"Sarvshreshth Kahaniyan" by Jai Shankar Prasad is a renowned collection of Hindi short stories that explore emotions, relationships, and societal issues. It delves into various subjects such as love, defeat, and social justice. So, what are you waiting for? Start listening to "Sarvshreshth Kahaniyan" on "Audio Pitara" now. #hindi #shortstories #emotions #relationships #societal #issues #audiopitara #sunnazaroorihai #sarvshreshthkahaniyan
…
continue reading
Iss baar hum lekar aaye hain aapke liye bahut hi interesting audio series “Kankaal” jo ki likha gaya hai bahut hi vikhyaat kavi aur lekhak “Jaishankar Prasad” ke dwara. Jaha aap jaan payenge “jhoote dram abhimaan” aur “maanvi mulyon” ke baare mein, aur saath hi saath samjhenge “Gramin Jeevan” ke bare mein.Toh abhi shuru kare sunana iss interesting audiobook ko sirf “Audio Pitara” par. Stay Updated on our shows at audiopitara.com and follow us on Instagram and YouTube @audiopitara Credits - A ...
…
continue reading
1
Chandragupt Maurya ki Kahani by Jaishankar Prasad : History Podcast
Audio Pitara by Channel176 Productions
Mauraya Samrajya ke sansthapak Chandragupt ne apni sujhbhujh aur himmat par Bharat ki taraf badhte videshi hamlavar Sikandar ko roka tha. Isi Chandragupt ko kendra mein rakh kar Jayshankar Prasad ne 'Chandragupt' shirshak se natak ki rachna ki hai, jisme Bharatiya itihaas, darshan evam sanskriti ki jhalak milti hai. Aise hi, interesting audio stories aur podcast suniye only on Audio Pitara par. #chandragupt #journey #power #struggles #sacrifices #ancient #india #epic #audiopitara #sunnazaroo ...
…
continue reading
“Skandagupta" is a drama by the poet "Jaishankar Prasad". The play revolves around the historical figure Skandagupta, a "Gupta dynasty" emperor who ruled in ancient India. The play explores Skandagupta's challenges and commitment to upholding justice and righteousness through the dramatic narrative. The drama delves into themes of leadership, duty, and patriotism while also depicting the personal struggles and decisions faced by Skandagupta. Skandagupta" is a drama written by Hindi poet and ...
…
continue reading
BHARATVAANI...KAVITA SINGS INDIA I Sing.. I Write.. I Chant.. I Recite.. I'm here to Tell Tales of my glorious motherland INDIA, Tales of our rich cultural, spiritual heritage, ancient Vedic history, literature and epic poetry. My podcasts will include Bharat Bharti by Maithilisharan Gupta, Rashmirathi and Parashuram ki Prateeksha by Ramdhari Singh Dinkar, Kamayani by Jaishankar Prasad, Madhushala by Harivanshrai Bachchan, Ramcharitmanas by Tulsidas, Radheshyam Ramayan, Valmiki Ramayan, Soun ...
…
continue reading
इतिहासकारों रचनाकारों के विचारों से ओतप्रोत होने के लिए मुझसे जुड़े रहिए।
…
continue reading
Stories from Indian Literature
…
continue reading
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। खड़ी बोली प्रसिद्ध गद्य लेखक राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह के पुत्र उदय राज सिंह ने अपने पिता की साहित्यिक धरोहर को आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत से उपन्यास, कहानियाँ, लघुकथाएँ, नाटक आदि लिखे। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। उदयराज जी के इस जन्मशती वर्ष में हम उ ...
…
continue reading
Hi everyone Welcome to my podcast, I am your narrator Alka jain and I will tell you tales and stories written by famous writers of india. Thankyou . My YouTube Channel Link - https://youtube.com/channel/UCqOV0mgtmLvH1Y3wp2AScSQ Please SUBSCRIBE , Like , Play The videos till end and share with all your friends and family it will help me a lot :) नमस्ते, मेरे पॉडकास्ट में आपका स्वागत है, मैं आपकी कथा वाचिका अलका जैन हूं , मैं आपको भारत के प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी गई कहानियाँ सुनआऊंगी। धन्यवाद
…
continue reading
Gita , krishna and success stories , ekadashi, janmashtami. "समय ⏲️को भी समय⏰ लगता है, समय ⏱️ बदलने में। इसलिए अपनेआप को समय दें,इस आपके ही चैनल के माध्यम से।" "श्रीमद्भगवद्गीता" के वजह से आपके जीवन में सफलता आए और यह चैनल उसका हिस्सा बनें इसमें मेरा सौभाग्य है। आपकी सफलता के लिए मंगल कामना . Krishna janm poetry https://hubhopper.com/episode/poetry-of-krishna-janmashtami-1630285171
…
continue reading
Welcome to the world of Hindi audio stories new and old, written by some of the finest Hindi authors. Enjoy the timeless stories and the superior quality audio of Kissa Kahani! क़िस्सा कहानी पॉडकास्ट पर सुनिए नई पुरानी चुनिंदा हिंदी लेखकों द्वारा लिखी अत्यंत रोचक हिंदी कहानियाँ. किस्सा कहानी की दुनिया में मनोरंजन है, अपनापन है, थोड़ा पागलपन भी, बहुत सारे किरदार, अनगिनत अनुभव और एक प्रयास आपकी भाषा को आपके क़रीब लाने का. आनंद लें!
…
continue reading
1
विश्वास, विनय और विश्राम - Bharat Bharati 65 (भविष्यत खण्ड ) - मैथिलीशरण गुप्त
28:35
28:35
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
28:35
विश्वास, विनय और विश्राम - Bharat Bharati 65 (भविष्यत खण्ड ) - मैथिलीशरण गुप्त
…
continue reading
1
भविष्य की आशा और हमारे आदर्श - Bharat Bharati 64 (भविष्यत खण्ड ) - मैथिलीशरण गुप्त
55:53
55:53
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
55:53
भविष्य की आशा और हमारे आदर्श - Bharat Bharati 64 (भविष्यत खण्ड ) - मैथिलीशरण गुप्त
…
continue reading
1
नवयुवाओं से उद्बोधन - Bharat Bharati 63 (भविष्यत खंड) - मैथिलीशरण गुप्त
54:55
54:55
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
54:55
नवयुवाओं से उद्बोधन - Bharat Bharati 63 (भविष्यत खंड) - मैथिलीशरण गुप्त
…
continue reading
"If you truly love someone, you must learn to let them go"Naag phans is an old story about a mother's love for her children and how she becomes obsessed to not let her children go far from home. She takes extreme measures to fulfill this obsession.
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 100_ प्रदीप ज्वालाभि-र्दिवसकर-नीराजनविधिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
13:53
13:53
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
13:53
Soundaryalahari Shlok 100_प्रदीप ज्वालाभि-र्दिवसकर-नीराजनविधिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaप्रदीप ज्वालाभि-र्दिवसकर-नीराजनविधिः सुधासूते-श्चन्द्रोपल-जललवै-रघ्यरचना । स्वकीयैरम्भोभिः सलिल-निधि-सौहित्यकरणं त्वदीयाभि-र्वाग्भि-स्तव जननि वाचां स्तुतिरियम् ॥ 100 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 99_ सरस्वत्या लक्ष्म्या विधि हरि सपत्नो विहरते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
14:00
14:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
14:00
Soundaryalahari Shlok 99_सरस्वत्या लक्ष्म्या विधि हरि सपत्नो विहरते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaसरस्वत्या लक्ष्म्या विधि हरि सपत्नो विहरते रतेः पतिव्रत्यं शिथिलपति रम्येण वपुषा । चिरं जीवन्नेव क्षपित-पशुपाश-व्यतिकरः परानन्दाभिख्यं रसयति रसं त्वद्भजनवान् ॥ 99 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalhari Shlok 98_ कदा काले मातः कथय कलितालक्तकरसं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitasingsIndia
12:49
12:49
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:49
Soundaryalhari Shlok 98_कदा काले मातः कथय कलितालक्तकरसं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitasingsIndiaकदा काले मातः कथय कलितालक्तकरसं पिबेयं विद्यार्थी तव चरण-निर्णेजनजलम् । प्रकृत्या मूकानामपि च कविता0कारणतया कदा धत्ते वाणीमुखकमल-ताम्बूल-रसताम् ॥ 98 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 97_ गिरामाहु-र्देवीं द्रुहिणगृहिणी-मागमविदो_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
14:08
14:08
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
14:08
Soundaryalahari Shlok 97_गिरामाहु-र्देवीं द्रुहिणगृहिणी-मागमविदो_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia गिरामाहु-र्देवीं द्रुहिणगृहिणी-मागमविदो हरेः पत्नीं पद्मां हरसहचरी-मद्रितनयाम् । तुरीया कापि त्वं दुरधिगम-निस्सीम-महिमा महामाया विश्वं भ्रमयसि परब्रह्ममहिषि ॥ 97 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 96_ कलत्रं वैधात्रं कतिकति भजन्ते न कवयः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
13:50
13:50
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
13:50
Soundaryalahari Shlok 96_कलत्रं वैधात्रं कतिकति भजन्ते न कवयः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकलत्रं वैधात्रं कतिकति भजन्ते न कवयः श्रियो देव्याः को वा न भवति पतिः कैरपि धनैः । महादेवं हित्वा तव सति सतीना-मचरमे कुचभ्या-मासङ्गः कुरवक-तरो-रप्यसुलभः ॥ 96 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 95_ पुरारन्ते-रन्तः पुरमसि तत-स्त्वचरणयोः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
14:39
14:39
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
14:39
Soundaryalahari Shlok 95_पुरारन्ते-रन्तः पुरमसि तत-स्त्वचरणयोः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपुरारन्ते-रन्तः पुरमसि तत-स्त्वचरणयोः सपर्या-मर्यादा तरलकरणाना-मसुलभा । तथा ह्येते नीताः शतमखमुखाः सिद्धिमतुलां तव द्वारोपान्तः स्थितिभि-रणिमाद्याभि-रमराः ॥ 95 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 94_ कलङ्कः कस्तूरी रजनिकर बिम्बं जलमयं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:42
12:42
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:42
Soundaryalahari Shlok 94_कलङ्कः कस्तूरी रजनिकर बिम्बं जलमयं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकलङ्कः कस्तूरी रजनिकर बिम्बं जलमयं कलाभिः कर्पूरै-र्मरकतकरण्डं निबिडितम् । अतस्त्वद्भोगेन प्रतिदिनमिदं रिक्तकुहरं विधि-र्भूयो भूयो निबिडयति नूनं तव कृते ॥ 94 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 93_ अराला केशेषु प्रकृति सरला मन्दहसिते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
15:35
15:35
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
15:35
Soundaryalahari Shlok 93_अराला केशेषु प्रकृति सरला मन्दहसिते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaअराला केशेषु प्रकृति सरला मन्दहसितेशिरीषाभा चित्ते दृषदुपलशोभा कुचतटे ।भृशं तन्वी मध्ये पृथु-रुरसिजारोह विषयेजगत्त्रतुं शम्भो-र्जयति करुणा काचिदरुणा ॥ 93 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 92_ गतास्ते मञ्चत्वं द्रुहिण हरि रुद्रेश्वर भृतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
15:45
15:45
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
15:45
Soundaryalahari Shlok 92_गतास्ते मञ्चत्वं द्रुहिण हरि रुद्रेश्वर भृतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaगतास्ते मञ्चत्वं द्रुहिण हरि रुद्रेश्वर भृतःशिवः स्वच्छ-च्छाया-घटित-कपट-प्रच्छदपटः ।त्वदीयानां भासां प्रतिफलन रागारुणतयाशरीरी शृङ्गारो रस इव दृशां दोग्धि कुतुकम् ॥ 92 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 91_ पदन्यास-क्रीडा परिचय-मिवारब्धु-मनसः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:32
12:32
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:32
Soundaryalahari Shlok 91_पदन्यास-क्रीडा परिचय-मिवारब्धु-मनसः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपदन्यास-क्रीडा परिचय-मिवारब्धु-मनसःस्खलन्तस्ते खेलं भवनकलहंसा न जहति ।अतस्तेषां शिक्षां सुभगमणि-मञ्जीर-रणित-च्छलादाचक्षाणं चरणकमलं चारुचरिते ॥ 91 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 90_ ददाने दीनेभ्यः श्रियमनिश-माशानुसदृशीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
10:53
10:53
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
10:53
Soundaryalahari Shlok 90_ददाने दीनेभ्यः श्रियमनिश-माशानुसदृशीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaददाने दीनेभ्यः श्रियमनिश-माशानुसदृशींअमन्दं सौन्दर्यं प्रकर-मकरन्दं विकिरति ।तवास्मिन् मन्दार-स्तबक-सुभगे यातु चरणेनिमज्जन् मज्जीवः करणचरणः ष्ट्चरणताम् ॥ 90 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 89_ नखै-र्नाकस्त्रीणां करकमल-सङ्कोच-शशिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:16
11:16
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:16
Soundaryalahari Shlok 89_नखै-र्नाकस्त्रीणां करकमल-सङ्कोच-शशिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनखै-र्नाकस्त्रीणां करकमल-सङ्कोच-शशिभिःतरूणां दिव्यानां हसत इव ते चण्डि चरणौ ।फलानि स्वःस्थेभ्यः किसलय-कराग्रेण ददतांदरिद्रेभ्यो भद्रां श्रियमनिश-मह्नाय ददतौ ॥ 89 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 88_ पदं ते कीर्तीनां प्रपदमपदं देवि विपदां_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:22
12:22
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:22
Soundaryalahari Shlok 88_पदं ते कीर्तीनां प्रपदमपदं देवि विपदां_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपदं ते कीर्तीनां प्रपदमपदं देवि विपदांकथं नीतं सद्भिः कठिन-कमठी-कर्पर-तुलाम् ।कथं वा बाहुभ्या-मुपयमनकाले पुरभिदायदादाय न्यस्तं दृषदि दयमानेन मनसा ॥ 88 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Hindi Ke Mahan Sahityakaar : Acharya Sharmaji
10:34
10:34
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
10:34
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘हिंदी के महान साहित्यकार - आचार्य शर्माजी ’ कार्तिक…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 87_ हिमानी हन्तव्यं हिमगिरिनिवासैक-चतुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:43
11:43
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:43
Soundaryalahari Shlok 87_हिमानी हन्तव्यं हिमगिरिनिवासैक-चतुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaहिमानी हन्तव्यं हिमगिरिनिवासैक-चतुरौनिशायां निद्राणं निशि-चरमभागे च विशदौ ।वरं लक्ष्मीपात्रं श्रिय-मतिसृहन्तो समयिनांसरोजं त्वत्पादौ जननि जयत-श्चित्रमिह किम् ॥ 87 ॥
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 86_ मृषा कृत्वा गोत्रस्खलन-मथ वैलक्ष्यनमितं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
14:23
14:23
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
14:23
Soundaryalahari Shlok 86_मृषा कृत्वा गोत्रस्खलन-मथ वैलक्ष्यनमितं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaमृषा कृत्वा गोत्रस्खलन-मथ वैलक्ष्यनमितंललाटे भर्तारं चरणकमले ताडयति ते ।चिरादन्तः शल्यं दहनकृत मुन्मूलितवतातुलाकोटिक्वाणैः किलिकिलित मीशान रिपुणा ॥ 86 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Ek Swaroop Anek Roop
24:55
24:55
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
24:55
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘एक स्वरुप अनेक रूप’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा …
…
continue reading
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘तेतरा’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई धारा रेडियो क…
…
continue reading
1
Souundaryalahari Shlok 85_नमो वाकं ब्रूमो नयन-रमणीयाय पदयोः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:54
12:54
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:54
Souundaryalahari Shlok 85_नमो वाकं ब्रूमो नयन-रमणीयाय पदयोः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनमो वाकं ब्रूमो नयन-रमणीयाय पदयोःतवास्मै द्वन्द्वाय स्फुट-रुचि रसालक्तकवते ।असूयत्यत्यन्तं यदभिहननाय स्पृहयतेपशूना-मीशानः प्रमदवन-कङ्केलितरवे ॥ 85 ॥
…
continue reading
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘शिवानी नहीं रहीं’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा रे…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 84_ श्रुतीनां मूर्धानो दधति तव यौ शेखरतया_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:46
11:46
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:46
Soundaryalahari Shlok 84_श्रुतीनां मूर्धानो दधति तव यौ शेखरतया_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaश्रुतीनां मूर्धानो दधति तव यौ शेखरतयाममाप्येतौ मातः शेरसि दयया देहि चरणौ ।ययओः पाद्यं पाथः पशुपति जटाजूट तटिनीययो-र्लाक्षा-लक्ष्मी-ररुण हरिचूडामणि रुचिः ॥ 84 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Kavan Hoihein Gatiya...
24:53
24:53
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
24:53
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा कहानी ‘कवन होइहें गतिया’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई …
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 83_ पराजेतुं रुद्रं द्विगुणशरगर्भौ गिरिसुते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:00
12:00
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:00
Soundaryalahari Shlok 83_पराजेतुं रुद्रं द्विगुणशरगर्भौ गिरिसुते_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaपराजेतुं रुद्रं द्विगुणशरगर्भौ गिरिसुतेनिषङ्गौ जङ्घे ते विषमविशिखो बाढ-मकृत ।यदग्रे दृस्यन्ते दशशरफलाः पादयुगलीनखाग्रच्छन्मानः सुर मुकुट-शाणैक-निशिताः ॥ 83 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Patna Kalam Ka Aakhri Sitara Bhi Toot Gaya
5:37
5:37
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
5:37
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘पटना कलम का आख़री सितारा भी टूट गया’ मौलश्री कुलकर्णी की…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 82_ करीन्द्राणां शुण्डान्-कनककदली-काण्डपटलीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
10:26
10:26
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
10:26
Soundaryalahari Shlok 82_करीन्द्राणां शुण्डान्-कनककदली-काण्डपटलीं_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकरीन्द्राणां शुण्डान्-कनककदली-काण्डपटलींउभाभ्यामूरुभ्या-मुभयमपि निर्जित्य भवति ।सुवृत्ताभ्यां पत्युः प्रणतिकठिनाभ्यां गिरिसुतेविधिज्ञे जानुभ्यां विबुध करिकुम्भ द्वयमसि ॥ 82 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Juaadi Banne ka Mantra Sikhate TV Channel
5:27
5:27
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
5:27
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘जुआड़ी बनने का मंत्र सिखाते टीवी चैनल ’ आरती जैन की आवाज…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 81_ गुरुत्वं विस्तारं क्षितिधरपतिः पार्वति_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
10:42
10:42
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
10:42
Soundaryalahari Shlok 81_गुरुत्वं विस्तारं क्षितिधरपतिः पार्वति_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaगुरुत्वं विस्तारं क्षितिधरपतिः पार्वति निजात्नितम्बा-दाच्छिद्य त्वयि हरण रूपेण निदधे ।अतस्ते विस्तीर्णो गुरुरयमशेषां वसुमतींनितम्ब-प्राग्भारः स्थगयति सघुत्वं नयति च ॥ 81 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Mallik Ji
23:22
23:22
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
23:22
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘मल्लिक जी’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई धारा …
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Holi Par Paricharcha
6:40
6:40
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
6:40
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘होली पर परिचर्चा’ मौलश्री कुलकर्णी की आवाज़ में। नई धार…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 80_ कुचौ सद्यः स्विद्य-त्तटघटित-कूर्पासभिदुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
10:26
10:26
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
10:26
Soundaryalahari Shlok 80_कुचौ सद्यः स्विद्य-त्तटघटित-कूर्पासभिदुरौ_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaकुचौ सद्यः स्विद्य-त्तटघटित-कूर्पासभिदुरौकषन्तौ-दौर्मूले कनककलशाभौ कलयता ।तव त्रातुं भङ्गादलमिति वलग्नं तनुभुवात्रिधा नद्ध्म् देवी त्रिवलि लवलीवल्लिभिरिव ॥ 80 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Kuch Apni Kuch Unki
30:14
30:14
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
30:14
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘कुछ अपनी कुछ उनकी’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा र…
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Bihar Ki Char Vibhootiyan
13:58
13:58
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
13:58
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘बिहार की चार विभूतियाँ’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ …
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 79_ निसर्ग-क्षीणस्य स्तनतट-भरेण क्लमजुषो_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:39
11:39
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:39
Soundaryalahari Shlok 79_निसर्ग-क्षीणस्य स्तनतट-भरेण क्लमजुषो_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaनिसर्ग-क्षीणस्य स्तनतट-भरेण क्लमजुषोनमन्मूर्ते र्नारीतिलक शनकै-स्त्रुट्यत इव ।चिरं ते मध्यस्य त्रुटित तटिनी-तीर-तरुणासमावस्था-स्थेम्नो भवतु कुशलं शैलतनये ॥ 79 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Angoor mein Chhati Hain Pani Ki Chaar Boondein
11:13
11:13
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:13
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘अंगूर में छटी हैं पानी की चार बूँदें’ मौलश्री कुलकर्णी …
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | To 'Nayi Dhara' Ka Prakashan Band Kar DIya Jaye
8:37
8:37
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
8:37
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘तो 'नई धारा' का प्रकाशन बंद कर दिया जाए’ कार्तिकेय …
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 78_ स्थिरो गङ्गा वर्तः स्तनमुकुल-रोमावलि-लता_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:20
11:20
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:20
Soundaryalahari Shlok 78_स्थिरो गङ्गा वर्तः स्तनमुकुल-रोमावलि-लता_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaस्थिरो गङ्गा वर्तः स्तनमुकुल-रोमावलि-लताकलावालं कुण्डं कुसुमशर तेजो-हुतभुजः ।रते-र्लीलागारं किमपि तव नाभिर्गिरिसुतेबेलद्वारं सिद्धे-र्गिरिशनयनानां विजयते ॥ 78 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Yeh Gujarat Ki Sarzameen Hai
14:33
14:33
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
14:33
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘यह गुजरात की सरज़मीं है’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा …
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 77_ यदेतत्कालिन्दी-तनुतर-तरङ्गाकृति शिवे_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:49
12:49
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:49
Soundaryalahari Shlok 77_यदेतत्कालिन्दी-तनुतर-तरङ्गाकृति शिवे_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaयदेतत्कालिन्दी-तनुतर-तरङ्गाकृति शिवेकृशे मध्ये किञ्चिज्जननि तव यद्भाति सुधियाम् ।विमर्दा-दन्योन्यं कुचकलशयो-रन्तरगतंतनूभूतं व्योम प्रविशदिव नाभिं कुहरिणीम् ॥ 77 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Anyatha Hashiye Par Chala Jayega Sahitya
8:26
8:26
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
8:26
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘अन्यथा हाशिये पर चला जायेगा साहित्य’ मौलश्री कुलकर्णी क…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 76_ हरक्रोध-ज्वालावलिभि-रवलीढेन वपुषा_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
11:29
11:29
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:29
Soundaryalahari Shlok 76_हरक्रोध-ज्वालावलिभि-रवलीढेन वपुषा_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaहरक्रोध-ज्वालावलिभि-रवलीढेन वपुषागभीरे ते नाभीसरसि कृतसङो मनसिजः ।समुत्तस्थौ तस्मा-दचलतनये धूमलतिकाजनस्तां जानीते तव जननि रोमावलिरिति ॥ 76 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Sabko Sanmati De Bhagwan
11:33
11:33
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
11:33
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘सबको सन्मति दे भगवन’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 75_ तव स्तन्यं मन्ये धरणिधरकन्ये हृदयतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
15:24
15:24
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
15:24
Soundaryalahari Shlok 75_तव स्तन्यं मन्ये धरणिधरकन्ये हृदयतः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaतव स्तन्यं मन्ये धरणिधरकन्ये हृदयतःपयः पारावारः परिवहति सारस्वतमिव ।दयावत्या दत्तं द्रविडशिशु-रास्वाद्य तव यत्कवीनां प्रौढाना मजनि कमनीयः कवयिता ॥ 75 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Pradhanmantriji, Sahityik Virasat Ka Sanrakshan Kijiye
9:17
9:17
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
9:17
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘उजाला उनकी यादों का...!’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़…
…
continue reading
1
Soundaryalahari Shlok 74_ वहत्यम्ब स्त्म्बेरम-दनुज-कुम्भप्रकृतिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndia
12:16
12:16
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
12:16
Soundaryalahari Shlok 74_वहत्यम्ब स्त्म्बेरम-दनुज-कुम्भप्रकृतिभिः_Adi Shankaracharya Tantragranth_KavitaSingsIndiaवहत्यम्ब स्त्म्बेरम-दनुज-कुम्भप्रकृतिभिःसमारब्धां मुक्तामणिभिरमलां हारलतिकाम् ।कुचाभोगो बिम्बाधर-रुचिभि-रन्तः शबलितांप्रताप-व्यामिश्रां पुरदमयितुः कीर्तिमिव ते ॥ 74 ॥
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Nahi rahe Parsai
2:22
2:22
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
2:22
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘उजाला उनकी यादों का...!’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़…
…
continue reading
1
Udaya Raj Sinha Podcast | Kargil Ke Shaheedon Ko Salaam
8:47
8:47
बाद में चलाएं
बाद में चलाएं
सूचियाँ
पसंद
पसंद
8:47
स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘कारगिल के शहीदों को सलाम’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ मे…
…
continue reading