I Love सार्वजनिक
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प्रोबेशन से प्रमोशन तक पॉडकास्ट पर अभिनव त्रिवेदी बात करते हैं आपके व्यक्तित्व और आजीविका से जुडी वास्तविक कठिनाइयों की और वास्तविक चैलेंजेज की I इस पॉडकास्ट में ज्ञान और बड़ी बड़ी बातों की अपेक्षा न रखें I तमाम कंसल्टेंट्स, वास्तविक लोगों और कॉर्पोरेट ट्रेनर्स की बातों का निचोड़ यथार्थ भाव से इस पॉडकास्ट में परोसा गया हैं I हर सोमवार को अपने व्यक्तित्व से जुड़े एक नयें आयाम के बारें में जाने और उस पर काम करें और जानें पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें, नेटव्रकिंग स्किल्स कैसे सीखें, असफलता का सामन ...
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Hello Poetry lovers, Here I will Publish classic Hindi poems to enrich your soul. They will take your emotions from love, sadness to the next level. Expect poetry every 3 days. नमस्कार दोस्तों , आपका पोएट्री विथ सिड में स्वागत है. यहाँ पे कविताये सुनेंगे उन कवियों की जिन्हे हम भूलते जा रहे है. Cover art photo provided by Tom Barrett on Unsplash: https://unsplash.com/@wistomsin
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I have been living a life that's restricted to the walls of my heart. This podcast of mine is for those who have ever been hurt in love, whether mutual or one sided, and felt a pinch of salt in their heart due to the pain that it caused. I am here for you. दर्द देना वो जानते हैं, बाँटना हम। आईये एक नए ज़रिये से हम एक दूसरे से बात करते हैं। मैं आपको सुनाता हूँ कुछ दिल क जज़्बात ताकि आप बदल सकें अपने दिल के हालात।
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Guru`s Music

Gurbachan Singh Inder Singh

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GURU'S MUSIC WHERE SONG COVERS YOU. GURU'S MUSIC IS A SONG COVER CHANNEL WHERE YOU CAN LISTEN TO VARIOUS COVERS OF BOLLYWOOD AND INDIAN SONGS THROUGH THE VOICE OF GURBACHAN SINGH WHO IS PASSIONATE ABOUT BOLLYWOOD NUMBERS. MUSIC IS AN INTEGRAL PART OF INDIAN MOVIES ,WITHOUT MUSIC AND SONGS INDIAN MOVIES ARE INCOMPLETE AND AS SUCH CREATED MEMORABLE SONGS AND MUSICS OVER YEARS WHICH ARE STILL AFRESH IN VIEWERS AND LISTENERS MIND. MUSIC LOVERS AND PUBLIC IN GENERAL LISTEN,SING AND ENJOY THEM IN ...
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हैं किताब नहीं .. यें मेरी ज़िन्दगी क़ा .. पूरा हिसाब हैं... जीत हैं .. हार हैं .. वफ़ा बेवफ़ाई , मोह्हाबत और होशला तों बेहिसाब हैं.. अनुराग I am SURE everyone will find himself or herself in one or the other poem. We all live the same emotions at a different phase of LIFE. Few express MOSTLY suppress. LIVE MORE, LOVE MORE ..stay JOYFUL and express your emotions ..GOOD BAD UGLY.( so-called )
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Here I recite Hindi poems written by me and some of my favorite, all-time classics. इस पॉडकास्ट के माध्यम से मैं स्वरचित रचनाएँ और अपने प्रिय कवियों की कालजयी कवितायेँ प्रस्तुत कर रहा हूँ Three times "Author Of The Month" on StoryMirror in 2021. Open to collaborating with music composers and singers. Write to me on HindiPoemsByVivek@gmail.com #Hindi #Poetry #Shayri #Kavita #HindiPoetry #Ghazal
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"Kuch Baatein with Aditya Alfaaz" is a one-of-a-kind podcast that brings together a world of topics under one roof. From thought-provoking discussions on current events to inspiring stories of people making a difference in the world, Aditya Alfaaz explores a diverse range of subjects in each episode, leaving no stone unturned. With a unique storytelling style and a passion for sharing knowledge. Youtube: https://www.youtube.com/@AdityaAlfaaz Instagram: https://www.instagram.com/aditya.alfaaz ...
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समापन है शिशिर का अब, मधुर मधुमास आया है। सभी आनंद में डूबे, अपरिमित हर्ष छाया है॥ सुनहरे सूत को लेकर, बुना किरणों ने जो कम्बल। ठिठुरते चाँद तारों को, दिवाकर ने उढ़ाया है॥ ... ... समर्पित काव्य चरणों में, बनाई छंद की माला। नमन है वागदेवी को, सुमन ‘अवि’ ने चढ़ाया है॥ गीतकार - विवेक अग्रवाल "अवि" स्वर - श्रेय तिवारी --------------- Full Ghazal is avai…
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बड़ा टूट कर दिल लगाया है हमने जुदाई को हमदम बनाया है हमने तेरा अक्स आँखों में हमने छिपाया तभी तो न आँसू भी हमने बहाए तेरा नूर दिल में अभी तक है रोशन 'अक़ीदत से तुझको इबादत बनाकर लबों पर ग़ज़ल सा सजाया है हमने.. बड़ा टूट कर दिल लगाया है हमने सबब आशिक़ी का भला क्या बतायें ये दिल की लगी है तो बस दिल ही जाने न सोचा न समझा मोहब्बत से पहले सुकूं चैन अपना…
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मेरी यह कविता "प्रतिशोध" पुलवामा के वीर बलिदानियों और भारतीय वायु सेना के पराक्रमी योद्धाओं को समर्पित हैचलो फिर याद करते हैं कहानी उन जवानों की।बने आँसू के दरिया जो, लहू के उन निशानों की॥......नमन चालीस वीरों को, यही संकल्प अपना है।बचे कोई न आतंकी, यही हम सब का सपना है॥The full Poem is available for your listening.You can write to me on HindiPoems…
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बड़ी ख़ूबसूरत शिकायत है तुझको कि ख़्वाबों में अक्सर बुलाया है हम ने बड़ी आरज़ू थी हमें वस्ल की परजुदाई को हमदम बनाया है हमने तेरा अक्स आँखों में हमने छिपाया तभी तो न आँसू भी हमने बहाएतेरा नूर दिल में अभी तक है रोशन 'अक़ीदत से तुझको इबादत बनाकरलबों पर ग़ज़ल सा सजाया है हमनेभुलाना तो चाहा भुला हम न पाएतेरी याद हर पल सताती है हमको नहीं आज कल की है तुझस…
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किताबें छोड़ फोनों को, नया रहबर बनाया है।तिलिस्मी जाल में फँस कर सभी कुछ तो भुलाया है। उसी के साथ गुजरे दिन, उसी के साथ सोना है। समंदर वर्चुअल चाहे, असल जीवन डुबोना है।ट्विटर टिकटौक गूगल हों, या फिर हो फेसबुक टिंडर।हैं उपयोगी सभी लेकिन, अगर लत हो बुरा चक्कर।भुला नज़दीक के रिश्ते, कहीं ढूँढे हैं सपनों को।इमोजी भेज गैरों को, करें इग्नोर अपनों को।ये मेट…
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तुम को देखा तो ये ख़याल आया। प्यार पाकर तेरा है रब पाया। झील जैसी तेरी ये आँखें हैं। रात-रानी सी महकी साँसें हैं। झाँकती हो हटा के जब चिलमन, जाम जैसे ज़रा सा छलकाया। तुम को देखा …… देखने दे मुझे नज़र भर के। जी रहा हूँ अभी मैं मर मर के। इस कड़ी धूप में मुझे दे दे, बादलों जैसी ज़ुल्फ़ की छाया। तुम को देखा …… ज़िंदगी भर थी आरज़ू तेरी। तू ही चाहत तू ज़िंदगी…
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एक किताब सा मैं जिसमें तू कविता सी समाई है, कुछ ऐसे ज्यूँ जिस्म में रुह रहा करती है। मेरी जीस्त के पन्ने पन्ने में तेरी ही रानाई है, कुछ ऐसे ज्यूँ रगों में ख़ून की धारा बहा करती है। एक मर्तबा पहले भी तूने थी ये किताब सजाई, लिखकर अपनी उल्फत की खूबसूरत नज़्म। नीश-ए-फ़िराक़ से घायल हुआ मेरा जिस्मोजां, तेरे तग़ाफ़ुल से जब उजड़ी थी ज़िंदगी की बज़्म। सूखी नहीं …
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बड़ा पावन है दिन आया हरे कृष्णा हरे कृष्णा। ख़ुशी भी साथ में लाया हरे कृष्णा हरे कृष्णा। मदन मोहन मुरारी की छवी लगती मुझे प्यारी, तभी तो झूम कर गाया हरे कृष्णा हरे कृष्णा। नहीं असली जगत में कुछ वही बस एक सच्चा है, सभी कुछ कृष्ण की माया हरे कृष्णा हरे कृष्णा। नहीं कुछ कामना बाकी तेरे चरणों में आ बैठा, सभी कुछ है यहीं पाया हरे कृष्णा हरे कृष्णा। सुनो व…
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ये आज़ादी मिले हमको हुए हैं साल पचहत्तर। बड़ा अच्छा ये अवसर है जरा सोचें सभी मिलकर। सही है क्या गलत है क्या मुनासिब क्या है वाजिब क्या। आज़ादी का सही मतलब चलो समझें ज़रा बेहतर। Full Poem is available for listening You may write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/mess…
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न सुकून है न ही चैन है; न ही नींद है न आराम है। मेरी सुब्ह भी है थकी हुई; मेरी कसमसाती सी शाम है। न ही मंज़िलें हैं निगाह में; न मक़ाम पड़ते हैं राह में, ये कदम तो मेरे ही बढ़ रहे; कहीं और मेरी लगाम है। कि बड़ी बुरी है वो नौकरी; जो ख़ुदी को ख़ुद से ही छीन ले, यहाँ पिस रहा है वो आदमी; जो बना किसी का ग़ुलाम है। --- --- शाइर - विवेक अग्रवाल 'अवि' आवाज़ - …
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कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया साहिर उस दौर के शायर थे जब शायरी ग़म-ए-जानाँ तक न सिमट ग़म-ए-दौराँ की बात करने लगी थी। इस ग़ज़ल का मतला भी ऐसा ही है जो न सिर्फ खुद के गम पर हालात के गम का ज़किर भी करता है। आज इसी ग़ज़ल में कुछ और अशआर जोड़ने की हिमाकत की है। मुलाइज़ा फरमाइयेगा। --- Send in a voice message: https://podc…
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तू आग थी मैं आब था न तू ग़लत न मैं ग़लत। तू ज़िन्दगी मैं ख़्वाब था न तू ग़लत न मैं ग़लत। उधर भी आग थी लगी इधर भी जोश था चढ़ा, नया नया शबाब था न तू ग़लत न मैं ग़लत। जो सुर्ख़ प्यार का निशाँ तिरी निगाह में रोज था, मिरे लिये गुलाब था न तू ग़लत न मैं ग़लत। ख़मोश लब तिरे रहे हमेशा उस सवाल पर, वही तिरा जवाब था न तू ग़लत न मैं ग़लत। ख़ुशी व ग़म का बाँटना मिरे…
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ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का। सवाल ना जवाब ना, न वक़्त इंतिज़ार का। क्यों छोड़ कर चले गए, ये आज तक नहीं पता। मिली मुझे बड़ी सजा, मेरी भला थी क्या ख़ता। कि आज भी जिगर में है, वो अक्स मेरे यार का। ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का। मिले थे आखिरी दफा, न कुछ सुना न कुछ कहा। नजर से बस नजर मिला, न अश्क़ भी कहीं बहा। न देख तू यहाँ वहाँ,…
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सब कहते हैं हम अब स्वतंत्र हैं पर सच कहूँ तो लगता नहीं निज भाषा का तिरस्कार देखता हूँ स्वदेशी पोशाकों को होटल, क्लब से निष्काषित होते देखता हूँ सर्वोच्च न्यायालय में अंग्रेजी में मी लार्ड को टाई न पहनने के ऊपर फटकार लगाते देखता हूँ Full Poem is available for listening You may write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com --- Send in a voice message: h…
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आओ बच्चों आज तुमको, एक पाठ नया पढ़ाता हूँ। प्रकृति हमको क्या सिखलाती, ये तुमको बतलाता हूँ। Full Poem is available for listening You may write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
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कलम की कोख से जन्मी, मेरे मन की तू दुहिता है। बड़ी निर्मल बड़ी निश्छल, बड़ी चंचल सी सरिता है॥ मेरे मन की व्यथा समझे, अकेलेपन की साथी है। मेरा अस्तित्व है तुझसे, नहीं केवल तू कविता है॥ Full Poem is available for listening You may write to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.com --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwa…
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नहीं घबरा के तुम हटना ये मंज़िल मिल ही जाएगी। डटे रहना निरंतर तुम सफलता हाथ आएगी। परीक्षाएं बहुत होती हैं दृढ़ निश्चय परखने को, लगन सच्ची लगी तुमको तो मेहनत रंग लाएगी। ... ... अगर हँसता ज़माना है तो चिंता तुम नहीं करना, अभी हँसती है जो दुनिया वही सर पर बिठाएगी। विवेक अग्रवाल 'अवि' Full Ghazal is available for listening You may write to me at HindiPoem…
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कड़ी मेहनत बड़ी मुद्दत लगे पैसा कमाने में। नहीं लगता ज़रा सा वक़्त पैसे को गँवाने में। बड़ा आसान है कहना कि पैसा ही नहीं सब कुछ, बिना पैसे नहीं मिलता यहाँ कुछ भी ज़माने में। --- --- बड़ी ताकत है पैसे में सभी पर ये पड़े भारी, अदालत में चले पैसा यही चलता है थाने में। अमीरी के सभी साथी गरीबी बस अकेली है, भरी जेबें ज़रूरी है सभी रिश्ते निभाने में। Full Ghazal i…
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welcome. All of you in my podcast show "Kuch Baatein with Aditya Alfaaz" here I am going to talk to you all about those things which we are often afraid to say to someone or think of improving them. Here I am going to share with you some stories, and feelings and experiences related to life. Follow Me On: INSTAGRAM : @aditya.alfaaz https://www.inst…
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आज सुनाता कथा पुरानी, जब सोने की चिड़िया भारत था। सुख समृद्धि से सज्जित, स्वर्ण-भूमि में सबका स्वागत था। अमरावती से सुन्दर नगरी, जहाँ महाकाल का धाम था। समस्त विश्व का केंद्र थी, उज्जयिनी जिसका नाम था। इंद्र से भी वैभवशाली, चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य सम्राट थे। चहुँ ओर फैला था कीर्ति सौरभ, गौरव से उन्नत ललाट थे। स्वर्ण रजत मोती माणिक, धन धान्य से भरे थ…
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ग़ज़ल - घर में सजते चाँद सितारे, बस क़िस्से और कहानी में घर में सजते चाँद सितारे, बस क़िस्से और कहानी में। सोने चाँदी के गुब्बारे, बस क़िस्से और कहानी में। रोज़ बिखरते ख़्वाब यहाँ पर, टूटे दिल भी हमने देखे, सच होते हैं सपने सारे, बस क़िस्से और कहानी में। नफ़रत झूठ फ़रेब दिखा है, इस ज़ालिम दुनिया में अपनी, सभी लोग सच्चे और प्यारे, बस क़िस्से और कहानी में।…
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DM me on my instagram if you want to come as a guest on my show @aditya.alfaaz further details will be send to you on your instagram. You can Support This Podcasts Here. PayTm: aditya.alfaaz@paytm UPI: aditya.alfaaz@kotak Instagram: https://www.instagram.com/aditya.alfaaz/ Facebook: https://www.facebook.com/aditya.aalfaaz/ Songs and other details o…
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एक ग़ज़ल लिखी है चन्दा पर, छत पर आके पढ़ लेना। है तेरी याद में गाया नगमा, जब हवा बहे तो सुन लेना। Full Poem is available in video & audio format. You can write to me at HindiPoemsByVivek@gmail.com --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
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बड़ी पुत्री है संस्कृत की सरल भाषा तथा बोली। निरंतर सीखती रहती सभी से बन के हमजोली॥ अनेकों रूप लेकर भी बड़ी मीठी है अलबेली। भले अवधी या ब्रजभाषा खड़ी बोली या बुन्देली॥ ये जयशंकर महादेवी निराला जी की कविता है। मधुर मोहक सरस सुन्दर चपल चंचल सी सरिता है॥ .. .. हमें सर्वोच्च दुनिया में अगर भारत बनाना है। तो सोतों को जगाना है व हिंदी को बढ़ाना है॥ चलो हिंद…
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This is the video version of my latest Ghazal, specially made for Spotify audiences. --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message
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परिवार का चूल्हापरिवार का चूल्हा,मात्र प्रेम की अग्नि से नहीं चलता,ईंधन भी माँगता है।कर्तव्य की लकड़ियाँ आवश्यक हैं,चूल्हे के जलते रहने के लिए।कभी कभी त्याग का घी-तेल,भी डालना होता है,और व्यवहारिकता की फुँकनी से,समझौते की हवा भी फूँकनी होती है।असुविधाओं का धुँआ सहन करते हुए।Full poem is available for listeningWrite to me at HindiPoemsByVivek@Gmail.c…
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इस कविता में आत्मा के अजर अमर स्वरुप का वर्णन कर उसका अंतिम लक्ष्य ब्रह्म प्राप्ति बता कर उसके तीन अलग अलग मार्गों की परिचर्चा की गयी है। यही जीवन का सबसे बड़ा रहस्य है और यही सबसे बड़ा ज्ञान है। इसीलिए इसे ब्रह्मज्ञान भी कहा गया है आओ चलो एक गहरा राज तुम सबको बतलाता हूँ। जीवन का ये सत्य शाश्वत आज तुम्हें समझाता हूँ। पञ्च तत्व से बनी ये काया तन अपना …
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मुझे मोक्ष मत देना मोहन, मत करना मुक्ति मार्ग प्रशस्त। संध्या की जब बेला आये, और हो जीवन का सूर्य अस्त॥ नहीं कामना वैकुण्ठ की मुझको, न चाहूँ इंद्र का सिंहासन। सम्पूर्ण सृष्टि में नहीं बना कुछ, मेरी भारत भूमि सा पावन॥ श्वेत किरीट शोभित मस्तक पर, करे पयोधि पद-प्रक्षालन। सप्तसिंधु से सिंचित ये भूमि, सर्वोच्च सदा से रही सनातन॥ इस पुण्य भूमि में क्रीड़ा …
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आज की इस विशेष प्रस्तुति में मेरी कविताओं को आवाज़ दी है मेरे दो अज़ीज़ साथियों नरेश कुमार नरूला जी और वाचस्पति पांडेय जी ने। कवितायेँ हैं १ - मृगतृष्णा २ - मैं प्रलय हूँ -------------------- You can write to me on HindiPoemsByVivek@gmail.com --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/vivek-agarwal70/message…
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वो जो ज़िन्दगी थी मेरी कभी; वो जो पहला पहला ख़ुमार था। मुझे ज़िन्दगी में नहीं मिला; मेरी ज़िन्दगी का जो प्यार था। ये जो अश्क़ अपने ही पी रहा; ये जो क़िस्त क़िस्त में जी रहा, मैं चुका रहा हूँ वो आज भी; जो तेरा पुराना उधार था। मेरी ज़िन्दगी का उसूल है; जो तुझे ख़ुशी दे क़ुबूल है, क्यूँ शिकायतें मेरे दिल में हों; न कभी भी कोई क़रार था। जो नसीब में है लिखा नहीं;…
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ट्रिक और ट्रीट? मैं मूक स्तब्ध दरवाजे पर खड़ा था, सामने बच्चों का एक झुण्ड अड़ा था। कोई भूत कोई चुड़ैल कोई सुपर हीरो बना हुआ, पूरे आत्मविश्वास के साथ द्वार पर तना हुआ। एक एक कर मैंने सबके चेहरों को निहारा, कोई पापा की परी कोई माँ का राजदुलारा। कोई ड्रैकुला बना लाल दाँत दिखा रहा था, तो कोई हैरीपॉटर बन स्पेल्स सिखा रहा था। ऊँचा नुकीला हैट पहने एक कन्या …
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देवालय में बैठा बैठा मैं मन में करता ध्यान। शुभ दिन आया मैं करूँ दीप कौन सा दान। मिटटी के दीपक क्षणभंगुर और छोटी सी ज्योति। बड़ी क्षीण सी रौशनी बस पल दो पल की होती। मन में इच्छा बड़ी प्रबल दुर्लभ हो मेरा दान। सारे व्यक्ति देख करें बस मेरा ही गुण गान। इस नगर में हर व्यक्ति के मुख पर हो मेरा नाम। इसी सोच में डूबा बैठा आखिर क्या करूँ मैं काम। सोचा चाँदी…
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नियामतें जो मिली शुक्र सुब्ह शाम करें। कि ख़्वाहिशों को कभी भी न बे-लगाम करें। वो मुस्कुरा के हैं पूछे कि हाल कैसा है, सजा के झूठ लबों पर दुआ सलाम करें। सजा रखे थे जो अरमां लुटा दिए तुम पर, बचे हुए हैं ये सपने कहो तमाम करें। ख़ता नहीं थी हमारी पता नहीं तुझको, तुझे यकीं जो दिलाये वो कैसा काम करें। बिकी हुई है अदालत जो ठीक दो कीमत, चलो कहीं से गवाहों…
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भारत माता के हम बच्चे, सबसे प्यारा अपना भारत। दूर दूर तक देखा जग में, सबसे न्यारा अपना भारत॥ भिन्न भिन्न भोजन हैं अपने, भिन्न भिन्न है अपनी बोली। भिन्न भिन्न उत्सव हैं अपने, ओणम बीहू पोंगल होली॥ भिन्न भिन्न इन त्योहारों ने, खूब सँवारा अपना भारत। दूर दूर तक देखा जग में, सबसे न्यारा अपना भारत॥ भारत माता के हम बच्चे, सबसे प्यारा अपना भारत। दूर दूर तक …
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प्रथम सर्ग रास लीला की कथा को, मैं सुनाता आज। ध्यान से सुन लो मनोहर, गूढ़ है ये राज॥ पुण्य वृन्दावन हमारा, प्रेम पावन धाम। रात को निधि-वन पधारें, रोज श्यामा श्याम॥ दिव्य दर्शन दें प्रभु हर, पूर्णिमा की रात। मान लो मेरा कहा ये, सत्य है यह बात॥ पेड़-पौधे पुष्प-पत्ते, झूमते मनमीत। मोर कोयल मिल सुनाते, प्रेम रस के गीत॥ जीव-जंतु भी करे हैँ, हर्ष से गुण-गा…
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घरों के साथ जीवन भी सजाते हैं दिवाली पर। नयी उम्मीद के दीपक जलाते हैं दिवाली पर। चमकते हैं ये घर आँगन ज़रा झाड़ू लगा अंदर, ये जाले बदगुमानी के हटाते हैं दिवाली पर। जुबां मीठी बने सबकी न कड़वे बोल हम बोलें, बना ऐसी मिठाई इक खिलाते हैं दिवाली पर। प्रकाशित मन करे ऐसा जलाओ दीप हर घर में, दिलों से आज अँधियारा मिटाते हैं दिवाली पर। लबों पर मुस्कुराहट ला भुल…
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ग़ज़ल - इश्क़ भी तुम ने किया बस यूँ ही आते जाते इश्क़ भी तुम ने किया बस यूँ ही आते जाते। दर्द कितना है दिया हम को यूँ जाते जाते। दोस्ती ख़ूब निभाई थी बड़े दिन हमसे, फ़र्ज़ दुश्मन का भी बनता है निभाते जाते। मेरे बस में तो नहीं है कि जला दूँ इनको, ख़त जो तुमने थे लिखे उन को जलाते जाते। मुस्कुराहट है लबों पर जो सजाई झूठी, रोक कर हैं जो रखे अश्क़ बहाते जाते। क…
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ग़ज़ल - मेरी मुहब्बत नयी नहीं है बड़ी पुरानी है ये कहानी, मेरी मुहब्बत नयी नहीं है। जो फाँस बन के गड़ी हुयी है, जिगर में हसरत नयी नहीं है। कभी लिखे थे दिलों पे अपने, जो नाम इक दूसरे के हमने, नहीं धुलेंगे वो आंसुओं से, छपी इबारत नयी नहीं है। न तू ये जाने जगह जो मैंने, तेरे लिये थी कभी बनायी, सजा के दिल में तुझे है पूजा, मेरी इबादत नयी नहीं है। दवा नहीं…
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कभी कभी जीवन से निराश हो चुके व्यक्ति आत्महत्या तक के बारे में सोचने लगते हैं जबकि यह किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। अभी कुछ दिनों पहले विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर मैंने एक ग़ज़ल के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों को नकारात्मक सोच से निकल सकारात्मकता की ओर जाने का सन्देश देने का प्रयास किया गया है। साथ ही यह भी चेष्टा रही है कि शुद्ध हिंदी क…
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अजेय सैनिकों चलो, लिये तिरंग हाथ में। समक्ष शत्रु क्या टिके, समस्त हिन्द साथ में॥ ललाट गर्व से उठा, स्वदेश भक्ति साथ है। अशीष मात का मिला, असीम शक्ति हाथ है॥ चले चलो बढ़े चलो, कि देश है पुकारता। सवाल आज आन का, कि आस से निहारता॥ सदैव शौर्य जीतता, कि शक्ति ही महान है। कि वीर की वसुंधरा, यही सदा विधान है॥ चढ़ा लहू कटार से, यहाँ उतार आरती। भले तू खंड-खंड…
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श्रीकृष्ण माहात्म्य हरिगीतिका छंद (२८ मात्रिक १६,१२ पर यति) प्रथम सर्ग - श्रीकृष्ण बाल कथा श्रीकृष्ण की सुन लो कथा तुम, आज पूरे ध्यान से। भवसागरों से मुक्ति देती, यह कथा सम्मान से॥ झंझावतों की रात थी जब, आगमन जग में हुआ। प्रारब्ध में जो था लिखा तय, कंस का जाना हुआ॥ गोकुल मुझे तुम ले चलो अब, हो प्रकट बोले हरी। माया वहाँ मेरी है जन्मी, तेज से है वो भ…
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