Un Global Communications Digital Solutions Unit सार्वजनिक
[search 0]
अधिक
Download the App!
show episodes
 
Loading …
show series
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ब्राज़ील के बेलेम में, यूएन जलवायु शिखर सम्मेलन – COP30 में वैश्विक सरगर्मियाँ, स्वास्थ्य, खाद्य असुरक्षा और प्रवासन जैसे मुद्दों को भी जलवायु कार्रवाई में शामिल किए जाने पर ज़ोर.यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने, सूडान के अल फ़शर में हुए अत्याचारों को बताया - अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के रिकॉर्ड पर धब्बा.ग़ाज़ा…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...हिंसक टकराव से जूझ रहे सूडान के अल फ़शर शहर में आम लोगों पर भयावह अत्याचारों को अंजाम दिए जाने की ख़बरें, यूएन ने हिंसा पर विराम लगाने का किया आग्रहब्राज़ील के बेलेम में जलवायु सम्मेलन कॉप30 से पहले, महासचिव का आग्रह, बढ़ते तापमान की रफ़्तार को थामना होगासामाजिक विकास के लिए संकल्पों को वास्तविक बदलाव में तब्दील…
  continue reading
 
हिंसक टकराव से गुज़र रहे या फिर शान्ति समझौते के बाद लोकतंत्र की दिशा में आगे बढ़ने के लिए इच्छुक देशों में कोर्ट-कचहरी, जेल, क़ानून व्यवस्था अक्सर ध्वस्त हो चुकी होती है, और इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि वहाँ क़ानून के शासन को फिर से बहाल किया जाए. दक्षिण सूडान में यूएन शान्तिरक्षा मिशन (UNMISS) में ‘क़ानून का शासन व सुरक्षा क्षेत्र में सुधार’ विभाग …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...सूडान के अल फ़शर में, हाल के दिनों में RSF की भयावह हिंसा में साढ़े चार सौ से अधिक लोगों का जनसंहार. भारी संख्या में लोगों का पलायन.पूरे ग़ाज़ा पट्टी में, हाल के इसराइली हवाई हमलों के बावजूद, यूएन एजेंसियाँ सहायता प्रयासों में सक्रिय, इसराइली हमलों में 100 से अधिक लोगों की मारे जाने की ख़बरें.यूक्रेन में ऊर्जा ठ…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़िया...संयुक्त राष्ट्र हुआ 80 वर्ष का, 24 अक्टूबर को यूएन दिवस के अवसर पर, इस विश्व संगठन के उद्देश्यों के लिए फिर से वैश्विक एकजुटता की अपील.ग़ाज़ा युद्धविराम, व्यापक इसराइल-फ़लस्तीन टकराव के सबसे विनाशकारी चरणों में से एक को समाप्त करने का एक दुर्लभ अवसर, कहा मध्य पूर्व के लिए एक वरिष्ठ यूएन दूत ने.हरे-भरे वन हैं पृथ्…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...विश्व भर में कुल निर्धन आबादी का 80 फ़ीसदी हिस्सा, सूखा, बाढ़, गर्मी और वायु प्रदूषणों जैसे जलवायु जोखिमों की चपेट में भीग़ाज़ा में नाज़ुक हालात में लागू युद्धविराम के बीच, ज़रूरतमन्द फ़लस्तीनी आबादी तक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए प्रयास67 करोड़ लोग आज भी भूखे पेट सोने के लिए मजबूर, विश्व खाद्य दिवस पर इस चुनौ…
  continue reading
 
भारत के गोवा राज्य में आयोजित होने वाला 'पर्पल फ़ेस्ट' विकलांग व्यक्तियों के लिए समर्पित एक अनोखा उत्सव है, जो समावेशन, सुलभता और समान अवसरों की भावना को उजागर करता है. इस वर्ष, इस महोत्सव में देश और दुनिया भर से लोग एकत्र हुए. सन्देश स्पष्ट था - सच्चा विकास तभी सम्भव है जब हर व्यक्ति की भागेदारी सुनिश्चित हो.इस अवसर पर यूएन न्यूज़ हिन्दी की अंशु श…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में युद्धविराम समझौते की घोषणा का ज़ोरदार स्वागत और ख़ुशी व उम्मीदों की लहर. यूएन एजेंसियों ने मानवीय सहायता आपूर्ति के लिए बढ़ाई अपनी सक्रियता.वेनेज़ुएला की मारिया मचाडो को मिला नोबेल शान्ति पुरस्कार, लोगों की लोकतांत्रिक आशाओं को बढ़ावा देने में अहम योगदान को मिली पहचान.गम्भीर मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रह…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...युद्ध से बदहाल ग़ाज़ा में मातृत्व और प्रसव सेवाओं पर गहरा असर, बड़े पैमाने पर विस्थापन का सिलसिला भी है जारी.भारत में दुर्गा पूजा उत्सव, धर्म, कला और सामाजिक सन्देश का संगम …मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची का हिस्सा.दुनिया भर में, अरबों लोगों के जीवन से बिजली अब भी गुल, और कैसे होगी हर व्यक्ति की स्वच्छ उ…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...यूएन महासभा के 80वें सत्र के उच्च स्तरीय जनरल डिबेट के लिए, यूएन मुख्यालय में जुटे विश्व भर के नेता, मुख्यालय बना कूटनैतिक हलचल का केन्द्र.यूएन महासभा के 80वें सत्र में विभिन्न मुद्दों पर उच्च स्तरीय सम्मेलन, AI, परमाणु हथियारों, मानसिक स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन पर हुई चर्चा.SDG मीडिया ज़ोन में हुई सतत विकास …
  continue reading
 
कहीं बाढ़, तो कहीं सूखा. या तो नदियों में बहुत अधिक जलस्तर है या फिर उसकी भीषण कमी महसूस की जा रही है. विश्व भर में ऐसे मौसमी रुझान देखने को मिल रहे हैं, जिनका पहले से अनुमान लगा पाना कठिन होता जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र की विश्व मौसम विज्ञान एजेंसी ने अपनी एक नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी है कि 2024 में जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन की वजह से गहरा …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय में, वार्षिक वैश्विक पंचायत के लिए सज चुका है मंच, ज्वलन्त मुद्दों पर अपनी राय रखने के लिए विश्व भर से जुटेंगे नेता.अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान द्वारा, लड़कियों की शिक्षा पर लगाई गई रोक को हुए चार वर्ष, 70 लाख बच्चे कक्षाओं से बाहर.2024 में जलवायु परिवर्तन ने जल संसाधनों पर डाला गहरा दब…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...सम्प्रभु फ़लस्तीनी राष्ट्र की स्थापना के समर्थन में यूएन महासभा में प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित उधर दोहा में इसराइल के हमले पर चिन्ता और ग़ाज़ा में हर तरफ़ पसरी है मौत की गन्ध. नेपाल में कई दिनों की अशान्ति के बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को बनाया गया अन्तरिम प्रधानमंत्री. अफ़ग़ानिस्तान में भीषण भूकम…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...अफ़ग़ानिस्तान में भीषण भूकम्प से हुई व्यापक बर्बादी के बाद, ज़रूरतमन्दों तक सहायता पहुँचाने में जुटी यूएन एजेंसियाँ.ग़ाज़ा में इसराइली सैन्य कार्रवाई हुई तेज़, लोग फिर विस्थापित होने के लिए मजबूर, मानवीय सहायता प्रयासों के लिए बढ़ी मुश्किलें.भारत के उत्तरी राज्यों में आई बाढ़ से जान-माल की भीषण हानि पर गहरा दुख.…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में भयावह हालात का अन्त नहीं, व्यापक अकाल की आशंका भी, यूएन महासचिव ने फिर दोहराई युद्धविराम, मानवीय सहायता और बन्धकों की रिहाई की अपील.लड़कियों की शिक्षा पर तालेबान की पाबन्दियों के बावजूद, उनकी पढ़ाई लिखाई के लिए अफ़ग़ान नागरिकों में विशाल समर्थन.विश्व खाद्य कार्यक्रम और भारत के बीच समझौते से, संकटग्रस्…
  continue reading
 
विश्व खाद्य संगठन (WFP) और भारत ने वैश्विक भूख से लड़ने के लिए एक नया समझौता किया है. इस साझेदारी के तहत भारत, WFP को पोषक तत्वों में समृद्ध चावल उपलब्ध कराएगा. यह चावल संकटग्रस्त देशों में ज़रूरतमन्द लोगों तक पहुँचाया जाएगा ताकि कुपोषण से बचाव हो सके.भविष्य में चावल के अलावा, अन्नपूर्ति मशीनें, जन पोषण केन्द्र, स्मार्ट वेयरहाउसिंग और विशाल अनाज भं…
  continue reading
 
भारत में संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र (UNIC) ने 1M1B (1Million for 1Billion) संस्थान के साथ साझेदारी में एक कार्यक्रम आयोजित किया, जहाँ भारत के कोने-कोने से आए युवा परिवर्तनकर्ता, अपने सपनों और संघर्षों की कहानियाँ लेकर आए. ये युवा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी नई तकनीक को केवल किताबों से आगे बढ़ाकर, ज़मीनी वास्तविकता में बदल रहे हैं - गाँवों की स…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...यूएन एजेंसियों ने, लगभग 23 महीनों के युद्ध से त्रस्त ग़ाज़ा में की अकाल की पुष्टि. लगभग पाँच लाख लोग भुखमरी की चपेट में.दुनिया भर में हर दिन भोजन की अरबों थालियों के बराबर खाना कर दिया जाता है बर्बाद, जबकि दूसरी तरफ़ करोड़ों लोग रह जाते हैं भूखे पेट. सतत विकास लक्ष्य-2, इसी भूख के संकट को ख़त्म करने पर नज़र टिका…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में युद्ध और बेदख़ली ने बढ़ाई लोगों की पीड़ा, विकलांगों और बच्चों पर गहरा असर. इस बीच भुखमरी और गहराई.वर्ष 2024 में, 4 हज़ार से अधिक लोग अशान्ति में यौन हिंसा के शिकार, अफ़ग़ान महिलाओं की स्थिति भी चिन्ताजनक.प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के उपायों पर नहीं बन सकी अन्तरराष्ट्रीय सहमति.श्रीलंका को अतीत के साए से न…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में मानवीय संकट और गहराया, 12 हज़ार से अधिक बच्चे कुपोषण से पीड़ित, उधर ग़ाज़ा पर इसराइल के पूर्ण सैन्य क़ब्ज़े की ख़बरों पर गहरी चिन्ता.अवाज़ा सम्मेलन में, 32 भूमिबद्ध देशों के लिए व्यापार व विकास रणनीति पर चर्चा, और जिनीवा में वैश्विक प्लास्टिक सन्धि वार्ता.एशिया-प्रशान्त में बाघों की वापसी के बारे में,…
  continue reading
 
दुर्लभ प्रजातियों को बचाना हो या सतत जीवनशैली को बढ़ावा देना - एक स्वस्थ धरती ही समृद्ध समाज की नींव है. पेड़ लगाना, सफ़ाई करना या जागरूकता बढ़ाना - हर छोटा क़दम मायने रखता है, और जब ये क़दम युवाओं के हों, तो असर और भी गहरा होता है. 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस था और 12 अगस्त को अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस. इस उपलक्ष्य में हमारी सहयोगी अंशु …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में कस रहा है भुखमरी और अकाल का शिकंजा, भोजन पाने की आस में अभी तक 1400 लोगों की मौत.कई वर्षों से चल रही है संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की बात, उन सुधारों के लिए UN80 पहल के तहत आज पेश की गईं सिफ़ारिशें.हर रात करोड़ों लोग भूखे पेट सोने को मजबूर, तो उसी दुनिया में, हर दिन एक अरब थालियों के बराबर, भोजन कर द…
  continue reading
 
यूएन मुख्यालय में आयोजित 2025 के उच्च स्तरीय राजनैतिक मंच (HLPF) में, दुनिया भर में, सतत विकास लक्ष्यों यानि SDGs की प्राप्ति के लिए हो रही प्रगति की समीक्षा की गई है. वैश्विक स्तर पर तो यह प्रगति काफ़ी पिछड़ी हुई है. ऐसे में, भारत की जनसंख्या को देखते हुए, देश की एसडीजी प्रगति, वैश्विक स्तर पर अहम भूमिका निभाती है. हमने इसी सन्दर्भ में, भारत के नी…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...'ग़ाज़ा युद्ध, तानाशाही और जलवायु न्याय, दुनिया नैतिक संकट से दो-चार', ऐसा क्यों कहा यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने.जानेंगे ग़ाज़ा के ताज़ा हालात की जानकारी, जहाँ इसराइली हमलों में मौतें और व्यापक विनाश जारी, सहायता आपूर्ति पर भी पाबन्दी जारी.बहुत से अफ़ग़ान लोग, स्वदेश वापिस तो लौटे, मगर उनके सामने हैं नई मुसी…
  continue reading
 
इस सप्ताह के बुलेटिन में:ग़ाज़ा के ताज़ा हालात की जानकारी, जहाँ बीते सप्ताह भी अनेक लोगों की मौत हुई और सुरक्षा परिषद में भी गूंजी युद्धविराम व मानवीय सहायता की पुकारें.जानेंगे कि युद्ध से प्रभावित क्षेत्रों में, 23 करोड़ से अधिक बच्चे, क्यों स्कूली शिक्षा से वंचित हैं, और यूनीसेफ़ क्या कर रहा है - एक “खोई हुई पीढ़ी” को बचाने के लिए.बात - उच्च स्तर…
  continue reading
 
संयुक्त राष्ट्र का उच्चस्तरीय राजनैतिक मंच HLPF हर साल न्यूयॉर्क में आयोजित होता है, जहाँ दुनिया भर की सरकारें और विशेषज्ञ, 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्रगति की समीक्षा करते हैं. यूएन न्यूज़ हिन्दी के महबूब ख़ान ने, विकास के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपोर्टेयर सूर्य देव से कुछ इन्हीं मुद्दों पर बातचीत की... क्या 2030 तक ग़रीबी, …
  continue reading
 
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार (2025) से सम्मानित भारत की महिला अधिकार कार्यकर्ता वर्षा देशपांडे का कहना है कि ये केवल किसी एक व्यक्ति को मिला हुआ सम्मान नहीं है. इस सम्मान से नागरिक समाज के उन सभी कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलेगी, जो दुनिया भर में लिंग आधारित हिंसा, महिलाओं के साथ भेदभाव के विरुद्ध लड़ाई का हिस्सा हैं.वर्षा देशपांडे, दलित महिला …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक पॉडकास्ट में शामिल हैं...ग़ाज़ा में खाद्य सहायता के इन्तज़ार में हो रही लगातार मौतें, संयुक्त राष्ट्र ने जताया गहरा क्षोभ.वर्षा देशपांडे और जनसंख्या वैज्ञानिक अध्ययन संघ को मिला यूएन जनसंख्या पुरस्कार.दक्षिण एशिया में एनीमिया का बढ़ता स्वास्थ्य संकट, निर्धन महिलाएँ अधिक प्रभावित.मध्य प्रदेश में नाव बनी बदलाव की दिशा, महिलाओं ने संभाली …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक पॉडकास्ट में शामिल हैं...विकास के लिए वित्त सम्मेलन, सेविया में हुआ सम्पन्न, ‘दस वर्षों में एक बार मिलने वाला अवसर’ग़ाज़ा में अत्यन्त गम्भीर होते हालात पर अति गम्भीर चिन्ता, आम फ़लस्तीनियों की मौत की कड़ी निन्दा, यूएन प्रमुख ने दोहराई युद्धविराम की अपील भी.टैक्नॉलॉजी के बढ़ते प्रयोग के बीच, अकेलेपन से हर घंटे हो जाती है 100 लोगों की मौ…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...यूएन प्रमुख ने ग़ाज़ा में तत्काल युद्धविराम की लगाई फिर पुकार. भोजन हासिल करने की आस में लोगों की मौत पर गहरी चिन्ता भी.संयुक्त राष्ट्र चार्टर के 80 साल, शान्ति और इंसाफ़ की अनमोल विरासत.विकास के लिए धन निवेश कोई दान नहीं, बल्कि है कई गुना फ़ायदे का सौदा, अगले सप्ताह सेविया सम्मेलन में कुछ इन्हीं मुद्दों पर होगा…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ईरान और इसराइल के बीच धधकते टकराव पर, सुरक्षा परिषद की आपात बैठक, यूएन महासचिव ने शान्ति को अवसर देने की लगाई पुकारग़ाज़ा में गहराता भूख संकट, ईंधन की क़िल्लत की वजह से अहम सेवाओं के ठप होने का जोखिमअफ़ग़ानिस्तान में हर 10 में से आठ महिलाएँ, शिक्षा, रोज़गार अवसरों के दायरे से बाहर, भेदभाव व सख़्त पाबन्दियों से प…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ईरान के परमाणु केन्द्रों पर इसराइली हमलों के बाद, मध्य पूर्व में भड़का तनाव, यूएन महासचिव ने संयम बरते जाने का किया आग्रहग़ाज़ा में युद्धविराम लागू करने, बन्धकों की रिहाई और मानवीय सहायता की आपूर्ति के लिए महासभा में भारी बहुमत से प्रस्ताव पारितभारत के अहमदाबाद से लन्दन जा रहे एयर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त …
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा में भोजन का अभाव, फ़लस्तीनी आबादी को धकेल रहा है भुखमरी की ओरपूर्व जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक, 80वें सत्र के लिए महासभा अध्यक्ष निर्वाचितसुरक्षा परिषद में पाँच नए सदस्य देशों का चुनाव, 1 जनवरी 2026 से होगा कार्यकाल शुरूपृथ्वी, नदियों, महासागरों, पर्यावरण और हमारे स्वास्थ्य पर प्लास्टिक कचरे का बढ़…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा में हिंसक युद्ध के 600 दिन, फ़लस्तीनी आबादी सामूहिक विस्थापन व भरपेट भोजन नहीं मिल पाने की शिकार.यूक्रेनी शहरों पर रूसी सैन्य बलों के सिलसिलेवार हमलों से शान्ति उम्मीदों को लगा बड़ा झटका.हिमनदों से जुड़ा है मानवता का भविष्य, ग्लेशियर संरक्षण के लिए अहम सम्मेलन का आयोजन.यूएन शान्तिरक्षक दिवस के अवसर पर सुन…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा की, जहाँ युद्ध और भुखमरी से त्रस्त लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र ने अपनी योजना को अपनाए जाने का इसराइल से किया आग्रह, उधर बीते सप्ताह इसराइली हमलों में 629 लोगों की मौत.कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में मचाई थी भीषण उथल-पुथल, मगर क्या दुनिया फिर ऐसी किसी अन्य महामारी का मुक़ाबला करने के लिए तैयार …
  continue reading
 
संयुक्त राष्ट्र के अन्तरराष्ट्रीय शान्ति रक्षक दिवस पर मिलिए भारत की एक शान्तिरक्षक मेजर लिश्मिथा बारिक अयप्पा से, जो दक्षिण सूडान में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में तैनात हैं. उन्होंने यूएन हिन्दी की पूजा यादव के साथ ख़ास बातचीत में ना केवल अपनी ज़िम्मेदारियों और अनुभवों के बारे में जानकारी साझा की, बल्कि यह भी बताया कि वो कैसे वहाँ की स्थानीय जनता औ…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा में बीती रात, एक और इसराइली हमले में कम से कम 64 लोगों के मारे जाने की ख़बरें. साथ ही, मानवीय सहायता सामग्री के हमास की तरफ़ जाने के आरोपों का ज़ोरदार खंडन.यूएन शान्तिरक्षा अभियानों के लिए और अधिक समर्थन व धन सहायता का आग्रह.कोविड-19 के कारण सम्पन्न देशों में भी बच्चों की शिक्षा पर पड़ा गहरा असर, बहुत से …
  continue reading
 
दुनिया को कोविड-19 जैसी महामारियों का मुक़ाबला करने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से, हाल ही में देशों के बीच एक वैश्विक महामारी तैयारी समझौते के मसौदे को, अन्तिम रूप दिया गया था. इसे सोमवार 19 मई से आयोजित हो रही विश्व स्वास्थ्य सभा में पारित किए जाने के लिए प्रस्तुत किया जाएगा. भारत में संयुक्त राष्ट्र की स्वेच्छा सेवा संस्था UNV के UNDP में कार्…
  continue reading
 
फ़िल्में माध्यम होती हैं - कहानियाँ सुनाने का – ख़ुशी और ग़म, प्यार और दर्द, जीत और हार की कहानियाँ. भारत में संयुक्त राष्ट्र ने इस सप्ताह, यूनेस्को व ब्रदरहुड जैसे भागीदारों के साथ मिलकर, We Care फ़िल्मोत्सव का आयोजन किया. इस फ़िल्मोत्सव में, एक दृष्टिहीन व्यक्ति की कहानी पर बनी भारत की फ़िल्म ‘श्रीकान्त’ से लेकर, विकलांगता के कई आयामों को छूती रू…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...भारत और पाकिस्तान से तनाव कम करने और सैन्य टकराव से बचने की पुरज़ोर अपील.यूएन मानवीय एजेंसियों ने, ग़ाज़ा में सहायता आपूर्ति पर नियंत्रण के लिए, इसराइल की योजना को किया रद्द.AI, लाखों-करोड़ों लोगों की भलाई के लिए साबित हो सकती है एक शक्तिशाली उपाय.मानव विकास के सूचकांक में, भारत की स्थिति हुई कुछ बेहतर, UNDP-भार…
  continue reading
 
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की मानव विकास रिपोर्ट (HDR) में कहा गया है कि इस क्षेत्र में वैश्विक मन्दी बरक़रार है, जो वैश्विक प्रगति के लिए ख़तरा है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत मानव विकास सूचकाँक में 130वें स्थान पर, मध्यम विकास श्रेणी में बना हुआ है. भारत का एचडीआई मूल्य 1990 की तुलना में, 53% अधिक बढ़ गया है, जो वैश्विक और दक्षिण एशियाई औ…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक समाचार बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...यूएन प्रमुख, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनज़र, जल्द ही कर सकते हैं दीगर बातचीत.ग़ाज़ा पट्टी में सहायता सामग्री के प्रवेश पर दो महीने से लगी इसराइली पाबन्दी से, भुखमरी की आशंका.दुनिया भर में, सहायता धनराशि में कटौती से, लाखों लोगों की जान को ख़तरा, कहा OCHA प्रमुख टॉम फ़्लैचर ने.हाल ही में यूएन म…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...जम्मू - कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की, सुरक्षा परिषद द्वारा तीखी निन्दा.यूएन प्रमुख ने, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद, भारत-पाकिस्तान से अधिकतम संयम बरते जाने की अपील भी की.इसराइल द्वारा ग़ाज़ा में सहायता सामग्री के प्रवेश पर कई सप्ताहों की पाबन्दी से हालात हुए भीषण.यूक्रेन में रूस के हालिया हमलों में…
  continue reading
 
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...म्याँमार में घातक भूकम्प के कई सप्ताहों बाद भी लोग, आपदा हालात में जीने को मजबूर.ग़ाज़ा में भीषण युद्ध के साथ-साथ, दुस्सूचना का युद्ध भी है जारी, कहना है UNRWA के प्रमुख का.दक्षिण सूडान में यूएन मिशन कमांडर लैफ़्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यन की चेतावनी – देश में गृह युद्ध फिर भड़कने के हालात.कोविड-19 जैसी महामारी …
  continue reading
 
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में, बीते सप्ताह 'यूथ ECOSOC फ़ोरम' आयोजित हुआ जिसमें दुनियाभर से युवा भागीदारों ने शिरकत करके, वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार और समाधान पेश किए. इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में भारत से भी अनेक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें सोनल गुप्ता भी शामिल थीं.सोनल गुप्ता ने, यूएन न्यूज़ हिन्दी की पूजा यादव के साथ विश…
  continue reading
 
इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...म्याँमार में भूकम्प से प्रभावित समुदायों तक मदद पहुँचाने के लिए 24 करोड़ डॉलर की सहायता अपीलग़ाज़ा में इसराइली बमबारी और जगह छोड़ कर जाने के आदेशों के बीच, भोजन व दवाओं की क़िल्लत से जूझ रही है फ़लस्तीनी आबादीसूडान में गृहयुद्ध का ख़ामियाज़ा भुगत रही हैं 60 लाख विस्थापित महिलाएँ व लड़कियाँ, यौन हिंसा मामलों पर ग…
  continue reading
 
इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...म्याँमार में भूकम्प से हुई बर्बादी के बाद, ज़रूरतमन्द आबादी के लिए राहत अभियान में जुटी यूएन एजेंसियाँ, बेरोकटोक मानवीय सहायता मार्ग मुहैया कराने की मांगग़ाज़ा में युद्धविराम टूटने के बाद से अब तक एक हज़ार से अधिक फ़लस्तीनियों के मारे जाने की निन्दा, सहायताकर्मियों की सुरक्षा की पुकारअगले कुछ सालों में, एआई बन स…
  continue reading
 
इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...शक्तिशाली भूकम्प से दहला म्याँमार, थाईलैंड भी चपेट में, बड़े पैमाने पर जान-माल के नुक़सान की आशंका, राहत कार्य में जुटी यूएन सहायता एजेंसियाँग़ाज़ा पट्टी में बमबारी के बीच खाद्य सामग्री समेत ज़रूरी सामान की क़िल्लत, मगर सहायता क़ाफ़िलों के प्रवेश पर इसराइली पाबन्दी बरक़रारगम्भीर राजनैतिक, आर्थिक व मानवीय संकट से…
  continue reading
 
इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा पट्टी में इसराइल के नए सिरे से सैन्य हमलों और मानवीय सहायता पर पाबन्दी जारी रहने से, हालात और भी बदतर.यूएन प्रमुख ने यूक्रेन में युद्धविराम और न्यायसंगत शान्ति स्थापना की ज़रूरत पर दिया ज़ोर.हिमनदों का, बहुत तेज़ रफ़्तार से पिघलना, गम्भीर चिन्ता की बात, मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी.महिलाओं की स्थिति पर आयो…
  continue reading
 
विश्व भर में हिमनद (Glacier) की अहमियत पर जागरुकता प्रसार और बचाव उपायों के उद्देश्य से 21 मार्च को पहली बार ‘विश्व हिमनद दिवस’ का आयोजन हो रहा है और 2025 को हिमनद संरक्षण का वर्ष घोषित किया गया है.बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन के कारण, हिमनद के पिघलने की रफ़्तार में अभूतपूर्व तेज़ी आ रही है, और यदि उनका पिघलना इसी दर से जारी रहा तो अगले कुछ दशको…
  continue reading
 
Loading …

त्वरित संदर्भ मार्गदर्शिका

अन्वेषण करते समय इस शो को सुनें
प्ले