिए एक ऐसी कहानी जहाँ युगों से पुरुषों के अपराध की सजा एक स्त्री को मिलती आ रही है। क्या प्रभु राम अहिल्या को उनके श्राप से मुक्त करपायेंगे? जानने के लिए “रामायण…
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, प्रभु राम के पराक्रम के बारे में, की कैसे राक्षशी ताड़का जैसी तूफ़ान का वध करके सिद्धाश्रम को अत्याचार से मुक्त किय।आइये और प्रभु राम के अद्भुत पराक्रमों का आनंद लीजिय। क्या प्रभु राम मिथिलेश जनक की पुत्री सीता के स्वयंवर में धनुष संधान की च…
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, की कैसे कुमारों ने कम आयु में कुल गुरु ऋषि वशिष्ट के दीक्षा से अपनी शिक्षा प्राप्त की। जानिए क्या महाराज दशरत रघुकुल की रीत का पालन करपायेंगे? महाऋषि विश्वामित्र को निराश ना करने का वचन निभा पाएंगे? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को…
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 94_कलङ्कः कस्तूरी रजनिकर बिम्बं जलमयं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकलङ्कः कस्तूरी रजनिकर बिम्बं जलमयं कलाभिः कर्पूरै-र्मरकतकरण्डं निबिडितम् । अतस्त्वद्भोगेन प्रतिदिनमिदं रिक्तकुहरं विधि-र्भूयो भूयो निबिडयति नूनं तव कृते ॥ 94 ॥
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, श्री राम के बाल लीलाओं के रूप में उनकी दैवयी शकितयों की कहानी। नटखट लीलाएं करके नन्हे राम का मन ही नहीं भरता था। सुइये कैसे अपना लीलाओं से अपनी माँ को ब्रह्माण्ड नायक श्री विष्णु की माता होने का एहसास दिलाया।जानने के लिए “रामायण” के इस नए …
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, दर्शन कीजिये नन्हे कौशल्या पुत्र का। जानिए भला कैसा रूप है नन्हे प्रभु का की शंकर देव भी कुमारों के दर्शन को अयोध्या पहुंचे? कैसे होगा नामकरण चरों दशरत पुत्रों का? कौशल्या नंदन का नाम कैसे पावनता की पराकाष्ठा है? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को सुने।…
  continue reading
 
Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , राजा दशरत के चार कुमार पुत्रों के जन्म की कथा। जानिए सृष्टि के नयाल श्री हरी विष्णु के पृथिवी में अवतार लेने की कहानी। जानिए अयोध्या में कैसे खुशियों का आगमन हुआ? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को सुने। इस FULL Episode में आपको मील…
  continue reading
 
Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , कैसे Raavan के दुष्कर्मों का प्रभाव, तीनो लोकों मे चिंता का विषय बन जाता है. क्या होगा जब देवताओं और Brahma का संवाद होगा? अब तक की श्रापों का असर क्या होगा? क्या यही है Raavan के अंत की शुरुआत? Dharti लोक में Vishnu का अवतार, रावण के विनाश की कहानी का आगाज, जानने के लिए, “रामायण” के इस नए एपिसोड क…
  continue reading
 
Raavan के अहंकार का नाश | Ramayan Episode 2 | Hindi Audio Story | Fever Storiesनमस्कार,Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य| Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , कैसे रावण के गिरावट उसकी अहंकारी हावीपन से हुआ।क्या होगा, जब Vishnu का ध्यान कर रही वेदवती के सामने Raavan करेगा अपमान? क्या होगा, जब उनका अंत आएगा?इस…
  continue reading
 
Subscribe to Fever Stories Youtube channel here: https://www.youtube.com/@FeverStoriesRamayan के आज के Episode में हम जानेंगे- Raavan का अद्भुत रहस्य! सुनिए कैसे एक साधारण इंसान ने अपनी अदभुत शक्ति से तीनों लोकों को चुनौती दी।Nitish Bharadwaj लाते हैं आपके सामने Raavan के पूरे परिवार और उनकी अदभुत शक्तियों का रोचक वर्णन। उनकी लालसा से भरी हरकतें, क…
  continue reading
 
रामायण - भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, एक अद्वितीय कथा जो हमें धर्म, नैतिकता, और प्रेम की महत्वपूर्ण सीखें देती है। अब, इस महाकाव्य को नए अंदाज़ में देखने का समय आ गया है। नितीश भारद्वाज की आवाज़ में, हम लेकर आए हैं एक नए और उत्कृष्ट रूप में "रामायण"। यह नया फॉर्मेट हमें एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा, जहां हम इस प्राचीन कथा को नए तरीके …
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 93_अराला केशेषु प्रकृति सरला मन्दहसिते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaअराला केशेषु प्रकृति सरला मन्दहसितेशिरीषाभा चित्ते दृषदुपलशोभा कुचतटे ।भृशं तन्वी मध्ये पृथु-रुरसिजारोह विषयेजगत्त्रतुं शम्भो-र्जयति करुणा काचिदरुणा ॥ 93 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 92_गतास्ते मञ्चत्वं द्रुहिण हरि रुद्रेश्वर भृतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaगतास्ते मञ्चत्वं द्रुहिण हरि रुद्रेश्वर भृतःशिवः स्वच्छ-च्छाया-घटित-कपट-प्रच्छदपटः ।त्वदीयानां भासां प्रतिफलन रागारुणतयाशरीरी शृङ्गारो रस इव दृशां दोग्धि कुतुकम् ॥ 92 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 91_पदन्यास-क्रीडा परिचय-मिवारब्धु-मनसः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपदन्यास-क्रीडा परिचय-मिवारब्धु-मनसःस्खलन्तस्ते खेलं भवनकलहंसा न जहति ।अतस्तेषां शिक्षां सुभगमणि-मञ्जीर-रणित-च्छलादाचक्षाणं चरणकमलं चारुचरिते ॥ 91 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 90_ददाने दीनेभ्यः श्रियमनिश-माशानुसदृशीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaददाने दीनेभ्यः श्रियमनिश-माशानुसदृशींअमन्दं सौन्दर्यं प्रकर-मकरन्दं विकिरति ।तवास्मिन् मन्दार-स्तबक-सुभगे यातु चरणेनिमज्जन् मज्जीवः करणचरणः ष्ट्चरणताम् ॥ 90 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 89_नखै-र्नाकस्त्रीणां करकमल-सङ्कोच-शशिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनखै-र्नाकस्त्रीणां करकमल-सङ्कोच-शशिभिःतरूणां दिव्यानां हसत इव ते चण्डि चरणौ ।फलानि स्वःस्थेभ्यः किसलय-कराग्रेण ददतांदरिद्रेभ्यो भद्रां श्रियमनिश-मह्नाय ददतौ ॥ 89 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 88_पदं ते कीर्तीनां प्रपदमपदं देवि विपदां_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपदं ते कीर्तीनां प्रपदमपदं देवि विपदांकथं नीतं सद्भिः कठिन-कमठी-कर्पर-तुलाम् ।कथं वा बाहुभ्या-मुपयमनकाले पुरभिदायदादाय न्यस्तं दृषदि दयमानेन मनसा ॥ 88 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 87_हिमानी हन्तव्यं हिमगिरिनिवासैक-चतुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaहिमानी हन्तव्यं हिमगिरिनिवासैक-चतुरौनिशायां निद्राणं निशि-चरमभागे च विशदौ ।वरं लक्ष्मीपात्रं श्रिय-मतिसृहन्तो समयिनांसरोजं त्वत्पादौ जननि जयत-श्चित्रमिह किम् ॥ 87 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 86_मृषा कृत्वा गोत्रस्खलन-मथ वैलक्ष्यनमितं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaमृषा कृत्वा गोत्रस्खलन-मथ वैलक्ष्यनमितंललाटे भर्तारं चरणकमले ताडयति ते ।चिरादन्तः शल्यं दहनकृत मुन्मूलितवतातुलाकोटिक्वाणैः किलिकिलित मीशान रिपुणा ॥ 86 ॥
  continue reading
 
Souundaryalahari Shlok 85_नमो वाकं ब्रूमो नयन-रमणीयाय पदयोः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनमो वाकं ब्रूमो नयन-रमणीयाय पदयोःतवास्मै द्वन्द्वाय स्फुट-रुचि रसालक्तकवते ।असूयत्यत्यन्तं यदभिहननाय स्पृहयतेपशूना-मीशानः प्रमदवन-कङ्केलितरवे ॥ 85 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 84_श्रुतीनां मूर्धानो दधति तव यौ शेखरतया_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaश्रुतीनां मूर्धानो दधति तव यौ शेखरतयाममाप्येतौ मातः शेरसि दयया देहि चरणौ ।यय‌ओः पाद्यं पाथः पशुपति जटाजूट तटिनीययो-र्लाक्षा-लक्ष्मी-ररुण हरिचूडामणि रुचिः ॥ 84 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 83_पराजेतुं रुद्रं द्विगुणशरगर्भौ गिरिसुते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपराजेतुं रुद्रं द्विगुणशरगर्भौ गिरिसुतेनिषङ्गौ जङ्घे ते विषमविशिखो बाढ-मकृत ।यदग्रे दृस्यन्ते दशशरफलाः पादयुगलीनखाग्रच्छन्मानः सुर मुकुट-शाणैक-निशिताः ॥ 83 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 82_करीन्द्राणां शुण्डान्-कनककदली-काण्डपटलीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकरीन्द्राणां शुण्डान्-कनककदली-काण्डपटलींउभाभ्यामूरुभ्या-मुभयमपि निर्जित्य भवति ।सुवृत्ताभ्यां पत्युः प्रणतिकठिनाभ्यां गिरिसुतेविधिज्ञे जानुभ्यां विबुध करिकुम्भ द्वयमसि ॥ 82 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 81_गुरुत्वं विस्तारं क्षितिधरपतिः पार्वति_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaगुरुत्वं विस्तारं क्षितिधरपतिः पार्वति निजात्नितम्बा-दाच्छिद्य त्वयि हरण रूपेण निदधे ।अतस्ते विस्तीर्णो गुरुरयमशेषां वसुमतींनितम्ब-प्राग्भारः स्थगयति सघुत्वं नयति च ॥ 81 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 80_कुचौ सद्यः स्विद्य-त्तटघटित-कूर्पासभिदुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकुचौ सद्यः स्विद्य-त्तटघटित-कूर्पासभिदुरौकषन्तौ-दौर्मूले कनककलशाभौ कलयता ।तव त्रातुं भङ्गादलमिति वलग्नं तनुभुवात्रिधा नद्ध्म् देवी त्रिवलि लवलीवल्लिभिरिव ॥ 80 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 79_निसर्ग-क्षीणस्य स्तनतट-भरेण क्लमजुषो_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनिसर्ग-क्षीणस्य स्तनतट-भरेण क्लमजुषोनमन्मूर्ते र्नारीतिलक शनकै-स्त्रुट्यत इव ।चिरं ते मध्यस्य त्रुटित तटिनी-तीर-तरुणासमावस्था-स्थेम्नो भवतु कुशलं शैलतनये ॥ 79 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 78_स्थिरो गङ्गा वर्तः स्तनमुकुल-रोमावलि-लता_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaस्थिरो गङ्गा वर्तः स्तनमुकुल-रोमावलि-लताकलावालं कुण्डं कुसुमशर तेजो-हुतभुजः ।रते-र्लीलागारं किमपि तव नाभिर्गिरिसुतेबेलद्वारं सिद्धे-र्गिरिशनयनानां विजयते ॥ 78 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 77_यदेतत्कालिन्दी-तनुतर-तरङ्गाकृति शिवे_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaयदेतत्कालिन्दी-तनुतर-तरङ्गाकृति शिवेकृशे मध्ये किञ्चिज्जननि तव यद्भाति सुधियाम् ।विमर्दा-दन्योन्यं कुचकलशयो-रन्तरगतंतनूभूतं व्योम प्रविशदिव नाभिं कुहरिणीम् ॥ 77 ॥
  continue reading
 
मनुष्य कभी धन के साथ गरीब नहीं होता, यह कहावत गहरे अर्थों में हमें ध्यान दिलाती है। पैसे की कमी होने पर भी यदि किसी के मन में सच्ची खुशियाँ, संबंध और संवाद की अमीरी होती है, तो वह वास्तविक धन के लाभों से कभी भी गरीब नहीं होता। यह उसे संतुष्ट, समृद्ध और सहज बनाता है, क्योंकि धन केवल एक माध्यम होता है, न कि अंत में सच्ची धन की भूमिका होती है। इस प्रक…
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 76_हरक्रोध-ज्वालावलिभि-रवलीढेन वपुषा_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaहरक्रोध-ज्वालावलिभि-रवलीढेन वपुषागभीरे ते नाभीसरसि कृतसङो मनसिजः ।समुत्तस्थौ तस्मा-दचलतनये धूमलतिकाजनस्तां जानीते तव जननि रोमावलिरिति ॥ 76 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 75_तव स्तन्यं मन्ये धरणिधरकन्ये हृदयतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaतव स्तन्यं मन्ये धरणिधरकन्ये हृदयतःपयः पारावारः परिवहति सारस्वतमिव ।दयावत्या दत्तं द्रविडशिशु-रास्वाद्य तव यत्कवीनां प्रौढाना मजनि कमनीयः कवयिता ॥ 75 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 74_वहत्यम्ब स्त्म्बेरम-दनुज-कुम्भप्रकृतिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaवहत्यम्ब स्त्म्बेरम-दनुज-कुम्भप्रकृतिभिःसमारब्धां मुक्तामणिभिरमलां हारलतिकाम् ।कुचाभोगो बिम्बाधर-रुचिभि-रन्तः शबलितांप्रताप-व्यामिश्रां पुरदमयितुः कीर्तिमिव ते ॥ 74 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 73_अमू ते वक्षोजा-वमृतरस-माणिक्य कुतुपौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaअमू ते वक्षोजा-वमृतरस-माणिक्य कुतुपौन सन्देहस्पन्दो नगपति पताके मनसि नः ।पिबन्तौ तौ यस्मा दविदित वधूसङ्ग रसिकौकुमारावद्यापि द्विरदवदन-क्रौञ्च्दलनौ ॥ 73 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 72_समं देवि स्कन्द द्विपिवदन पीतं स्तनयुगं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaसमं देवि स्कन्द द्विपिवदन पीतं स्तनयुगंतवेदं नः खेदं हरतु सततं प्रस्नुत-मुखम् ।यदालोक्याशङ्काकुलित हृदयो हासजनकःस्वकुम्भौ हेरम्बः परिमृशति हस्तेन झडिति ॥ 72 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 71_नखाना-मुद्योतै-र्नवनलिनरागं विहसतां_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनखाना-मुद्योतै-र्नवनलिनरागं विहसतांकराणां ते कान्तिं कथय कथयामः कथमुमे ।कयाचिद्वा साम्यं भजतु कलया हन्त कमलंयदि क्रीडल्लक्ष्मी-चरणतल-लाक्षारस-चणम् ॥ 71 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 70_मृणाली-मृद्वीनां तव भुजलतानां चतसृणां_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaमृणाली-मृद्वीनां तव भुजलतानां चतसृणांचतुर्भिः सौन्द्रयं सरसिजभवः स्तौति वदनैः ।नखेभ्यः सन्त्रस्यन् प्रथम-मथना दन्तकरिपोःचतुर्णां शीर्षाणां सम-मभयहस्तार्पण-धिया ॥ 70 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 69_गले रेखास्तिस्रो गति गमक गीतैक निपुणे_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaगले रेखास्तिस्रो गति गमक गीतैक निपुणेविवाह-व्यानद्ध-प्रगुणगुण-सङ्ख्या प्रतिभुवः ।विराजन्ते नानाविध-मधुर-रागाकर-भुवांत्रयाणां ग्रामाणां स्थिति-नियम-सीमान इव ते ॥ 69 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 68_भुजाश्लेषान्नित्यं पुरदमयितुः कन्टकवती_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaभुजाश्लेषान्नित्यं पुरदमयितुः कन्टकवतीतव ग्रीवा धत्ते मुखकमलनाल-श्रियमियम् ।स्वतः श्वेता काला गरु बहुल-जम्बालमलिनामृणालीलालित्यं वहति यदधो हारलतिका ॥ 68 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 67_करग्रेण स्पृष्टं तुहिनगिरिणा वत्सलतया_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकरग्रेण स्पृष्टं तुहिनगिरिणा वत्सलतयागिरिशेनो-दस्तं मुहुरधरपानाकुलतया ।करग्राह्यं शम्भोर्मुखमुकुरवृन्तं गिरिसुतेकथङ्करं ब्रूम-स्तव चुबुकमोपम्यरहितम् ॥ 67 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 66_विपंचया गायन्ती विविधपदानम् पशुपतेः_AdiShankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 65_रणे जित्वा दैत्या नपहृत-शिरस्त्रैः कवचिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaरणे जित्वा दैत्या नपहृत-शिरस्त्रैः कवचिभिःनिवृत्तै-श्चण्डांश-त्रिपुरहर-निर्माल्य-विमुखैः ।विशाखेन्द्रोपेन्द्रैः शशिविशद-कर्पूरशकलाविलीयन्ते मातस्तव वदनताम्बूल-कबलाः ॥ 65 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 64_अविश्रान्तं पत्युर्गुणगण कथाम्रेडनजपा_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaअविश्रान्तं पत्युर्गुणगण कथाम्रेडनजपाजपापुष्पच्छाया तव जननि जिह्वा जयति सा ।यदग्रासीनायाः स्फटिकदृष-दच्छच्छविमयिसरस्वत्या मूर्तिः परिणमति माणिक्यवपुषा ॥ 64 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 63_स्मितज्योत्स्नाजालं तव वदनचन्द्रस्य पिबतां_Ai Shankaracharya Tantragranth_Kavita Sings Indiaस्मितज्योत्स्नाजालं तव वदनचन्द्रस्य पिबतांचकोराणा-मासी-दतिरसतया चञ्चु-जडिमा ।अतस्ते शीतांशो-रमृतलहरी माम्लरुचयःपिबन्ती स्वच्छन्दं निशि निशि भृशं काञ्जि कधिया ॥ 63 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 62_प्रकृत्या‌रक्ताया-स्तव सुदति दन्दच्छदरुचेः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaप्रकृत्या‌உ‌உरक्ताया-स्तव सुदति दन्दच्छदरुचेःप्रवक्ष्ये सदृश्यं जनयतु फलं विद्रुमलता ।न बिम्बं तद्बिम्ब-प्रतिफलन-रागा-दरुणितंतुलामध्रारोढुं कथमिव विलज्जेत कलया ॥ 62 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 61_असौ नासावंश-स्तुहिनगिरिवण्श-ध्वजपटि_Adi Shankaracharya Tantragranth_Kavita Sings Indiaअसौ नासावंश-स्तुहिनगिरिवण्श-ध्वजपटित्वदीयो नेदीयः फलतु फल-मस्माकमुचितम् ।वहत्यन्तर्मुक्ताः शिशिरकर-निश्वास-गलितंसमृद्ध्या यत्तासां बहिरपि च मुक्तामणिधरः ॥ 61 ॥
  continue reading
 
इस एपीसोड में हम नल और दमयंती की कहानी सुनेंगे। साथ ही साथ हम यह भी देखेंगे कि किस तरह से अर्जुन पांडवों के साथ वापस आ गए हैं। हम दुर्योधन और उसकी सेना को नाकाम होते हुए भी देखेंगे।द्वारा Atul Purohit
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 60_सरस्वत्याः सूक्तीरमृतलहरी कौशलहरीः_Adi Shankaracharya Tantragranth_Kavita Sings Indiaसरस्वत्याः सूक्ती-रमृतलहरी कौशलहरीःपिब्नत्याः शर्वाणि श्रवण-चुलुकाभ्या-मविरलम् ।चमत्कारः-श्लाघाचलित-शिरसः कुण्डलगणोझणत्करैस्तारैः प्रतिवचन-माचष्ट इव ते ॥ 60 ॥
  continue reading
 
Soundaryalahari Shlok 59_स्फुरद्गण्डाभोग-प्रतिफलित ताट्ङ्क युगलं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsस्फुरद्गण्डाभोग-प्रतिफलित ताट्ङ्क युगलंचतुश्चक्रं मन्ये तव मुखमिदं मन्मथरथम् ।यमारुह्य द्रुह्य त्यवनिरथ मर्केन्दुचरणंमहावीरो मारः प्रमथपतये सज्जितवते ॥ 59 ॥
  continue reading
 
Loading …

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका