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This will be a podcast of Mahabharat narrated by Atul Purohit in Hindi. I will also talk about the life of Krishna and include content from Srimad Bhagwat and Gita.
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"Urvashi" by Ramdhari Singh Dinkar is a celebrated epic poem in Hindi literature. It reimagines the tale of Urvashi, the celestial nymph, and her relationship with King Pururava. Dinkar's poetic brilliance and storytelling prowess breathe new life into this classic mythological narrative, exploring themes of love, desire, and the eternal quest for immortality. Visit https://krity.app/ for more books and to become a narrator. Follow us on Instagram @krity.app and stay updated with the latest ...
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रामायण - भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, एक अद्वितीय कथा जो हमें धर्म, नैतिकता, और प्रेम की महत्वपूर्ण सीखें देती है। अब, इस महाकाव्य को नए अंदाज़ में देखने का समय आ गया है। नितीश भारद्वाज की आवाज़ में, हम लेकर आए हैं एक नए और उत्कृष्ट रूप में "रामायण"। यह नया फॉर्मेट हमें एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा, जहां हम इस प्राचीन कथा को नए तरीके से अनुभव करेंगे। "रामायण" या राम कथा भारतीय जानमानस की भावनाओं से गहरे जुडी कहानी है; जिसके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। तो आइये इसे सु ...
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Are you fascinated by the stories and mythology of ancient India? Do you want to learn more about the epic tale of Ramayana and its relevance to modern-day life? Then you should check out Ramayan Aaj Ke Liye, the ultimate podcast on Indian mythology and culture. Hosted by Kavita Paudwal, this podcast offers a deep dive into the world of Ramayana and its characters, themes, and teachings.
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श्री राम ने अहिल्या को श्राप से कैसे मुक्त किया?
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, की क्या प्रभु राम ही देवी अहिल्या के मुक्ति का मार्ग हैं? कैसे सर्व शक्तिमान प्रभु राम के हाथों होगा देवी अहिल्या का उद्धार? क्या रघुकुल वंशी, अयोध्या नंदन प्रभु राम जानकी देवी सीता को स्वयंवर में प्राप्त कर पाएंगे? जानने के लिए “रामायण” क…
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, इंद्र देव के लालसा से कैसे देवी अहिल्या को मिला पत्थर की मूरत बनने का श्राप।सुनिए एक ऐसी कहानी जहाँ युगों से पुरुषों के अपराध की सजा एक स्त्री को मिलती आ रही है। क्या प्रभु राम अहिल्या को उनके श्राप से मुक्त करपायेंगे? जानने के लिए “रामायण…
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, प्रभु राम के पराक्रम के बारे में, की कैसे राक्षशी ताड़का जैसी तूफ़ान का वध करके सिद्धाश्रम को अत्याचार से मुक्त किय।आइये और प्रभु राम के अद्भुत पराक्रमों का आनंद लीजिय। क्या प्रभु राम मिथिलेश जनक की पुत्री सीता के स्वयंवर में धनुष संधान की च…
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अयोध्या कुमारों की शिक्षा का प्रारम्भ
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, की कैसे कुमारों ने कम आयु में कुल गुरु ऋषि वशिष्ट के दीक्षा से अपनी शिक्षा प्राप्त की। जानिए क्या महाराज दशरत रघुकुल की रीत का पालन करपायेंगे? महाऋषि विश्वामित्र को निराश ना करने का वचन निभा पाएंगे? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को…
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कौशल्या ने प्रभु श्रीराम से क्या वचन लिया?
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा, श्री राम के बाल लीलाओं के रूप में उनकी दैवयी शकितयों की कहानी। नटखट लीलाएं करके नन्हे राम का मन ही नहीं भरता था। सुइये कैसे अपना लीलाओं से अपनी माँ को ब्रह्माण्ड नायक श्री विष्णु की माता होने का एहसास दिलाया।जानने के लिए “रामायण” के इस नए …
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Dashrath के चारों पुत्रों का नामकरण संस्कार
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, दर्शन कीजिये नन्हे कौशल्या पुत्र का। जानिए भला कैसा रूप है नन्हे प्रभु का की शंकर देव भी कुमारों के दर्शन को अयोध्या पहुंचे? कैसे होगा नामकरण चरों दशरत पुत्रों का? कौशल्या नंदन का नाम कैसे पावनता की पराकाष्ठा है? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को सुने।…
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Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य|Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , राजा दशरत के चार कुमार पुत्रों के जन्म की कथा। जानिए सृष्टि के नयाल श्री हरी विष्णु के पृथिवी में अवतार लेने की कहानी। जानिए अयोध्या में कैसे खुशियों का आगमन हुआ? जानने के लिए “रामायण” के इस नए एपिसोड को सुने। इस FULL Episode में आपको मील…
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Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , कैसे Raavan के दुष्कर्मों का प्रभाव, तीनो लोकों मे चिंता का विषय बन जाता है. क्या होगा जब देवताओं और Brahma का संवाद होगा? अब तक की श्रापों का असर क्या होगा? क्या यही है Raavan के अंत की शुरुआत? Dharti लोक में Vishnu का अवतार, रावण के विनाश की कहानी का आगाज, जानने के लिए, “रामायण” के इस नए एपिसोड क…
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Raavan के अहंकार का नाश | Ramayan Episode 2 | Hindi Audio Story | Fever Storiesनमस्कार,Ramayan के इस Episode में हम जानेंगे एक नई कथा, एक नया रहस्य| Nitish Bharadwaj की आवाज में, यह भाग हमें बताएगा , कैसे रावण के गिरावट उसकी अहंकारी हावीपन से हुआ।क्या होगा, जब Vishnu का ध्यान कर रही वेदवती के सामने Raavan करेगा अपमान? क्या होगा, जब उनका अंत आएगा?इस…
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Subscribe to Fever Stories Youtube channel here: https://www.youtube.com/@FeverStoriesRamayan के आज के Episode में हम जानेंगे- Raavan का अद्भुत रहस्य! सुनिए कैसे एक साधारण इंसान ने अपनी अदभुत शक्ति से तीनों लोकों को चुनौती दी।Nitish Bharadwaj लाते हैं आपके सामने Raavan के पूरे परिवार और उनकी अदभुत शक्तियों का रोचक वर्णन। उनकी लालसा से भरी हरकतें, क…
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रामायण - भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, एक अद्वितीय कथा जो हमें धर्म, नैतिकता, और प्रेम की महत्वपूर्ण सीखें देती है। अब, इस महाकाव्य को नए अंदाज़ में देखने का समय आ गया है। नितीश भारद्वाज की आवाज़ में, हम लेकर आए हैं एक नए और उत्कृष्ट रूप में "रामायण"। यह नया फॉर्मेट हमें एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा, जहां हम इस प्राचीन कथा को नए तरीके …
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इस एपीसोड में हम नल और दमयंती की कहानी सुनेंगे। साथ ही साथ हम यह भी देखेंगे कि किस तरह से अर्जुन पांडवों के साथ वापस आ गए हैं। हम दुर्योधन और उसकी सेना को नाकाम होते हुए भी देखेंगे।द्वारा Atul Purohit
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द्वारा Krity
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बाली को मार कर और सुग्रीव का राज्य अभिषेक होने के बाद प्रस्रवण पर्वत पर रहने वाले श्री राम अपने भाई लक्ष्मण से कहते हैं "जल की प्राप्ति कराने वाला वर्षा काल आगया है। पर्वत जैसे मेघो से आकाश मंडल भर गया है। जैसे, कोई तरुणी ९ महीनो के लिए अपने गर्भ में बालक धारण करती है, और फिर उसे जन्म देती है, वैसे, ९ महीनो के लिए आकाश से सूर्य की किरणों द्वारा समं…
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किष्किंधा में हुआ सुग्रीव का राज्याभिषेक
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कपिराज बाली के अंतिम संस्कार के बाद, पवनपुत्र हनुमान ने सलाह दी कि, क्यूंकि श्री राम ने सुग्रीव को न्याय दिलाने में सहायता करी, इसलिए, सबसे पहले उन्हें और महाराज सुग्रीव को किष्किंधा में पदार्पण करना चाहिए। पर राम ने किष्किंधा में कदम रखने से क्यों मना कर दिया? उन्होंने सुग्रीव को सीता को ढूंढने का प्रयास कब शुरू करने को कहा? सुग्रीव और अंगद का राज…
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तारा, अंगद, सुग्रीव, किष्किंधा की प्रजा, सभी बाली की मृत्यु के कारण विलाप कर रहे थे। तब महारानी तारा की नजर श्रीराम पर पड़ी। वह राम से बोलीं - आपका कोई पार नहीं। आपने अपने इंद्रियों पर मात की है। आपकी कृपा सब पर बरसती है। तो मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप मुझे भी मार दीजिए ताकि मैं अपने पति के साथ जा सकूं। जवाब में राम ने तारा से क्या कहा? और लक्ष्मण…
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कपिराज बाली के मृत्यु अब निकट थी। उनकी पत्नी तारा दुख और भावनाओं के सागर में डूबी, कुछ सोच नहीं पास रहीं थीं। तब हनुमान ने कैसे उन्हें सहानुभूति दी? इस दौरान बाली ने, किष्किंधा राज, तारा और अपने बेटे - अंगद को लेकर, सुग्रीव को क्या सलाह दी? और सारे वानरों को शोकाकुल देख, सुग्रीव ने अनपे किये पर पछतावा कैसे व्यक्त किया? आइए जानतें हैं, रामायण आज के …
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बाली के लगाए अधर्म के आरोप का राम ने क्या जवाब दिया?
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जब बाली की शक्ति के सामने सुग्रीव हारने लगे तब श्रीराम ने बाली पर पेड़ों के पीछे से छुपकर वार किया। इस बात पर घायल बाली ने राम पर आरोप लगाया कि धर्म के अनुसार राम का व्यवहार गलत था। वाली को राम से कोई बैर नहीं था फिर भी राम ने पीछे से उन पर वार किया और उन्हें अपने बचाव का मौका तक नहीं मिला। राम ने वाली के लगाए आरोप पर किस प्रकार प्रति उत्तर दिया? बा…
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बाली वध। राम ने बाली को पीछे से क्यों मारा?
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बाली ने अपनी समझदार पत्नी तारा की सलाह को अनसुना कर दिया और सुग्रीव के साथ युद्ध करने के लिए वापस रणभूमि में उतर गए। उन्हें लगा कि, क्यूँकि राम धर्म का पालन करते हैं, वह किसी निर्दोष पर वार नहीं करेंगे। पर बाली इस बात का अनुमान नहीं लगा पाए कि पेड़ों के पीछे छिपे राम मौका देखते ही उनपर एक ज़हरीले साँप की तरह दिखनेवाला तीर छोड़ देंगे, जो बाली की छाती …
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राम और लक्ष्मण किष्किंधा की सीमा तक पहुंचकर वहीं वन में छुप गए। इतने में सुग्रीव ने अपने भाई, बाली को द्वन्द्व युद्ध के लिए ललकारा। कुछ ही देर में उन दोनों के बीच भयंकर लड़ाई शुरू हुई। आश्चर्य की बात यह थी कि वह दोनों कपि बिल्कुल एक दूसरे की तरह दिख रहे थे। श्री राम समझ ही नहीं पाए कि बाली कौन है और सुग्रीव कौन। जब सुग्रीव अपनी जान बचाकर भागे, तब रा…
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सुग्रीव ने राम के कौशल का प्रमाण कैसे लिया?
6:49
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जब सुग्रीव ने राम और लक्ष्मण को बाली की कहानी सुनाई, तब उन्हें सूर्यपुत्र कपिराज की शक्ति और कमज़ोरी दोनों का प्रमाण मिला। कहानी के अंत में सुग्रीव ने राम को रिश्यामुख पर्वत पर दुंदुभि राक्षस की सूखई हुई हड्डियों का ढेर भी दिखाया। तब राम और लक्ष्मण दोनों को कहानी का तात्पर्य समझ में आया। वास्तव में सुग्रीव राम की शक्ति का प्रमाण देखना चाहते थे। जवाब…
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अब तक हमने सुना कि कैसे बाली ने सुग्रीव पर आरोप लगाकर उन्हें राज्य से बाहर निकाला था। इतना ही नहीं सुग्रीव की पत्नी, रोमा को बाली ने राज्य में कैद करके रखा था। सुग्रीव को श्री राम की मित्रता पर विश्वास तो था, लेकिन वह उन्हें बाली के शौर्य के बारे में भी बताना चाहते थे, क्यूंकि युद्ध में आक्रमण करने से पहले, शत्रु की शक्ति का प्रमाण लिया जाता है। तो…
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सीता के आभूषण देखकर राम विचलित हो गए। पर सुग्रीव के मीठे शब्दों से, उनके सांत्वन से, वह संभल भी गए। फिर राम ने सुग्रीव से सीता और रावण को ढूंढने की सलाह मांगी। साथ ही उन्होंने सुग्रीव को दिए हुए वचन को पूरा करने का आश्वासन दिया। उसके बाद सुग्रीव की समस्या समझने के लिए राम ने उन्हें अपनी पूरी कहानी विस्तार से सुनाने को कहा। जवाब में सुग्रीव ने अपने …
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सुग्रीव और राम ने मित्रता निभाने की शपथ ली
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ऋष्यमुख पर्वत पर पहुंचकर हनुमान ने कपिराज सुग्रीव के सामने राम और लक्ष्मण को अपने कंधे से उतारा और सारा वृतांत सुग्रीव को सुनाया। सुग्रीव यह सुनकर बहुत खुश हुए कि श्री राम उनसे मित्रता करना चाहते हैं और कहा की उनके लिए ये अभिमान की बात होगी। ये जानकर, श्री राम ने उन्हें गले से लगाया। फिर दोनों ने अग्नि के समक्ष मित्रता निभाने की शपथ ली। इसके बाद सु…
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सुग्रीव की आज्ञा अनुसार, ब्राह्मण का भेस लेकर, हनुमान, राम और लक्ष्मण की जानकारी लेने के लिए पाम्पा सरोवर पहुँचे। हनुमान ने उन दोनों को विनम्रता से वंदन किया। फिर उन्होंने इन दीप्तिमान अजानुबाहू मनुष्यों से उनका परिचय कैसे माँगा? राम ने हनुमान के व्यव्हार से उनके चरित्र के बारे में क्या निष्कर्ष निकला? लक्ष्मण ने सुग्रीव को लेकर अपने इरादों के बारे…
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राम के जीवन में अब शुरू होता है किष्किन्धा काण्ड
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कर्नाटक के हम्पी क्षेत्र को आज भी किष्किन्धा के नाम से जाना जाता है। यह एक समय में सुग्रीव की राजधानी हुआ करती थी, जहाँ राम और लक्ष्मण, सीता को ढूंढ़ते-ढूंढ़ते पहुँचे। वसंत ऋतु में पाम्पा सरोवर की सुंदरता देख, सीता के विरह में राम और भी दुखी हुए। राम को भावुक देख, लक्षमण उन्हें अपने मन पर नियंत्रण रखने की सलाह देने लगे। पर दोनों भाइयों की बातचीत के …
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शबरी कौन थीं? और राम से उनकी भेंट कैसे हुई?
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कबंध के बताये रास्ते से होते हुए राम और लक्ष्मण पाम्पा सरोवर के पास ऋष्यमूक पर्वत पर पहुँचे। वहाँ उन्हें भक्त और विदुषी शबरी मिलीं, जो जंगल में रहने वाली जनजाती से थीं। लेकिन उनके चहरे पर उनकी साधना और योग का तेज था। राम और लक्ष्मण से मिलने पर शबरी ने उनका स्वागत कैसे किया? उन्होंने दोनों भाइयों को मातंग वन के बारे में क्या बताया? और राम ने शबरी का…
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राक्षस कबंध ने राम को सुग्रीव और शबरी के बारे में बताया
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राम और लक्ष्मण ने कबंध को मारने के बाद उसका शरीर जला दिया। चिता से कबंध का सुन्दर दिव्य रूप निकल आया, जिसे स्वर्ग ले जाने के लिए दैवी विमान आ खड़ा हुआ। पर जाने से पहले, उसने राम को सीता तक पहुँचने की तरक़ीब बताई। कबंध ने दोनों भाइयों को सुग्रीव का परिचय कैसे दिया? उसने क्या सोचकर कहा की सीता को ढूंढने में सुग्रीव सक्षम रहेंगे? फिर कबंध ने राम और लक्ष…
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राम ने कबन्ध राक्षस का उद्धार कैसे किया?
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सीता को बचाने की कोशिश करते-करते जटायु ने अपने प्राण गवा दिए। गृद्धराज की मृत्यु से राम को बहुत दुख हुआ और उन्होंने जटायु का अंतिम संस्कार, विधि-अनुसार, अपने हाथों से किया। इसके पश्चात वह लक्ष्मण के साथ सीता की खोज में दक्षिण दिशा में निकल गए। कुछ समय बाद वह क्रौंच जंगल पहुंचे। वहाँ अयोमुखी नामक राक्षसी से मिलने पर राम और लक्षमण ने क्या किया? और फि…
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राम को सीता के अपहरण के बारे में किसने बताया?
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जब राम को सीता के संघर्ष के संकेत मिले, तब उनका क्रोध उनके आपे से बाहर हो गया। वह बदले की आग में सारे लोकों को नष्ट करने निकले। ऐसे में लक्ष्मण ही उन्हें रोक सकते थे। लक्ष्मण ने राम का क्रोध शांत करने के लिए ऐसी क्या बात कही, जो आज भी मसाल के तौर पर इस्तेमाल की जाती है। जब दोनों भाइयों ने सीता की खोज फिर शुरू करी तब उन्हें घायल जटायु मिले। राम ने क…
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राम और लक्ष्मण को सीता के अपहरण के चिंह मिले
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सीता को आश्रम में ना पाकर भग्वान-रूपी राम मनुष्य के भाँती अधीर होने लगे। आख़िरकार लक्ष्मण के अलावा उन्होंने सीता से ही अपना सारा दुःख बांटा था। राम को लाचार देख, लक्षमण ने उनका सांत्वन कैसे किया? शांत होने पर, जब राम सीता को खोजने के लिए आगे बढ़े, तब किस प्राणी के समूह ने उनकी मद्दत करी? सुझाव अनुसार जब दोनों भाई दक्षिण दिशा में चलने लगे, तो उन्हें …
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राम को कैसे पता चला कि सीता संकट में थीं?
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फिछले episode में हमने सुना कि कैसे देवों ने लंका-बधित सीता को खीर खिलाकर यह सुनिश्चित किया कि वह जीवित रहें। वहाँ दूसरी तरफ़ राम मारीच को मारकर आश्रम की ओर भागे। रस्ते में आसपास के जानवरों की बेचैनी देख वह समझ गए थे की सीता ख़तरे में हैं। कुछ ही क्षणों में उन्हें लक्षमण मिले, जो सीता के कहने पर राम को ढूंढने निकले थे। एक दूसरे को देखते ही वह दोनों स…
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सीता ने रावण से दूरी बनाये रखने के लिए क्या किया?
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सीता रावण का इरादा अब अछि तरह से समझ गयीं थीं। क्यूंकि रावण एक परपुरुष था और उन दिनों विवाहित स्त्रियाँ उनसे पर्दा करतीं थीं, इसलिए सीता ने अपने और रावण के बीच, सीमा के तौर पर, एक घांस की तीली पकड़ली। रावण ने उस चिन्ह का सम्मान किया, पर साथ ही उससे विवाह करने के लिए उसने सीता को 12 महीनों का वक़्त भी दिया। कड़ी निगरानी में सीता को लंका में रखा गया, जि…
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रावण सीता का अपहरण करके उनके साथ लंका पहुँचा
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विशाल और वृद्ध जटायु को मारने के बाद अब रावण के रास्ते में कोई बाधा नहीं थी। लेकिन सीता अपने आपको छुड़ाने का संघर्ष करती रहीं। कुछ दूरी पर सीता ने पर्वत पर बैठे वानर देखे। उन्होंने उन वानरों बीच अपनी ओढ़नी में ज़ेवर उतारकर फेंक दिए, ये सोचते हुए कि शायद ये वानर सीता को ढूंढने में राम की मद्दद कर पाएँ। पर, किसी कारण, इस बात पर रावण ने ध्यान नहीं दिया। …
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रावण ने किया सीता का हरण, जटायु ने किया बचाने का प्रयास
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जब सीता ने रावण के साथ लंका जाने से मना कर दिया तब रावण ने सीता के बाल पकड़े और एक हाथ से उन्हें उठाकर उग्रता से अपने सुनहरे रथ में बिठाया। पलक झपकते ही वह रथ आकाश में उड़ने लगा और लंका की और बढ़ने लगा। सीता चिल्लाने लगीं, राम और लक्ष्मण को पुकारने लगीं। उनकी दुहाई सुनकर जटायु चौक्कन्ने हो गए और सीता को रावण के चंगुल से बचाने का प्रयास करने लगे। पक्षि…
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रावण ब्राह्मण के भेस में सीता का हरण करने आया
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रावण भिक्षुक के भेस में राम-सीता के आश्रम आया। सीता ने लक्ष्मण की चेतावनी के बावजूद, रावण को ब्राह्मण समझ कर, शापित होने के डर से, उसका आदर सत्कार किया। उसे भोजन खिलाया। फिर सीता ने उसे अपने बारे में बताया। साथ ही उन्होंने रावण का परिचय माँगा। तब रावण ने अपना असली रूप दिखाया और बोला की वह तीनों लोको का राजा है और सीता को अपनी पत्नी बनाना चाहता है। …
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क्या लक्ष्मण ने सच में सीता की सुरक्षा के लिए लक्ष्मण रेखा बनायी थी?
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राम के साथ खेलते खेलते, वह सोने का हिरन उन्हें आश्रम से काफ़ी दूर ले गया। कुछ समय बाद वह हिरन झाड़ियों में जाकर फँस गया। उस ही क्षण, एक ही तीर से राम ने बारहसिंगा रुपी मायावी मारीच को घायल कर दिया। मरते मरते मारीच ने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से सीता और लक्षमण को लगा की राम मुसीबत में हैं? सीता ने लक्ष्मण को राम के पास जाकर उनकी मद्दत करने के लिए कैसे …
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मारीच ने सोने के हिरण का रूप धारण किया
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मारीच की बातों का रावण पर कोई असर नहीं हुआ। उल्टा रावण ने ही मारीच को डाँटते धमकाते कहा कि अगर वह रावण की मद्दत नहीं करेगा तो मारा जाएगा। यह सुनकर उसने अपने भाग्य को स्वीकारा और रावण के साथ दण्डकारण्य पहुँचा। मारीच ने, सोने के हिरण का रूप लेकर, सीता को कैसे आकर्षित किया? लक्ष्मण को उसकी असली पहचान कब और कैसे हुई? सच्चाई जाने के बाद भी राम ने हिरण र…
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मारीच रावण को सीता का अपहरण करने से मना करता है।
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जब सीता का अपहरण करने के लिए रावण मारीच को हिरन का रूप लेने के लिए कहता है, तब मारीच घबरा जाता है। वह रावण के राम के बल, साहस, कौशल और बुद्धिमत्ता का अनुमान देने की कोशिश करता है। वह रावण को राम से अपने युद्ध के बारे में भी बताता है। मारीच यहाँ तक कहता है की रावण की एक भूल का मूल्य पूरी लंका को चुकाना पढ़ेगा। लेकिन उसे राक्षस वृत्ति छोड़ने की सुबुद्ध…
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रावण ने सीता का अपहरण करने के लिए मारीच से मद्दत मांगी।
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रावण अब मान गया था कि राम कोई साधारण मनुष्य नहीं थे और उन्हें रोकना राक्षसों की सुरक्षा के लिए आवश्यक हो गया था। वह अपने सुवर्ण रथ में बैठकर तुरंत मारीच से मिलने निकला। रास्ते में उसने दक्षिण भारत में क्या-क्या देखा? वट वृक्ष, सौभद्र का क्या महत्त्व था? जब रावण मारीच के पास पहुँचा तो उसने राम को अधर्मी क्यों बताया? और सीता का अपहरण करने के लिए वह म…
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