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Sindhi Sanskriti with Tamana and Meena : Sindhi Samaj Podcast

Audio Pitara by Channel176 Productions

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साप्ताहिक
 
एक ऐसी संस्कृति जो दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृतियों में से एक है, जो मुअन-जो-दड़ो से शुरू होती है या उससे भी पहले की हो सकती है। सिंधी भाषा प्राचीन और साहित्य की दृष्टि से समृद्ध है। सिंधी साहित्य जगत के साहित्यकारों ने सिंधी साहित्य को बहुत समृद्ध बनाया है। कोण है सिंधीयो के देवता? सिंधी साहित्य में सबसे पहला संदर्भ किस इतिहासकारों के लेखन में मिलता है? इन सारे सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए सिंधी संस्कृति with तमन्ना और मीणा सिर्फ ऑडियो पिटारा पर. आपको ये शो कैसा लगा? ये कमेंट करके जरू ...
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Welcome to the world of Hindi audio stories new and old, written by some of the finest Hindi authors. Enjoy the timeless stories and the superior quality audio of Kissa Kahani! क़िस्सा कहानी पॉडकास्ट पर सुनिए नई पुरानी चुनिंदा हिंदी लेखकों द्वारा लिखी अत्यंत रोचक हिंदी कहानियाँ. किस्सा कहानी की दुनिया में मनोरंजन है, अपनापन है, थोड़ा पागलपन भी, बहुत सारे किरदार, अनगिनत अनुभव और एक प्रयास आपकी भाषा को आपके क़रीब लाने का. आनंद लें!
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show series
 
Dr. Hundraj Balwani is a person with deep knowledge of Sindhi, Hindi and Gujarati languages and has special attention and attitude towards the creation of children's literature. He has a marvelous quality of translation. He is a story writer, Dramatist, Translator, Researcher, Critic, Journalist. He is Retired from the post of Academic Secretary, T…
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Lekhraj Kishan Chand Mirchandani who was more popular and better known with his pen name Aziz. as 'Lekhraj Aziz'. He was born in Hyderabad Sindh in 1897, he passed BA and worked as a lecturer of Sindhi. In India Lekhraj settled at Mumbai. Lekhraj was a poet and was also famous for his heart touching selection of words for poems but besides contribu…
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Mohan Gehani is a noted Sindhi scholar, playwright, translator and poet. Born in Karachi (Sind) on January 20, 1938, he belongs to a select community of writers who have lived through the Partition of India. Gehani, whose first short story appeared in 1955 in Naeen Duniyan, a progressive literary magazine, is the author of numerous books. He has al…
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Vasdev Mohi is a Sindhi poet, translator, critic, short story writer and a retired lecturer. He also served as the member of the executive board of Sahitya Akademi and member of Council for Promotion of Indian Languages, collectively from 2008 to 2013. Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices…
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Bhagat Kanwar Ram ; A Sindhi Sufi singer and poet. He was a disciple of saint Satram Das Sahib of Raharki. Kanwar Ram was born to Tarachand Morira and Tirath Bai on 13 April 1885 in the Jarwar village of Sukkur district in Sind, British India. In this episode you will know about ,Bhagat Kanwar Ram Listen to the Sindhi Culture Podcast on Audio Pitar…
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Shah Abdul Latif Bhittai' is the foremost poet of the Sindhi language. His poetry is of exceptional quality. He has presented Sindhi folk tales in poetic form in the "Shah Jo Risalo" through melodies. The Sindhi folk tales include Suhini Mehar, Sassui Punhoon, Leela Chanesar, Moomal Rano, Umar Marvi, Noori Jaam Tamachi, and Sorath Rai Diyach. In th…
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Shah Abdul Latif Bhittai' is the foremost poet of the Sindhi language. His poetry is of exceptional quality. He has presented Sindhi folk tales in poetic form in the "Shah Jo Risalo" through melodies. The Sindhi folk tales include Suhini Mehar, Sassui Punhoon, Leela Chanesar, Moomal Rano, Umar Marvi, Noori Jaam Tamachi, and Sorath Rai Diyach. In th…
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Shah Abdul Latif Bhittai' is the foremost poet of the Sindhi language. His poetry is of exceptional quality. He has presented Sindhi folk tales in poetic form in the "Shah Jo Risalo" through melodies. The Sindhi folk tales include Suhini Mehar, Sassui Punhoon, Leela Chanesar, Moomal Rano, Umar Marvi, Noori Jaam Tamachi, and Sorath Rai Diyach. In th…
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Shah Abdul Latif Bhittai' is the foremost poet of the Sindhi language. His poetry is of exceptional quality. He has presented Sindhi folk tales in poetic form in the "Shah Jo Risalo" through melodies. The Sindhi folk tales include Suhini Mehar, Sassui Punhoon, Leela Chanesar, Moomal Rano, Umar Marvi, Noori Jaam Tamachi, and Sorath Rai Diyach. Liste…
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"Three Monkeys" Listen to another entertaining story from Sindhi folk literature, "Three Monkeys." In this story, a servant heads towards an unknown city with dreams of becoming a prince. By using the opportunity wisely, he fulfills his dreams by pointing out the difference in the value of three monkeys' statues. Listen to this interesting story an…
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A part of children's folklore in Sindhi literature, "बादल पर कुत्ता भौंके" (A Dog Barks at the Clouds) illustrates how in ancient times, falsehood was used to please kings and royals. Similarly, it depicts how a lie was turned into truth in the royal court to please the king. Listen to this interesting story and see what unfolds next. To continue e…
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Narayan Shyam (22 July 1922 -10 Jan 1989) Sindhi Book - Wari-a-Bharyo Paland Pioneer of Sindhi Gazal Narayan Shyam was known for experimenting with thoughts. He has enriched the Sindhi Literature and Sindhi Poem world not only by the use of new words but also by using new symbolic ways and redefinition of the Sindhi poem, he has changed the tempo o…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर। Learn more about your ad choices…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर। Learn more about your ad choices…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर। Learn more about your ad choices…
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'वह सोना है बेकार जो कानों को करे तार - तार । वह सोने की बालियाँ हैं बेकार, जो कानों पर करे वार।'' किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। जैसा व्यवहार हम यानि माता-पिता करेंगे, जैसे संस्कार देंगे, वैसा ही हमारे बच्चे हम से सीखेंगे …
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। पहले अपने, पीछे पराए – यह एक प्रचलित मुहावरा है जो सामाजिक और नैतिक मूल्यों पर आधारित है।ऐसा …
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सिंधी अबाणी बोली, मिठिड़ी अबाणी बोली, तंहिंखे मां कीअं विसारियां, जिंद जान तंहिंतां वारियां, जंहिं में डिनी आ मूंखे पींघे में माउ लोली!" मातृभाषा हमारी पहचान है, अपनी भाषा में पाया गया ज्ञान सदियों तक याद रहता है। यूनेस्को ने मातृभाषा को सम्मानित करते हुए 21 फरवरी अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में घोषित किया है। अपनी भाषा से प्रेम करे और सुनते…
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जैसी करनी वैसी भरनी : अगर कोई अच्छा कर्म करेगा तो अच्छा फल प्राप्त होगा और यदि बुरा कर्म करेगा तो बुरा फल प्राप्त होगा। यदि हम किसी से मीठा बोलेंगे और हमारे कर्म अच्छे होंगे तो निश्चित रूप से हमें उसके बदले अच्छा ही मिलेगा। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoicesद्वारा Audio Pitara by Channel176 Productions
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"हरकत मे बरकत: कहावतें जीवन का एहसास है ;हमारे बुजुर्गों ने अपने एहसासो को समझाने के लिए साफ और सरल भाषा में काम करने और वक्त की कीमत सिखाई है। हरकत में बरकत ;काम करने से कुछ न कुछ हासिल होता है;जैसे कि काम के बदले पैसे व हुनर प्राप्त होता है, जिससे हमारे जीवन का दर्जा ऊपर होता है। " Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। जब इंसान मीठा बोलता है तो उसे सभी पसंद करते है परंतु जब वही इंसान कड़वा बोलता है तो उसे कोई पस…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। ईश्वर सर्वशक्तिमान है, हम सभी उसके आगे बहुत कमजोर है। ईश्वर जब हमारा साथ देता है तो हमारी ताक…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों तथा कहावतों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। विदेशी विद्वानों ने कहावतों के बारे में अलग-अलग परिभाषाएं बताई है। Learn more abo…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों तथा कहावतों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर। Learn more about you…
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सिंधी भाषा विकास के उपलक्ष में प्रोफेसर (डॉ.) हासो दादलाणी जी से प्रत्यक्ष मुलाकात में अति महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। आज, रोज़ी - रोटी देने वाली अन्य / अंग्रेजी भाषा के चलन के दौर में मातृभाषा सिंधी की क्या अहमियत है?, सहजता से बताया है। घर बैठे बैठे सिंधी सीखने के डिस्टेंस लर्निंग के कौन से माध्यम हैं , इसकी भी जानकारी दी है। मातृभाषा सिंधी सीखने…
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अजमेर निवासी , हिंद -सिंध के प्रतिष्ठित कवि, नाट्यकार, गायक और, साहित्यकार ढोलण राही जी ने पूछा है सिंधियों से आप सिंधी हो ? सिंधी हों ना! ,तो क्यों नही सिंधी में बात करते? जब पशु- पक्षी भी अपनी भाषा में बतियाते हैं तो हम तो इंसान है ! हमें भी अपनी ज़बान में बात करनी चाहिए। हम सिंधियों ने अपनी ज़मीन ,जायदाद अपना वतन तक छोड़ा, वह हमारी मजबूरी थी। भा…
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हमें गर्व है आपके उत्साहपूर्ण सहयोग से, बिना ठहराव के, सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट के 25 एपिसोड पूरे हुए। आप सभी के प्यार और समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। हमें अपनी संस्कृति और भाषा-बोली पर गर्व है । "सिंधी हैं , सिंधी में बात करेंगे, अपनी संस्कृति को आबाद करेंगे।" हमने संकल्प लिया है, हम अपनी मातृभाषा में बात करेंगे। सभी सुनने वालों के लिए उच्चतम गु…
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चइनि मुंदुंनि जो राग रिद्धि भोजवानी, अहमदाबाद, महात्मा गांधी हाई स्कूल में नवी कक्षा में पढ़ने वाली बालिका अपनी मधुर आवाज़ में चार ऋतुओ के बारे में गाकर आपको मंत्र मुक्त करने आई है। रिद्धि ने सिंधी ऋतु के नाम , उसके प्रभाव को, बेहतरीन उच्चारण से पेश किया है। आप जानते हैं शरद ऋतु में हम सिंधी खुराक माजून और कई सारी खाने की ताकत बक्श चीज़ें बनाते हैं। …
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इस एपिसोड में हमनें मुलाकात की सुप्रसिद्द साहित्यकार और कवि - श्री मोहन हिमथानी जी से। "कैरियर के साथ मातृ भाषा को साथ ले चलो, घर और परिवार में सिंधी में बात करो" का संदेश दिया। सिंधी बोली के विकास के बारे में चर्चा करते हुए हिमथानी जी ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी अपने कैरियर के बारे में बहुत संवेदनशील है और अपनी भाषा से दूर हो रही है। एक इंसान के ल…
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आर्या खिलनानी, अहमदाबाद,के. जी. कक्षा की छात्रा, रचना स्कूल, अहमदाबाद से अपनी प्यारी सी आवाज़ में सुनाएंगी ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार को छोड़ , वह रे तारा गोल तारा ... रोशन तारा ...कविता और साथ साथ हाथी और चींटी की कहानी एक अलग अंदाज में। दादी माँ से सिंधी कहानी और कविता आर्या बड़े चाह से सिखती है। दादी माँ से वह सिंधी में बात करती है ।क्या आप भी घर…
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"लाल साईं की लीला बहुत निराली है। उन्हें जो भी सच्चे मन से, सच्चे दिल से याद करता है वह साकार रूप में प्रकट होते है, उसके मन की मुरादे पूरी करते हैं और फिर अंतर्ध्यान हो जाते है। कुछ ऐसा ही हुआ 'ममण' और उनकी धर्मपत्नी के साथ। उन्होंने लाल साईं से धन की जगह औलाद मांगी, साईं ने उनकी मुराद पूरी की। जो भी साफ़ मन और सच्चे भाव से भगवान झूलेलाल जी को ध्य…
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लाल साईं की लीला बहुत निराली है। उन्हें जो भी सच्चे मन से, सच्चे दिल से याद करता है वह साकार रूप में प्रकट होते है, उसके मन की मुरादे पूरी करते हैं और फिर अंतर्ध्यान हो जाते है। कुछ ऐसा ही हुआ 'ममण' और उनकी धर्मपत्नी के साथ। उन्होंने लाल साईं से धन की जगह औलाद मांगी, साईं ने उनकी मुराद पूरी की। जो भी साफ़ मन और सच्चे भाव से भगवान झूलेलाल जी को ध्या…
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कहा जाता है, संकट के वक्त ईष्ट देव का ध्यान करने से हमारी बीच मझदार में फंसी नैया को पार लगाने वह साकार स्वरूप में मदद करने आते है। एक बार व्यापारियों की नैया भी बीच भंवर में फंस गई, उन्होंने इष्ट देव का स्मरण किया, तभी भगवान झूलेलाल उनकी नैया को पार लगाने के लिए स्वयं प्रकट हुए। तब से उन्हे जिंदहपीर के नाम से पुकारा जाता है। यह प्रार्थना सुनी है आ…
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सिंधियों में कन्या को नियाणी कहा जाता है। एक कन्या को एक सौ ब्राह्मण के बराबर माना जाता है। इसलिए सिंधी कन्या को पैर छूने नही देते,कन्या के पैर छूते है।जैसे द्रोपदी की रक्षा के लिए श्री कृष्ण आए, वैसे ही लाल साई की लीला भी न्यारी है। एक कन्या की आस्था प्रार्थना को सुनना, स्वप्न में आना, भगवान झूलेलाल की लीलाएं! क्या आप जानना चाहते हैं। सुनते रहिए ऑ…
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सिंधियों के इष्ट देव "भगवान झूलेलाल" के जन्म की आकाश वाणी हुई-"जब जब धर्म की हानि हुई है; तब तब सत पुरुष की रक्षा करने के लिए भगवान ने साक्षात रूप में जन्म लेकर उनके धर्म की रक्षा की है"। ऐसे ही मिर्ख शाह के अत्याचार से बचाने, पाप को नाश करने के लिए भगवान झूलेलाल ने मानव अवतार लिया। सिंध में मिर्ख शाह द्वारा सिंधियों पर अत्याचार बढ़ने लगे। धर्म और …
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सिंधियों के इष्ट देव "भगवान झूलेलाल" हैं। भगवान झूलेलाल को उडे॒रो लाल, लाल साईं, ज़िंदहपीर, घोड़े वारो, भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है। भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव चेटीचंड के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, तब तब पाप को नाश करने के लिए भगवान मानव अवतार लेते हैं। कहते है सिंध में मिखृ शाह द्वारा सिंधियों पर साथ अत्…
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इस एपीसोड में आप सुनेंगे 'विनीता दलवाणी 'और 'रिद्धि भोजवाणी' की गुफ्तगू - स्कूल में पढ़ने वाली यह बालिकाएं, अपनी वेकेशन में प्रवास की आयोजन के लिए सिंधी में गुफ्तगू कर रही है। यह बहुत हर्ष की बात है कि आज की युवा पीढ़ी आपस में सिंधी में बात करते हैं। ऐसी युवा पीढ़ी की छोटी-छोटी सिंधी गुफ्तगू सिंधी भाषा के फिर से उद्भव और फैलाव का एक बीज समान है। अप…
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इस एपिसोड में आप सुनेंगे वक्तव्य युवा पीढ़ी की जुबानी " भगवान झूलेलाल कथा सिंधी में। 'महक अहूजा' की स्पष्ट, जोश भरी, आवाज़ आप को "झूलेलाल भगवान " की महिमा से अवगत कराएगी। हमें इस वक्तव्य को आपके साथ साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है । हमें गर्व है हमारे बच्चे अपने सिंधियो के इष्ट देव को जानते हैं और उनकी लीलाओं से अवगत है। हमारा अब तक का सफर बहुत ब…
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इस एपिसोड में आप सुनेंगे' डॉली ठक्कर 'और 'भूमि विधानी 'की गुफ्तगू।_नवमी कक्षा में पढ़ने वाली इन बालिकाओं ने "डॉक्टर चोइथराम गिदवाणी - स्वतंत्रता सेनानी के जीवन पर सिंधी भाषा में एक दूसरे से चर्चा की। हमें इस चर्चा को आपके साथ साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है । हमें गर्व है हमारे बच्चे अपने सिंधी समाज के स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर रहे हैं। हमार…
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