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show episodes
 
This Hindi Podcast brings to you in-depth conversations on politics, public policy, technology, philosophy and pretty much everything that is interesting. Presented by tech entrepreneur Saurabh Chandra, public policy researcher Pranay Kotasthane, and writer-cartoonist Khyati Pathak, the show features conversations with experts in a casual yet thoughtful manner. जब महफ़िल ख़त्म होते-होते दरवाज़े के बाहर, एक पुलिया के ऊपर, हम दुनिया भर की जटिल समस्याओं को हल करने में लग जाते हैं, तो हो जाती है ...
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show series
 
25 नवंबर 1949 के दिन डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान सभा में अपना आखिरी भाषण दिया था। ये भाषण ‘Grammar of Anarchy’ या ‘अराजकता का व्याकरण’ के नाम से जाना जाता है। संविधान का निर्माण हो चूका था, लेकिन राष्ट्र निर्माण का काम अभी बाकी था। क्या इस भगीरथ कार्य के लिए भारत का संविधान सही ढांचा प्रदान कर पायेगा? ड्राफ्टिंग कमिटी के चेयरमैन होने के नाते ब…
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We live in a complex world. However, as humans, we are accustomed to finding answers by simplifying this complexity. But what do we do when simple models fail to answer the questions of complex systems? What are the methods to understand complex systems? What happens when we start looking at the world with the lens of complexity? We had a lot of fu…
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This week on Puliyabaazi, we delve into the unique challenges faced by young men and boys—from the pressures of traditional masculinity and cultural expectations to mental health and the impact of issues like addiction and migration. Our guest Natasha Joshi, Associate Director at Rohini Nilekani Philanthropies, talks about the various initiatives t…
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नमस्ते। इस हफ़्ते पुलियाबाज़ी पर प्रणय ने एक मज़ेदार अवलोकन किया। प्रणय को लगता है कि आज की दुनिया ऐसी लगती है मानो कोई प्रियदर्शन फिल्म का क्लाइमेक्स चल रहा हो। कहीं भी, कभी भी, कुछ भी हो सकता है। ऐसे उलट पुलट के दौर में पुलियाबाज़ी पर इसका विश्लेषण तो बनता है। क्या होती है विश्व व्यवस्था? बदलती व्यवस्था के साथ क्या देशों के भाग्य भी बदलेंगे? और बदलें…
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क्या हमारे देश की महिलाओं की आज़ादी पर एक लक्षमण रेखा खींची हुई है? क्या भारत में public sphere में औरतों की नागरिकता पर कुछ सीमाएं है और क्या खेल के ज़रिये इन बंदिशों से कुछ महिलाओं को मुक्ति मिल पाती है? आज की पुलियाबाज़ी पर बातचीत महिला एथलीट्स पर। चर्चा के लिए हमारे साथ जुड़ रही हैं लेखिका और पत्रकार सोहिनी चट्टोपाध्याय जिन्होंने अपनी किताब The Day…
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नमस्ते दोस्तों। इस हफ़्ते पुलियाबाज़ी पर चर्चा Critical Minerals याने कि महत्वपूर्ण खनिजों के बारे में। प्रेसिडेंट ट्रम्प और यूक्रेन के प्रेसिडेंट ज़ेलेन्स्की की मीटिंग के बाद ये मुद्दा चर्चा में है। कई लोग इन खनिजों की तुलना तेल से कर रहे हैं, पर क्या ये तुलना सही है? ये सवाल महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इसी धारणा के ऊपर अगले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्र…
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With increasing political uncertainties, the risk of nuclear war has also risen. To highlight this heightened danger and urge greater caution, the Bulletin of the Atomic Scientists has moved the Doomsday Clock forward by one second, bringing us just 89 seconds away from catastrophe! But what does this really mean? We spoke with Dr. Manpreet Sethi, …
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आज कल जिस तेज़ी से AI मॉडल्स आ रहे हैं, ये सवाल तो उठना जायज़ है कि क्या इंसानों की नौकरियाँ खतरे में हैं? इस सवाल का जवाब तो कोई नहीं जानता लेकिन इस पर पुलियाबाज़ी तो बनती है। आप भी सुनिए और हमें बताइये कि आप के विचार क्या हैं? क्या AI में आपको आपदा नज़र आती है या अवसर? We discuss: * How is Generative AI different from traditional computing? * How AI …
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भारत में ज़मीन के दाम इतने ज़्यादा क्यों हैं? ये सवाल तो हम सभी के मन में उठता है और अक्सर हमें ये जवाब भी सुनने को मिलता है कि हमारी भारी जनसँख्या की वजह से भारत में ज़मीन की कमी है और इस लिए दाम भी ज़्यादा है। लेकिन आज के हमारे मेहमान इस मुद्दे को एक अलग दृष्टिकोण से देखते हैं। आज हमारे साथ पुलियाबाज़ी पर जुड़ रहे हैं प्रोफ़ेसर गुरबचन सिंह जिन्होंने भार…
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नमस्कार दोस्तों! आज की पुलियाबाज़ी पर सौरभ हमें लेकर जायेंगे डीप टेक की दुनिया में। साथ ही, हम डीप टेक्नोलॉजी के कुछ अहम पहलुओं पर भी चर्चा करेंगे, जैसे इसका इकोसिस्टम कैसा है, भारत के लिए इस क्षेत्र में संभावनाएं क्या हैं और 'मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड' के सिद्धांत को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है। सौरभ की ये मास्टरक्लास सुनियेगा ज़रूर। We discuss: * W…
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In this video, Pranay explains the secret of Maruti’s success story. How Maruti, a government-owned company, created history in India’s automobile sector. Was it because the government adopted a protectionist approach and kept foreign players out of the market? Or it did exactly opposite of this? Listen to this short explainer video based on insigh…
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आज की पुलियाबाज़ी चोल साम्राज्य के बारे में। यह एकमात्र भारतीय साम्राज्य था जिसने उपमहाद्वीप के बाहर जाकर दक्षिणपूर्व एशिया तक जीत हाँसिल की थी। कोई पूछ सकता है कि 1000 साल पहले के साम्राज्य की कहानी से आज का क्या लेना देना। वैसे इस सवाल का जवाब तो हमारे मेहमान अनिरुद्ध कनिसेट्टी ही चर्चा के दौरान बहुत अच्छे से देते हैं। लम्बे जवाब के लिए तो चर्चा स…
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With the return of President Trump, the US is renegotiating the terms of trade and engagement not only with its adversaries, but also its allies. This is surely an interesting time for the world of international relations and diplomacy. What are the characteristics of this new world order that is shaping up? What opportunities and threats does it p…
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हमारी एलकोहॉल नियंत्रण पॉलिसी इतनी अजीबोग़रीब क्यों है? एलकोहॉल सेहत के लिए हानिकारक होने से ये बात तो जायज़ है कि सरकार इस पर कुछ नियंत्रण रखें और वो हमारी सरकारें रखती भी हैं। पर दूसरी तरफ सरकार को एलकोहॉल की बिक्री से मिल रहा टैक्स भी चाहिए। इसी दुविधा में सरकार भी कंफ्यूज हो जाती है कि आखिर वो करना क्या चाहती है। आज हम इस मुद्दे को एक केस स्टडी क…
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पुलियाबाज़ी पर हर साल गणतंत्र दिवस पर हम संविधान या उससे जुड़े विषयों पर चर्चा करने की कोशिश करते हैं। इस साल हमने सोचा कि क्यों न हमारे संविधान के प्रमुख रचयिता डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर के विचारों को और गहराई से समझा जाये। इस विषय पर पुलियाबाज़ी के लिए हमारे मेहमान है अशोक गोपाल जी जिन्होंने २० वर्षों की रिसर्च के बाद डॉ.अंबेडकर की जीवनी लिखी है। चर्चा …
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भारत में 15 सितंबर को सर एम. विश्वेश्वरैया के जन्मदिन पर इंजीनियर्स डे मनाया जाता है। विश्वेश्वरैया को अधिकतर भारतीय एक बड़े इंजीनियर के रूप में पहचानते हैं, लेकिन हम में से बहुत कम लोगों को उनके काम में बारे में पता होगा। विश्वेश्वरैया का आयुष्य और एक टेक्नोक्रैट के रूप में उनका करियर दोनों ही बड़े लम्बे रहे। इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना से लेकर…
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नमस्ते। आपको नए वर्ष की बधाई। नए साल में खुशखबरी ये है कि पुलियाबाज़ीने Mercatus Center की Emergent Ventures ग्रांट जीती है। इससे पुलियाबाज़ी को और बेहतर करने की हमारी कोशिश जारी रह पायेगी। उम्मीद है कि आप नए साल में पुलियाबाज़ी परिवार का हिस्सा बने रहेंगे। तो चलिए, इसी के साथ साल की पहली पुलियाबाज़ी अमरीका की बदलती नीतियों पर। चीन के बढ़ते प्रभाव से अम…
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