यीशु के निमित्त क्षमा किए गए/Forgiven for Jesus’s Sake.
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यीशु के निमित्त क्षमा किए गए।
Forgiven for Jesus’s Sake.
हे यहोवा, अपने नाम के निमित्त मेरा अधर्म, जो बड़ा है, क्षमा कर। (भजन 25:11)
यह जानने के लिए कि सही क्या है, परमेश्वर अपने से ऊँचे किसी अधिकारी से सम्मति नहीं लेता है। उसके स्वयं का मूल्य जगत में सर्वश्रेष्ठ मूल्य है। इसलिए परमेश्वर के लिए उचित कार्य करने का अर्थ यह है कि वह इस रीति से कार्य करे जो कि इस सर्वश्रेष्ठ मूल्य के अनुरूप हो।
परमेश्वर की धार्मिकता वह असीम उत्साह और आनन्द और सुख है जो वह उसके प्रति रखता है जो कि सर्वोच्च रीति से मूल्यवान है, अर्थात् उसके स्वयं की सिद्धता और उसका मूल्य। और यदि वह कभी भी अपनी सिद्धता के निमित्त इस शाश्वत उत्साह के विपरीत कार्य करते पाया जाएगा, तो वह अधर्मी ठहरेगा—और वह तो एक मूर्तिपूजक होगा।
ऐसा धर्मी परमेश्वर कैसे हम जैसे पापियों पर अपने स्नेह को दर्शा सकता है जिन्होंने उसकी सिद्धताओं को तिरस्कारा है? परन्तु सुसमाचार में आश्चर्यजनक बात यह है कि उसकी ईश्वरीय धार्मिकता में ही हमारे उद्धार की वास्तविक नींव भी निहित है।
पुत्र के लिए पिता का असीम सम्मान ही यह सम्भव बनाता है कि मुझ दुष्ट पापी से, पुत्र में होकर के प्रेम किया जाए और स्वीकारा जाए, क्योंकि उसने अपनी मृत्यु में अपने पिता के मूल्य और उसकी महिमा को उचित ठहराया है।
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