show episodes
 
Artwork

1
Mere Humsafar With RJ Nidhi

Audio Pitara by Channel176 Productions

Unsubscribe
Unsubscribe
साप्ताहिक
 
तनु जो की काशी में रहती है और वहां के एक छोटे बाल आश्रम में काम किया करती है, और अपना पूरा समय वहां के बच्चों के साथ व्यतीत किया करती है, तनु अपनी चाची दादी और अपनी बहन रागिनी के साथ रहती है काशी में , तनु दिल की बहुत ही साफ और बहुत ही प्यारी लड़की है पर स्वभाव से बहुत ही चंचल और नटखट है इसके साथ ही तनु बहुत ही ज्यादा गुस्से वाली है, जिसके वजह से उसके आए दिन किसी न किसी से पंगे या यूं कहें कि झगड़े होते रहते हैं ,तनु के इसी व्यवहार से उसकी चाची हमेशा उसे परेशान ही रहती हैं, तो वहीं दूसरी तरफ ...
  continue reading
 
Hi there beautiful! In my podcast, I bring you topics that are close to women's heart. Using research and storytelling (and poetry), I shed light on issues that are often ignored by the society, such as contribution of full time mothers, grey hair and society ki soch, challenges faced by working mothers. I hope that you will find your story reflected in my podcasts. I also have a weekly news (samachar) brief where you can catch up with the latest from the world. So join me on a new journey e ...
  continue reading
 
Welcome to the world of Hindi audio stories new and old, written by some of the finest Hindi authors. Enjoy the timeless stories and the superior quality audio of Kissa Kahani! क़िस्सा कहानी पॉडकास्ट पर सुनिए नई पुरानी चुनिंदा हिंदी लेखकों द्वारा लिखी अत्यंत रोचक हिंदी कहानियाँ. किस्सा कहानी की दुनिया में मनोरंजन है, अपनापन है, थोड़ा पागलपन भी, बहुत सारे किरदार, अनगिनत अनुभव और एक प्रयास आपकी भाषा को आपके क़रीब लाने का. आनंद लें!
  continue reading
 
Loading …
show series
 
तन्वी जैसे ही अपने घर जाती है उसकी बहन रागनी और उसकी दादी उसे सवाल करते हैं और उसकी तारीफ़ करने लगते हैं तारीफ होता देख सीमा रहती है कि बस आप दोनों नहीं इसे बिगाड़ के रखा है। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoicesद्वारा Audio Pitara by Channel176 Productions
  continue reading
 
आर्यन अपने सवालों में उलझ कर एक टक बस तन्वी को देख रहा था और सोच रहा था क्या तन्वी उसकी गर्लफ्रेंड की बहन है या कोई और तभी तन्वी गुस्से से कहती है कि मुझे ऐसे घूरना बंद करो मैं कोई डकैत या चोर नहीं हूं , उन दोनों की बात को काटते हुए लक्ष्मी वर्मा कहती है जिस काम के लिए आए हैं उस पर प्रकाश डालते है। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.…
  continue reading
 
लक्ष्मी वर्मा की बातें सुनकर आर्यन कंफ्यूज होता है और जब उनसे पूछता है तो लक्ष्मी वर्मा कहती हैं, तन्वी, रागिनी और उसके पूरे परिवार को जानती हूं। वैसे ही मैं आनंद और उसके पूरे परिवार को जानती हूं। लक्ष्मी का यह जवाब सुनकर आर्यन और भी ज्यादा कंफ्यूज होता है और सोचने लगता है की लक्ष्मी वर्मा जिस रागिनी के बारे में बात कर रही है क्या वह रागिनी उसकी गर…
  continue reading
 
तन्वी आनंद बच्चों की तरह एक दूसरे से बस लड़े जा रहे थे ,आर्यन के समझाने का कोई भी फायदा नहीं होता है उन दोनों की लड़ने की आवाज सुन वहां पर लक्ष्मी वर्मा आती हैं और कहती हैं कि लाजमी है जहां पर आनंद और तन्वी हो वहां पर झगड़ा होगा ही और मैं जितना आनंद को जानती हूं अच्छे तरीके से, उतनेही अच्छे तरीके से मैं तन्वी को भी जानती हूं। Learn more about your …
  continue reading
 
आश्रम में ही तन्वी और आनंद का झगड़ा हो जाता है दोनों के बीच बात विवाद बढ़ता जा रहा था, तभी दोनों के बीच में आर्यन कूद पड़ता है और दोनों को समझने और शांत करने लगता है और कहता है कि हमें आगे साथ में ही काम करना है। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoicesद्वारा Audio Pitara by Channel176 Productions
  continue reading
 
आनंद आर्यन आश्रम जाते हैं और वहीं के बच्चों से मिल रहे होते हैं ,तभी आर्यन पूछता है कि तुम्हें तो बच्चे पसंद भी नहीं है फिर भी बच्चों की इतनी मदद क्यों करना चाहते हो , आनंद कहता है ऐसे ही क्योंकि मुझे पसंद है , तभी गुस्से से तन्वी कहती है कि जब बच्चे पसंद नहीं है तो मदद मत करो इन बच्चों को भिख की जरूरत नहीं है। Learn more about your ad choices. Vis…
  continue reading
 
तन्वी लाडली पर गुस्सा करते हुए कहती है कि तुम को झूठ नहीं बोलना चाहिए , तभी रागिनी रहती है कि तन्वी तुम्हें इतना भी गुस्सा नहीं करना चाहिए बच्ची है हो गई गलती वही मंदिर के बाहर आनंद भी गुस्से से टहल रहा था और चाय पी रहा था आनंद को टहलता देख आर्यन कहता है कि क्या हुआ ,आनंद गुस्से से कहता है‌ की , क्यों चाय भी तुमसे पूछ कर पीना पड़ेगा क्या ? Learn mo…
  continue reading
 
लाडली की कविता पढ़ने के बाद तन्वी नहीं:शब्द हो जाती है, उसके बाद रागनी लाडली की तारीफ करती है और तारीफ सुन लाडली बताती है कि यह कविता उसने नहीं लिखा है । Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoicesद्वारा Audio Pitara by Channel176 Productions
  continue reading
 
तन्वी को आश्रम में देखकर सभी बच्चे बहुत खुश होते हैं और सब तन्वी से सवाल करते हैं कि वह दो दिन से आश्रम में आई क्यों नहीं थी , बच्चों का सवाल सुनने के बाद तन्वी सोच में पड़ जाती है कि वह बच्चों को क्या बोले क्योंकी कुछ दिन बाद तो वह काशी ही छोड़ कर जाने वाली है Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices…
  continue reading
 
तन्वी को आश्रम में देखकर सभी बच्चे बहुत खुश होते हैं और सब तन्वी से सवाल करते हैं कि वह दो दिन से आश्रम में आई क्यों नहीं थी , बच्चों का सवाल सुनने के बाद तन्वी सोच में पड़ जाती है कि वह बच्चों को क्या बोले क्योंकी कुछ दिन बाद तो वह काशी ही छोड़ कर जाने वाली है Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices…
  continue reading
 
मंदिर से बाहर आने के बाद आनंद आर्यन को कॉल करके मंदिर के गेट पर बुलाता है वहीं दूसरी तरफ आर्यन रागिनी से कहता है कि मैं तुमसे दूर तो नहीं जाना चाहता हूं पर क्या करूं हर बार जाना पड़ जाता है मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं यह सारी बातें बोलने के बाद आर्यन वहां से चला जाता है आर्यन की जाने के बाद रागिनी भी कहती है प्यार तो मैं भी करती हूं और दूर…
  continue reading
 
आनंद को मंदिर के अंदर चिल्लाता देख तन्वी गुस्से से आनंद के पास जाती है और उसके गालों पर जोरदार एक चांटा लगाते हुए कहती है कि तुम्हारे अंदर इतनी भी समझ नहीं है और तुम्हें इतना भी नहीं पता है कि मंदिर के अंदर खड़े होकर लड़ाई झगड़ा और चिल्लाया तो बिल्कुल नहीं जाता है ना समझ इंसान हो तुम तन्वी की बात सुनने के बाद आनंद कहता है कि मैं तुमको छोडूंगा नहीं …
  continue reading
 
तन्वी पुजारी बाबा से बातें कर ही रही थी कि पीछे से कुछ लड़ाई झगड़ा जैसी आवाज सुनाई देती है आवाज को सुनने के बाद तन्वी कहती है कि यह मंदिर में कौन लड़ाई झगड़ा कर रहा है क्या उसे नहीं पता है मंदिर पूजा और आस्था का केंद्र है इस पर पुजारी बाबा कहते हैं कौन समझाए की मंदिर आस्था का केंद्र है लड़ाई झगड़ा का नहीं यह नई जनरेशन का अलग ही लोचा है। Learn more …
  continue reading
 
मंदिर में तन्वी को शांत बैठा देख पुजारी बाबा तन्वी के पास आते हुए पूछते हैं कि क्या हुआ है जो तुम इस तरह शांत बैठी हो तन्वी उन्हें जवाब देते हुए कहती है कि मैं सोच रही हूं कि आश्रम के बच्चों का क्या होगा ,इस पर पुजारी बाबा कहते हैं की परेशान होने वाली क्या बात है तुम हो ना और आश्रम के सभी बच्चे तुमको मानते भी हैं पुजारी बाबा की बात सुनने के बाद तन्…
  continue reading
 
इतने बड़े बिजनेसमैन होकर ₹10 के लिए अम्मा से बहसबाजी कर दिए रागिनी की बातों का जवाब देते हुए आर्यन कहता है कि मेरी गर्लफ्रेंड होने के बाद भी मेरे ऊपर चिल्लाई क्यों और तुम अपनी बहन की धमकी क्यों देती हो धमकी देने से अच्छा है मिलवा दो मुझे, आर्यन की बातों का जवाब देते हुए रागिनी रहती है यदि मेरी बहन को पता चल जाए कि तुम्हारी वजह से मुझे परेशान भी होन…
  continue reading
 
रागिनी तन्वी दोनों मंदिर के लिए निकल जाते हैं तभी रागिनी को कुछ याद आता है और वह तन्वी से कहती है कि वह भी 5 मिनट में आती है यह बोलने के बाद रागिनी बाहर पास की दुकान के पास जाती है जहां से बहुत ज्यादा आवाज आता है या देखकर रागिनी पूछती है कि हुआ क्या है बात क्या है तभी रागिनी को पता चलता है कि उसके सामने खड़ा शख्स बहुत ही बदतमीजी बात कर रहा है, रागि…
  continue reading
 
रागिनी तन्वी के पास जाते हुए कहती है कि एक बात बोलूं तन्वी तू मानेगी क्या रागिनी को ऐसा बोलना देख तन्वी रहती आप बोलो मैं ना मानो ऐसा हो सकता है क्या आप मेरी फेवरेट वन हो मैं आपकी सारी बातें मानूंगी, तन्वी की बातें सुनने के बाद रागनी कहती कि आज मेरे साथ मंदिर चलेगी ,मेरा बहुत मन कर रहा है रागिनी की यह बात सुनते ही तन्वी रहती है कि पर मेरा मन नहीं कर…
  continue reading
 
तन्वी को उदास बैठा देख रेनू सीमा से कहती है कि देख बच्चे की कैसी हालत हो गई है बच्ची चंचल अच्छी लगती है ऐसी अच्छी नहीं लगती है कुछ कर तु, रेणु की बात सुनने के बाद सीमा रहती है हां मैं कुछ करती हूं उसके बाद सीमा अंदर रागिनी के पास जाते हुए कहती है कि रागिनी तुम तन्वी को मंदिर लेकर जाओ, मंदिर जाने के बाद तन्वी को अच्छा लगेगा सीमा की बातें सुनने के बा…
  continue reading
 
रागिनी की बार-बार समझाने के बाद तन्वी खाना खाकर सो जाती है थोड़ी देर बाद रेनू सीमा के पास जाती है और उससे कहती है कि तू ऐसा क्यों कर रही है तू तो तन्वी से बहुत ज्यादा प्यार करती है रेणु की बातें सुनने के बाद सीमा रहती है मैं जो कर रही हूं उसमें तन्वी की भलाई है सालों पहले उसे खोते खोते बची हूं मैं दोबारा उसे खोना फिर नहीं चाहूंगी वह आए दिन किसी न क…
  continue reading
 
तन्वी को चुप करते हुए रागिनी रहती है कि चुप हो जा मत रो इतना तेरे साथ मैं भी तो बाहर जा रही हूं मैं तेरा पूरा ख्याल रखूंगी, रागिनी की बातें सुनने के बाद तन्वी कहती है कि मैं काशी से दूर नहीं जाना चाहती काशी में मेरा बचपन बीता है मेरी यादें हैं प्लीज समझो ना चाचा को कि मैं काशी से दूर नहीं जाना चाहती हुं,रागिनी तन्वी को चुप नहीं कर पाती है, उसके बाद…
  continue reading
 
अपनी बहन तन्वी का इशारा पाते ही रागिनी उसके बचाव करने के लिए उसके पास आ जाती है और अपनी मां सीमा को समझाते हुए कहती है कि जाने दो बच्ची है सुधर जाएगी , तनु को समझाते समझाते सीमा इमोशनल हो जाती है,अपनी चाची को रोता देख तनु उनसे माफी मांगती है वह दोबारा ऐसा फिर नहीं करेगी यह उनसे कहती है तनु की बात सुनने के बाद उसकी चाची रहती हैं कि ऐसा मैं दोबारा हो…
  continue reading
 
तन्वी अपने चाचा सीमा के पास जाते ही कान पड़कर उठक बैठक करना चालू कर देती है और अपनी चाची को मानते हुए कहती है कि प्लीज मुझसे नाराज मत होना मुझसे बात करना बंद मत करना मैं घर के सारे काम करूंगी बस मुझसे नाराज मत होना तन्वी की ऐसी हरकतें देखने के बाद सीमा को एक पल हंसी आ जाती है उसके बाद वह तन्वी को बड़ी प्यार से समझती हैं कि टाइम से आया करो टाइम से ज…
  continue reading
 
मंदिर से घर लौट के बाद तन्वी अपनी दादी के पास जाती है उनसे आधी हिंदी और आदि पंजाबी में बात करती है, तभी तन्वी की दादी तन्वी को बताते हैं कि उसकी चाची उसे बुला रही है अपनी चाची का नाम सुनते ही तन्वी डर जाती और कहती है कि बचा लो मुझे अपनी बहुरानी से मैंने कुछ भी नहीं किया है तन्वी की बातें सुनने के बाद तन्वी की दादी उससे कहती है कि जाओ पहले सुन तो लो…
  continue reading
 
आनंद को तन्वी के ऊपर बहुत गुस्सा आता है पर तन्वी आनंद की बातों को इग्नोर करते हुए गंगा आरती के लिए बढ़ जाती है आनंद का गुस्सा देखते हुए आर्यन आनंद को समझने की कोशिश करता है उसके बाद दोनों अपने काम के लिए निकल जाते हैं , वहीं दूसरी तरफ तनवीर सुमन को चीढ़ाते हुए कहती है की आरती नहीं किया और प्रसाद के लिए आ गई यह बोलकर दोनों आपस में हंसी मजाक करते हैं…
  continue reading
 
तन्वी अपनी दोस्त सुमन के साथ तेज कदमों के साथ मंदिर की ओर जा रही थी क्योंकि आज वह आरती के लिए लेट थी, तन्वी आगे जाने के कुछ देर बाद एक अजनबी शख्स से टकरा जाती है और टक्कर का पूरा इल्जाम उस शख्स के ऊपर डालकर गंगा आरती के लिए निकल जाती है, वह शख्स कोई और नहीं आनंद था ,जिसे तन्वी के ऊपर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था। Stay Updated on our shows at audiopi…
  continue reading
 
The state of Odisha has more than 60 tribes that have a distinct culture. Listen to this extremely rare story that depicts an interesting aspect of Kandh (Kondh) Tribe. 'Pranju' is a fine that a husband can claim from the men who had been lover/s of his wife before marriage. How many men had proposed to Muli Kandh before she married Sarbu? Will Mul…
  continue reading
 
Ajay apne play ka last scene kaise complete karega? True partnership in a relationship is defined not just by love and understanding, but also by facing all ups and downs of life...
  continue reading
 
Why does Susheela always suspect her husband of having an affair? Are Robert and Mary only neighbours or more? सुशीला अपने पति पर हर समय शक क्यों करती है? रॉबर्ट और मेरी सिर्फ पड़ोसी हैं या फिर इससे अधिक?
  continue reading
 
Dhanua wants a reward for his hunt. Listen to 'Shikaar', a story written by Bhagbati Charan Panigrahi who was Odiya writer and political leader from the days of Indian freedom struggle. This story has been translated into Hindi by Professor Kapileshwar Prasad ji who has done exemplary work in translating a huge body of Odiya literature into Hindi. …
  continue reading
 
Listen to this compelling story written by A. Vijayalaxmi in Telugu and translated in Hindi by M.Padmarao. सुनिए ए. विजयलक्ष्मी जी द्वारा लिखी एक अत्यंत मार्मिक मूल तेलुगु कहानी 'घास का गुलाब', जिसका हिंदी अनुवाद किया है एम. पद्माराओ जी ने।
  continue reading
 
Satya has refused to get married as wants to concentrate on his studies. But the beauty that he sees on the ghat of Ganga stops him in his tracks. Listen to an unusual love story written by one of India's favourite storytellers, Sharatchandra Chattopadhyay. सत्य लॉ की पढ़ाई में रुकावट से बचने के लिए ब्याह नहीं करना चाहता. और फिर एक दिन गंगाजी के घाट…
  continue reading
 
The road leading to in-laws abode is not easy for Nalini Babu! नलिनी बाबू के लिए ससुराल जाने का रास्ता आसान नहीं! सुनिए प्रभात कुमार मुखोपाध्याय की मूल बांग्ला कहानी का हिंदी अनुवाद 'जमाई'
  continue reading
 
A timeless tale as old as the emotions of love and care. Original Kannada Story by Shantaram Sowmyaji, Hindi Translation by D.N Srinatha, music credits: Soda &Lyrics. सुनिए एक कहानी, जिसके अंदर भी है एक कहानी! इस मूल कन्नड़ कहानी के लेखक हैं शांताराम सोमयाजी, हिंदी अनुवाद है डी. एन श्रीनाथ जी का, म्यूजिक का श्रेय है सोडा &लिरिक्स को।…
  continue reading
 
The tenth season is dedicated to Hindi stories that have been translated from the regional languages in our diverse country! We start with a 'purrfect' story 'Billi Chahiye Billi?', written and translated by D. N Srinath from Kannada to Hindi. दसवें सीज़न में सुनिए वे हिंदी कहानियां जो हमारे देश की विविध और समृद्ध क्षेत्रीय भाषाओं से अनुदित हैं. शुर…
  continue reading
 
Not just roses and chocolates, true love expresses itself any day, at any age, in simple everyday things we do for the people we love. सच्चे प्यार की अभिव्यक्ति किसी भी उम्र में किसी भी दिन हो सकती है, हर ऐसा दिन प्यार का त्यौहार होता है!
  continue reading
 
Not all relations are by blood, sometimes a relationship can be self-made too, and it can become our strength and support in the hour of need. रिश्ते बनाने से बनते हैं, ज़रूरी नहीं कि वो ख़ूँन के हों. और अक्सर ऐसे रिश्ते हमारी ताक़त बनते हैं.
  continue reading
 
A story that depicts today's times and what board exams mean to kids and more than that, their parents! बोर्ड एक्साम्स बच्चों के या माँ बाप के? सुनिए, मुस्कुराइए और सोचिये...
  continue reading
 
आइये स्वागत करें नए साल का एक कहानी से, जिसमें है एक नयी सोच, एक नया दृष्टिकोण! पत्नी के भाई के घर से जो चिट्ठी आयी है, उसका सिर पैर समझ पाना मुश्किल है, आखिर मसला क्या है ? Here's wishing all listeners a Very Happy 2022, full of hope, resolutions and evolution! A letter has arrived from wife's brother and it is absolutely confusing! What is going …
  continue reading
 
This story tickles with all pranks and mischief and also makes one realize the right way to live life. शरारतों भरी ये कहानी आपको गुदगुदाने के साथ बहा ले जाती एहसास के दरिया में। 'ट्रांसप्लान्ट' सिर्फ़ कहानी नहीं आपके व्यवहार की गाइड लाइन भी है.
  continue reading
 
बच्चों को विश्व संस्कृति से अवगत कराना बहुत अच्छा है, पर क्या स्वयं का गौरवशाली इतिहास भूल जाना उचित है? जो देश महान बने वे अपने बच्चों का सबसे पहले खुद के महापुरुष और आदर्श महिलाओं से परिचय कराते हैं. सुनिए, मुस्कुराइए पर सोचिये भी! While it is great to introduce global culture to our young ones, is it wise to forget the glorious pages of our own …
  continue reading
 
Snigdha is in a marriage that is secure but extremely lonely, till she meets someone who is fit, interesting and adores her. Where will this flood of emotions lead Snigdha? स्निग्धा की शादीशुदा ज़िन्दगी सिक्योर तो है पर बेहद तन्हा, कि तभी उसे एक ऐसा साथी मिल जाता है जो फिट है, दिलचस्प है और उसे बहुत पसंद करता है. भावनाओं का सैलाब उसे किन हदों तक लेक…
  continue reading
 
What was Shakuni's life, before becoming the biggest villain of Mahabharat ? क्या था शकुनि का जीवन, महाभारत का सबसे बड़ा खलनायक बनने के पहले?
  continue reading
 
Loading …

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका