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he Nazis or a fella from Nazareth? Fight it out in the comment section ********************************************************* https://instagram.com/impropergenda Hosted by Yuvraj Mehra, Rifshu Husain and Sukrit Chandhoke https://instagram.com/yuvrajrmehra https://instagram.com/sukritchandhoke Featuring Shiv (Billa) and Shiv (Akshay) Produced by …
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its not the substance of comedy https://youngartisan.in ********************************************************* https://instagram.com/impropergenda Hosted by Yuvraj Mehra, Rifshu Husain and Sukrit Chandhoke https://instagram.com/yuvrajrmehra https://instagram.com/sukritchandhoke Produced by Ermazd™…
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Apeksha spills the beans on lesbianism ********************************************************* Improper Genda Hosted by Yuvraj Mehra, Rifshu Husain and Sukrit Chandhoke Yuvraj Mehra Sukrit Chandhoke Featuring Apeksha Awasthi AP3XA Produced by Ermazd™द्वारा ERMAZD
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Saturday night at 2 AM was a bad idea. Video ke saath hee mazze hai अध्याय Take I 00:00 Interregnum 25:53 warmin' up 27:06 Take II 27:56 Music Credits (CC BY 4): Dark Techno Sound Design 02 by Jalastram https://freesound.org/people/jalastram/sounds/523965/ Music Credits (CC 1.0): Techno 2-4 by Nowism https://freesound.org/people/nowism/sounds/48447…
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Energy was low since we're sick and gay. Editing mei aage peeche kia hai Nolan bhai jaise Part II 00:00 Time Relapse 31:15 Part I 31:52 Music Credits: Bach - Violin Concerto in A minor - 1. Movement - BWV 1041 - Allegro by Gregor Quendel https://freesound.org/people/GregorQuendel/sounds/723061/द्वारा ERMAZD
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"चुनाव जंग और मीडिया" वक्ता : भाषा सिंह, जन पक्षधर जुझारू पत्रकार।आयोजक : राष्ट्रीय सांस्कृतिक यात्रा, ढाई आखर प्रेम 2023, इंदौर (म.प्र.)।स्थल : मध्य प्रदेश प्रेस क्लब, अभिनव कला समाज सभागार इंदौर।तिथि : 27 दिसंबर 2023, शाम 05.55 बजे।
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सुबह के इंतज़ार में। विनीत तिवारी से बातचीत। प्रसंग: ढाई आखर प्रेम यात्रा। 26 दिसंबर 2023, सहस्त्र धारा नर्मदा, महेश्वर।
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प्रलेसं घोषणा पत्र. लेखक, कुमार अम्बुज-वीरेंद्र यादव. अठारहवाँ राष्ट्रीय सम्मेलन, 20, 21, 22 अगस्त 2023, जबलपुर(म. प्र.).
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शिक्षकों से संवाद : कुमार अम्बुज, कवि-कहानीकार, सिनेमा चिंतक। विषय : गद्य कैसे समझें समझाएँ।25 मई 2021,केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 भोपाल,क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल।सौजन्य : श्री सोमित श्रीवास्तव(उपायुक्त), डॉ ऋतु पल्लवी, सहायक आयुक्त(तत्कालीन प्राचार्य)
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विशेषज्ञों ने कहा, "हुज़ूर वह हाथ की पकड़ में नहीं आता। वह स्थूल नहीं, सूक्ष्म है, अगोचर है। पर वह सर्वत्र व्याप्त है। उसे देखा नहीं जा सकता, अनुभव किया जा सकता है।" राजा सोच में पड़ गए। बोले, "विशेषज्ञो, तुम कहते हो वह सूक्ष्म है, अगोचर है और सर्वव्यापी है। ये गुण तो ईश्वर के हैं। तो क्या भ्रष्टाचार ईश्वर है?" विशेषज्ञों ने कहा, "हाँ, महाराज, भ्रष्टा…
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इस कहानी का अंत अच्छा नहीं है। मैं चाहता हूँ कि आप उसे नहीं पढ़ें। और पढ़ें भी तो यह ज़रूर सोचें कि क्या इसका कोई और अंत हो सकता था? अच्छा अंत? अगर हाँ तो कैसे? - पार्टीशन(कहानी), स्वयं प्रकाश
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"भारतीयता राष्ट्रवाद और साहित्य".वक्ता : विनीत तिवारी, कवि और सामाजिक कार्यकर्ता.संदर्भ : हिरोशिमा दिवस, 6 अगस्त, 2023. आयोजक : मध्य-प्रदेश प्रलेसं, देवास इकाई.
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हिरोशिमाकवि : अज्ञेयवाचन : शशिभूषण हिंदी के युगपुरुष अज्ञेय की यह कविता 'हिरोशिमा दिवस' 6 अगस्त 2023 को रिकॉर्ड की गयी। कविता और आत्मकथ्य NCERT की पाठ्यपुस्तक 'कृतिका' भाग-दो(कक्षा 10) में संकलित हैं।
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मैं कुछ कहना चाहता हूँ। कहना ज़रूरी हो गया है। शोर और बोलना बहुत है फिर भी सोचता हूँ- शायद कहना सुना जाय।(शशिभूषण)
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हिंदवी संगत 18, शुक्रवार को कवि-लेखक-फ़िल्मकार देवीप्रसाद मिश्र से अंजुम शर्मा की बातचीत सुनकर यह मौखिक संदेश या तुरंत राय रिकॉर्ड करने से ख़ुद को रोक नहीं पाया।संदेश रिकॉर्ड करने, भेजने के बाद सोचा अगर राय में निजताओं का उल्लंघन नहीं हो, तो उसमें अनायास आ गयी कितनी ही बातों को व्यक्तिगत ही बनाये रखने में क्या भलाई? इसलिए यहाँ पब्लिश कर रहा हूँ।…
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इसे सुनिएगा। इस कविता को मैंने महान कहने से खुद को रोक लिया। यह शब्द क्योंकि अब घिस चुका है। आता नहीं इसका अभिप्राय पढ़-सुनकर। पढ़ना या सुनना और महसूस करना ही इस कविता के लिए सब विशेषण हैं।
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"सक्रियता की चरम सीमा है निष्क्रियता. बड़बोलेपन की चरम परिणति है ख़ामोशी और तीरंदाज़ी की अंतिम पराकाष्ठा है धनुर्धारण से परहेज." -महाविज्ञ, कहानीकार : अत्सुशी नाकाजिमा.
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