Society सार्वजनिक
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सर्वश्रेष्ठ Society पॉडकास्ट हम पा सकते हैं
सर्वश्रेष्ठ Society पॉडकास्ट हम पा सकते हैं
Over the years, podcasts have become an increasingly popular medium because they are well-packed, can be followed from any place, at any time and without Internet connection. Listening to podcasts enables people gain a clearer insight about the social affairs and social issues in every corner of the world. In this catalog, there are podcasts where well-read hosts and guests discuss about people of different religions and their way of life and culture, of different communities, countries, continents, different philosophies as well as different points of view on society. Also, literature fans can learn more about the latest news from their favourite genres, emerging authors, current best selling books and literary theories. Furthermore, people can find interviews and true and inspiring life stories told by people from all walks of life. Some podcasts house activists who fight for the rights of the oppressed, ranging from animals to people, aiming at creating a better society.
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show episodes
 
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Nayidhara Ekal

Nayi Dhara Radio

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मासिक+
 
साहित्य और रंगकर्म का संगम - नई धारा एकल। इस शृंखला में अभिनय जगत के प्रसिद्ध कलाकार, अपने प्रिय हिन्दी नाटकों और उनमें निभाए गए अपने किरदारों को याद करते हुए प्रस्तुत करते हैं उनके संवाद और उन किरदारों से जुड़े कुछ किस्से। हमारे विशिष्ट अतिथि हैं - लवलीन मिश्रा, सीमा भार्गव पाहवा, सौरभ शुक्ला, राजेंद्र गुप्ता, वीरेंद्र सक्सेना, गोविंद नामदेव, मनोज पाहवा, विपिन शर्मा, हिमानी शिवपुरी और ज़ाकिर हुसैन।
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कवितायेँ जहाँ जी चाहे वहाँ रहती हैं- कभी नीले आसमान में, कभी बंद खिड़कियों वाली संकरी गली में, कभी पंछियों के रंगीन परों पर उड़ती हैं कविताएँ, तो कभी सड़क के पत्थरों के बीच यूँ ही उग आती हैं। कविता के अलग अलग रूपों को समर्पित है, हमारी पॉडकास्ट शृंखला - प्रतिदिन एक कविता। कीजिये एक नई कविता के साथ अपने हर दिन की शुरुआत।
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Savdhan Hindustan

livehindustan - HT Smartcast

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साप्ताहिक
 
हमारे आस-पास कब क्या वारदात हो जाए कौन आपका दुश्मन साबित हो जाए ये जानना मुश्किल है। जब जुर्म दस्तक देता है तो उसकी आवाज़ बहुत कम पर रफ़्तार तेज़ होती है, लेकिन उसके शुरू होने के 4 मुख्य कारण होते हैं, पहला - लालच, दूसरा - मोह, तीसरा - माया यानि पैसा और शोहरत, चौथा - बदला। इस श्रंखला में अंकुश बख्शी पेश करेंगे अपराध जगत के तमाम मामलों की रिपोर्ट, सुनिए और सावधान रहिए।
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Din Bhar

Aaj Tak Radio

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रोज
 
Din Bhar is a daily news analysis podcast in Hindi language presented by Aaj Tak Radio. It covers issues ranging from Politics and international relations to health, society, cinema and sports. Did your regular prime time debate miss something that really matters to you? Close your day with Din Bhar, wherein we pick four big news stories of the day and analyse them with help of experts in a manner that is easy to understand. दिन भर के शोर के बाद शाम ढल गई है. हमारे यहां आइए. ख़बरों के सबसे अ ...
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Hi there beautiful! In my podcast, I bring you topics that are close to women's heart. Using research and storytelling (and poetry), I shed light on issues that are often ignored by the society, such as contribution of full time mothers, grey hair and society ki soch, challenges faced by working mothers. I hope that you will find your story reflected in my podcasts. I also have a weekly news (samachar) brief where you can catch up with the latest from the world. So join me on a new journey e ...
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Ek Tukda Zindagi Ka

HT Smartcast Originals

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साप्ताहिक
 
हमें ज़िन्दगी में एक दोस्त ऐसा ज़रूर चाहिए होता है जो हमारी problems को सुने और समझे भी, क्यूंकि बिना समझे ज्ञान तो सभी देतें हैं। एक टुकड़ा ज़िन्दगी का, में Ashish Bhusal आपके उस दोस्त की कमी पूरा करना चाहतें हैं। In each episode, Ashish will talk about a common yet pressing issue proposed by you. And he will share a few tips to resolve it. To get your issue featured and resolved on this podcast DM Ashish on Instagram @ashupanti. And to stay updated on Ek Tukda Zindagi ka follow us on FB, IG, T ...
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Bhalta Raja

Red FM

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Bhalta Raja - Musical presentation on the lines of Altaf Raja. RJ Ravi imitates Altaf like nobody else and uses the sarcasm to highlight important matters of the society.
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Maila Aanchal by Phanishwar Nath Renu

Audio Pitara by Channel176 Productions

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Hum lekar aaye hain aap logon ke liye ek bahut hi khaas audio series jo ki inspired hai “Maila Aanchal” upanyas se jiske lekhak hai “Phanishwar Nath Renu”. Aaiye samajhte hain gaon ki kathinaiyon, gareebi, zamindari pratha ke bare mein vistaar se Depak Yadav ke aawaz mein.Toh der kis baat ki shuru kariye sunana “Maila Anchal” sirf “Audio Pitara” par. #audiopitara #sunnazaroorihai #audio #series #rural #life #poverty #zamindari #system #mailaaanchal #books #society #culture #history
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Mauraya Samrajya ke sansthapak Chandragupt ne apni sujhbhujh aur himmat par Bharat ki taraf badhte videshi hamlavar Sikandar ko roka tha. Isi Chandragupt ko kendra mein rakh kar Jayshankar Prasad ne 'Chandragupt' shirshak se natak ki rachna ki hai, jisme Bharatiya itihaas, darshan evam sanskriti ki jhalak milti hai. Aise hi, interesting audio stories aur podcast suniye only on Audio Pitara par. #chandragupt #journey #power #struggles #sacrifices #ancient #india #epic #audiopitara #sunnazaroo ...
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Skandgupt by Jai Shankar Prasad

Audio Pitara by Channel176 Productions

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“Skandagupta" is a drama by the poet "Jaishankar Prasad". The play revolves around the historical figure Skandagupta, a "Gupta dynasty" emperor who ruled in ancient India. The play explores Skandagupta's challenges and commitment to upholding justice and righteousness through the dramatic narrative. The drama delves into themes of leadership, duty, and patriotism while also depicting the personal struggles and decisions faced by Skandagupta. Skandagupta" is a drama written by Hindi poet and ...
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Saadat Hasan Manto was a renowned Urdu writer who gained fame for his stories with a touch of mystery and cool detachment. And now, Audio Pitara has brought to you 'Saadat Hasan Manto,' featuring "25 Sarvshreshth Kahaniyaan" a Hindi audiobook narrated by Kishore and his team. Experience Manto's intriguing tales, where you will discover the true meaning of love and passion—a must-listen audiobook exclusively on "Audio Pitara”. These captivating stories, including "Thanda Gosht”, "Toba Tek Sin ...
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Pratinidhi Kahaniyan : Ismat Chugtai

Audio Pitara by Channel176 Productions

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Paish hai aapke liye brand new series ‘’Pratinidhi kahaniyan’’ jo likhi gayi hain ek bahut hi jaani-maani lekhika, upanyaskar,aur bahut hi achhi film nirmata Ismat Chugtai dwara. Iss series main honge 14 interesting episodes jisme aap janenge muslim dharm ke bare main,lekhika ke jeewan ke baare main aur bhi bahut kuch khaas, toh rukna kisliye? Shuru kariye sari sunana or janiye Ismat Chugtai ke bare main sirf ‘’Audio Pitara’’ par. Stay Updated on our shows at audiopitara.com and follow us on ...
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show series
 
एग्जिट पोल के मुताबिक विपक्ष गठबंधन कहां चूक गया और बीजेपी ने कैसे बाजी मार ली, यूपी में क्यों एक्सपेक्टेड नंबर नहीं अचीव कर पाया इंडिया अलायंस, वेस्ट बंगाल में बीजेपी कैसे आगे निकली, एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में कैसे बनाई बढ़त, साउथ में बीजेपी ने कैसे लगाई सेंध और कर्नाटक में क्यों पिछड़ी कांग्रेस? सुनिए 'दिन भर' के स्पेशल एपिसोड में जमशेद क़मर सि…
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मैं बुद्ध नहीं बनना चाहता | शहंशा आलम मैं बुद्ध नहीं बनना चाहता तुम्हारे लिए बुद्ध की मुस्कराहट ज़रूर बनना चाहता हूँ बुद्ध मर जाते हैं जिस तरह पिता मर जाते हैं किसी जुमेरात की रात को बुद्ध की मुस्कान लेकिन जीवित रहती है हमेशा मेरे होंठों पर ठहरकर जिस मुस्कान पर तुम मर मिटती हो तेज़ बारिश के दिनों में।…
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करीब डेढ़ महीने में क्या चुनावी नैरेटिव बदल गया, बीजेपी-कांग्रेस की आमने-सामने की लड़ाई में इस बार क्या होगा, दिल्ली में पानी की खपत कितनी है, देश में जल संकट कितना गहरा है, डोनाल्ड ट्रंप के सियासी करियर पर क्या लगा सकता है ब्रेक और न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले का अमेरिका की इंटर्नल पॉलिटिक्स में क्या होगा असर? सुनिए आज के 'दिन भर' में जमशेद क़मर सिद्दी…
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नई धारा एकल के इस एपिसोड में देखिए सुप्रसिद्ध अभिनेता सौरभ शुक्ला द्वारा रामधारी सिंह 'दिनकर' की रचना, 'रश्मिरथी' में से एक अंश। पूरा वीडियो यहाँ देखें https://www.youtube.com/watch?v=7aNxHAolIUs नई धारा एकल श्रृंखला में अभिनय जगत के सितारे, अपने प्रिय हिन्दी नाटकों में से अंश प्रस्तुत करते हैं और साथ ही साझा करते हैं उन नाटकों से जुड़ी अपनी व्यक्त…
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गीत | डॉ श्योराज सिंह 'बेचैन' मज़दूर-किसानों के अधर यूँ ही कहेंगे। हम एक थे, हम एक हैं, हम एक रहेंगे।। मज़हब, धर्म के नाम पर लड़ना नहीं हमें। फिर्को में जातियों में बिखरना नहीं हमें |। हम नेक थे, हम नेक हैं, हम नेक रहेंगे । समता की भूख हमसे कह रही है अब उठो। सामन्तों, दरिन्दों की बढ़ो, रीढ़ तोड़ दो ।। अपने हकूक दुश्मनों से लेके रहेंगे | कैसा अछूत-छूत…
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झारखंड में सीता सोरेन के सहारे बीजेपी क्या गुल खिलाएगी, निशिकांत दुबे को गोड्डा सीट पर कितनी टक्कर मिल रही है, नेताओं की तरफ से कैसे हेलिकॉप्टर के लिए अप्रोच किया जाता है, नेताओं की पहली पसंद कौन से हेलिकॉप्टर हैं, चीन भारत के खिलाफ प्रोपगेंडा करते हुए कैसे पकड़ा गया और चीन इसे अंजाम कैसे देता है? सुनिए आज के 'दिन भर' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.…
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सूरज | आकांक्षा पांडे तुम, हां तुम्हीं तुमसे कुछ बताना चाहती हूँ। माना अनजान हूं दिखती नादान हूं कुछ ज्यादा कहने को नहीं है कोई बड़ा फरमान नही है बस इतना दोहराना है जग में सबने जाना है पीड़ा घटे बताने से रात कटे बहाने से लेकिन की थोड़ी कंजूसी करके इतनी कानाफूसी बात का बतंगड़ बनाया ऐसा मायाजाल पिरोया कि अब डरते हो तुम कहने से अपने मन की देने दुहाई त…
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नीतीश कुमार की नालंदा में क्यों होगी कड़ी परीक्षा, पवन सिंह ने कैसे बढ़ाई उपेंद्र कुशवाहा की मुश्किलें, लाहौर घोषणा पत्र क्या है, नवाज शरीफ क्या भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं, नवाज शरीफ क्या फिर से पीएम बनने वाले हैं, देश के अलग-अलग कोनों में प्रकृति कहर क्यों देखने को मिल रहा है और शहरों में रात के वक्त तापमान कम ना होने की वजह क्या है? स…
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अँधेरा भी एक दर्पण है | अनुपम सिंह अँधेरा भी एक दर्पण है साफ़ दिखाई देती हैं सब छवियाँ यहाँ काँटा तो गड़ता ही है फूल भी भय देता है कभी नहीं भूली अँधेरे में गही बाँह पृथ्वी सबसे उच्चतम बिन्दु पर काँपी थी जल काँपा था काँपे थे सभी तत्त्व वह भी एक महाप्रलय था आँधेरे से सन्धि चाहते दिशागामी पाँव टकराते हैं आकाश तक खिंचे तम के पर्दे से जीवन-मृत्यु और भय …
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वेस्ट बंगाल के शहरी इलाकों में बीजेपी क्यों हार जाती है, क्या बीजेपी फिर से बंगाल में अपना पुराना प्रदर्शन दोहरा पाएगी, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने किस आधार पर CBI कोर्ट के फैसले को पलटा और राम रहीम पर और कौन से मामले हैं, राजनीतिक दलों को वोटर्स का डेटा कैसे मिलता है और डेटा के सहारे क्या लोगों का मन बदला जा सकता है? सुनिए आज के 'दिन भर' में जमशेद क़…
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टहनियाँ | जयप्रकाश कर्दम काटा जाता है जब भी कोई पेड़ बेजान हो जाती हैं टहनियां बिना कटे ही पेड़ है क्योंकि टहनियां हैं टहनियां हैं क्योंकि पेड़ है अर्थहीन हैं एक दूसरे के बिना पेड़ और टहनियां ठूंठ हो जाता है पेड़ टहनियों के अभाव में टहनियां हैं पेड़ का कुनबा पेड़ ने देखा है अपने कुनबे को बढते हुए टहनियों ने देखा है पेड़ को कटते हुए कटकर गिरने से पह…
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दिल्ली से लेकर राजकोट तक कौन है अग्निकांड का जिम्मेदार और प्रशासन की तरफ से कौन से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, हिमाचल प्रदेश में किस मुद्दे का है शोर और क्या है राज्य के सियासी समीकरण, रेमल साइक्लोन का क्या असर देखने को मिल रहा है और प्रशासन की तरफ से इसको लेकर क्या है तैयारी? सुनिए आज के 'दिन भर' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ. प्रड्यूसर - अंकित द्वि…
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बच्चे यहां आए तो थे अपनी खुशियां तलाशने लेकिन उन्हे क्या पता की मौत उनकी तलाश में बैठी हुई है...जी हां गुजरात के शहर राजकोट के एक मॉल में टीआरपी नाम के गेम ज़ोन में हुए अग्निकांड में अब तक 28 लोगों की लाशें मिल चुकी हैं...इनमें से 25 मरने वालों की पहचान हो चुकी है और उनमें चार 12 साल से कम उम्र के बच्चे हैं...अब तो इस मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने स…
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एक अविश्वसनीय सपना - विश्वनाथ प्रसाद तिवारी एक दिन उसने सपना देखा बिना वीसा बिना पासपोर्ट सारी दुनिया में घूम रहा है वह न कोई सरहद, न कोई चेकपोस्ट समुद्रों और पहाड़ों और नदियों और जंगलों से गुज़रते हुए उसने अद्भुत दृश्य देखे... आकाश के, बादलों और रंगों के... अक्षत यौवना प्रकृति उसके सामने थी... निर्भय घूम रहे थे पशु पक्षी। पुरुष स्त्री बच्चे क्या शह…
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रोक सको तो रोको | पूनम शुक्ला उछलेंगी ये लहरें अपनी राह बना लेंगी ये बल खाती सरिताएँ अपनी इच्छाएँ पा लेंगी रोको चाहे जितना भी ये झरने शोर मचाएँगे रोड़े कितने भी डालो कूद के ये आ जाएँगे चाहे ऊँची चट्टानें हों विहंगों का वृंद बसेगा सूखती धरा भले हो पुष्पों का झुंड हँसेगा हो रात घनेरी जितनी रोशनी का पुंज उगेगा रोक सको तो रोको यम भी विस्मित चल देगा डाल…
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घर-बार छोड़कर संन्यास नहीं लूंगा | विनोद कुमार शुक्ल घर-बार छोड़कर संन्यास नहीं लूंगा अपने संन्यास में मैं और भी घरेलू रहूंगा घर में घरेलू और पड़ोस में भी। एक अनजान बस्ती में एक बच्चे ने मुझे देखकर बाबा कहा वह अपनी माँ की गोद में था उसकी माँ की आँखों में ख़ुशी की चमक थी कि उसने मुझे बाबा कहा एक नामालूम सगा।…
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AAP और कांग्रेस के बीच फ्रेंडली फाइट या सीधी टक्कर है, BJP के लिए पंजाब की लड़ाई कितनी मुश्किल, जेल में बंद अमृतपाल की सीट पर चुनावी हिसाब-किताब क्या है, चीन और ताइवान के बीच तनाव की सिचुऐशन कैसे बनी, चाइना के आक्रामक रूख को ताइवान में कैसे देखा जा रहा है, सरकार की तरफ से जारी बेरोजगारी के आंकड़े क्या कहते हैं और किन राज्यों में बेरोजगारी की हालत च…
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अग्निपथ | हरिवंश राय बच्चन वृक्ष हों भले खड़े, हों घने हों बड़े, एक पत्र छाँह भी, माँग मत, माँग मत, माँग मत, अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ। तू न थकेगा कभी, तू न रुकेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ, अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ। यह महान दृश्य है, चल रहा मनुष्य है, अश्रु स्वेद रक्त से, लथपथ लथपथ लथपथ, अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।…
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अरविंद केजरीवाल दिल्ली की लोकसभा सीटों पर कितना असर छोड़ पाएंगे, मनोज तिवारी और कन्हैया की फाइट कितनी है टाइट, कलकत्ता हाईकोर्ट ने किस आधार पर OBC आरक्षण का सर्टिफिकेट रद्द किया, कोर्ट का फैसला तो आ गया लेकिन ये लागू कैसे होगा, ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक ने अर्ली इलेक्शंस का ऐलान क्यों किया है और लेबर पार्टी किन मुद्दों पर सुनक को घेरने की…
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फ़ागुन का गीत | केदारनाथ सिंह गीतों से भरे दिन फागुन के ये गाए जाने को जी करता! ये बाँधे नहीं बँधते, बाँहें रह जातीं खुली की खुली, ये तोले नहीं तुलते, इस पर ये आँखें तुली की तुली, ये कोयल के बोल उड़ा करते, इन्हें थामे हिया रहता! अनगाए भी ये इतने मीठे इन्हें गाएँ तो क्या गाएँ, ये आते, ठहरते, चले जाते इन्हें पाएँ तो क्या पाएँ ये टेसू में आग लगा जाते, …
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पूर्वांचल में इस बार के सियासी समीकरण क्या हैं, क्या सपा अपना विधानसभा वाला प्रदर्शन बरक़रार रख पाएगी? हरियाणा में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कौन से मुद्दे हावी हैं और बदली परिस्थितियों में क्या बीजेपी सूबे में फिर से क्लीन स्वीप कर पाएगी, ड्राइविंग लाइसेंस रूल्स में कौन से बदलाव होने हैं और इसमें प्राइवेट कंपनियों का क्या रोल रहने वाला है? सुनिए आज …
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नई धारा एकल के इस एपिसोड में देखिए मशहूर अभिनेता मनोज पाहवा द्वारा मोहन राकेश के नाटक, 'आधे-अधूरे' में से एक अंश। नई धारा एकल श्रृंखला में अभिनय जगत के सितारे, अपने प्रिय हिन्दी नाटकों में से अंश प्रस्तुत करेंगे और साथ ही साझा करेंगे उन नाटकों से जुड़ी अपनी व्यक्तिगत यादें। दिनकर की कृति ‘रश्मिरथी’ से मोहन राकेश के नाटक ‘आषाढ़ का एक दिन’ तक और धर्मव…
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सच है, विपत्ति जब आती है | रामधारी सिंह दिनकर सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं। मुख से न कभी उफ कहते हैं, संकट का चरण न गहते हैं, जो आ पड़ता सब सहते हैं, उद्योग-निरत नित रहते हैं, शूलों का मूल नसाने को, बढ़ खुद विपत्ति पर छाने को। है कौ…
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बिहार के सीवान में हिना शाहब किसका गेम खराब करेंगी, जातिगत जनगणना का मामला ठंडा क्यों पड़ गया, पुणे कार एक्सीडेंट केस में अब तक क्या पता चल पाया है, पुलिस इस केस को लेकर अब कैसे आगे बढ़ने वाली है और इस मामले में क़ानून में क्या प्रावधान हैं, ईरान में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर आ रही तरह-तरह की थ्योरी की सच्चाई क्या है और अमेरिका ईरान की मदद करने स…
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चिट्ठी है किसी दुखी मन की | कुँवर बेचैन बर्तन की यह उठका-पटकी यह बात-बात पर झल्लाना चिट्ठी है किसी दुखी मन की। यह थकी देह पर कर्मभार इसको खाँसी, उसको बुखार जितना वेतन, उतना उधार नन्हें-मुन्नों को गुस्से में हर बार, मारकर पछताना चिट्ठी है किसी दुखी मन की। इतने धंधे! यह क्षीणकाय- ढोती ही रहती विवश हाय खुद ही उलझन, खुद ही उपाय आने पर किसी अतिथि जन के …
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शिंदे की कल्याण सीट पर क्या सेंटिमेंट देखने को मिल रहा है, प्याज ने इस बार किस गठबंधन को ज्यादा रूलाया है, ईरान के हेलिकॉप्टर क्रैश में अब तक क्या पता चला है, इब्राहिम रईसी के उत्तराधिकारी कौन हैं, रईसी के भारत के साथ रिश्ते कैसे थे, RBI सरकार को 1 लाख करोड़ क्यों दे रहा है और आरबीआई की कमाई कैसे होती है? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ…
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भोपाल की लड़की, पलवल का लड़का, मनाली का होटल, कमरा नंबर 302 और बैग में लाश… क्राइम कथा में आज जानेंगे सोशल मीडिया वाले एक प्यार के अंत की खौफनाक कहानी। साथ ही जानेंगे कातिल के बारे में जिसने पुलिस वालों को भी हैरान कर दिया था। कातिल कैसे पकड़ा गया.. इसके बारे में अगर आप जानेंगे तो आपका भी माथा चकरा जाएगा। आख़िर कौन थी लड़की? मनाली के होटल में क्या …
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नीड़ का निर्माण | हरिवंश राइ बच्चन नीड़ का निर्माण फिर-फिर, नेह का आह्वान फिर-फिर! वह उठी आँधी कि नभ में छा गया सहसा अँधेरा, धूलि धूसर बादलों ने भूमि को इस भाँति घेरा, रात-सा दिन हो गया, फिर रात आ‌ई और काली, लग रहा था अब न होगा इस निशा का फिर सवेरा, रात के उत्पात-भय से भीत जन-जन, भीत कण-कण किंतु प्राची से उषा की मोहिनी मुस्कान फिर-फिर! नीड़ का निर्…
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गुन गाऊँगा | अरुण कमल गुन गाऊँगा फाग के फगुआ के चैत के पहले दिन के गुन गाऊँगा गुड़ के लाल पुओं और चाशनी में इतराते मालपुओं के गुन गाऊँगा दही में तृप्त उड़द बड़ों और भुने जीरों रोमहास से पुलकित कटहल और गुदाज़ बैंगन के गुन गाऊँगा होली में घर लौटते जन मजूर परिवारों के गुन भाँग की सांद्र पत्तियों और मगही पान के नर्म पत्तों सरौतों सुपारियों के गुन गाऊँगा…
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साहिल और समंदर | सरवर ऐ समंदर क्यों इतना शोर करते हो क्या कोई दर्द अंदर रखते हो यूं हर बार साहिल से तुम्हारा टकराना किसी के रोके जाने के खिलाफ तो नहीं पर मुझको तुम्हारी लहरें याद दिलाती हैं कोशिश से बदल जाते हैं हालात तुमने ढाला है साहिलों को बदला है उनके जबीनों को मुझको ऐसा मालूम पड़ता है कि तुम आकर लेते हो बौसा साहिलों के हज़ार ये मोहब्बत है तुम्हा…
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केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार पर किन धाराओ में मामला दर्ज किया गया है, विभव कुमार के लिए लीगल रास्ता क्या है, ओडिशा में किन मुद्दों का ज़ोर और शोर है, वीके पांडियन की वजह से नवीन पटनायक को कोई मुश्किल हो सकती है क्या और अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर का इंडिया पर क्या इंपैक्ट होगा? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ. प्रड्यूसर - अंकित द्वि…
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फ़र्नीचर | अनामिका मैं उनको रोज़ झाड़ती हूँ पर वे ही हैं इस पूरे घर में जो मुझको कभी नहीं झाड़ते! रात को जब सब सो जाते हैं— अपने इन बरफाते पाँवों पर आयोडिन मलती हुई सोचती हूँ मैं— किसी जनम में मेरे प्रेमी रहे होंगे फ़र्नीचर, कठुआ गए होंगे किसी शाप से ये! मैं झाड़ने के बहाने जो छूती हूँ इनको, आँसुओं से या पसीने से लथपथ- इनकी गोदी में छुपाती हूँ सर- एक …
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बिहार में 5वें फेज में कौन-कौन अपना गढ़ बचा पाएगा, चिराग पासवान को क्या पशुपति पारस का साथ मिलेगा, रोहिणी आचार्य क्या राजीव प्रताप सिंह रूडी को चुनौती दे पाएंगी, ममता को अब INDIA अलांयस की याद क्यों आई और पुतिन-जिनपिंग की मुलाकात के मायने क्या हैं? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ. प्रड्यूसर - अंकित द्विवेदी साउंड मिक्स - सचिन…
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दुआ | मनमीत नारंग कतरनें प्यार की जो फेंक दीं थी बेकार समझकर चल चुनें तुम और मैं हर टुकड़ा उस नेमत का और बुनें एक रज़ाई छुप जाएं सभी उसमें आज तुम मेरे सीने पे मैं उसके कंधे पर सिर रखकर रो लें ज़रा कुछ हँस दें ज़रा यूँ ही ज़िंदगी गुज़र बसर हो जाएगी शायद यह दुनिया बच जाएगीद्वारा Nayi Dhara Radio
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यूपी के बाहुबलियों का रुझान किधर है और बाहुबलियों जरूरत हर दल को क्यों हैं, मुंबई की 6 सीटों पर शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है, मराठी बनाम गुजराती का किसे मिलेगा लाभ, उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में आ रही दुश्वारियां क्या हैं और दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए विदेशियों में क्यों मची है होड़? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाक…
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दही जमाने को, थोड़ा-सा जामन देना | यश मालवीय मन अनमन है, पल भर को अपना मन देना दही जमाने को, थोड़ा-सा जामन देना सिर्फ़ तुम्हारे छू लेने से चाय, चाय हो जाती धूप छलकती दूध सरीखी सुबह गाय हो जाती उमस बढ़ी है, अगर हो सके सावन देना दही जमाने को, थोड़ा-सा जामन देना नहीं बाँटते इस देहरी उस देहरी बैना तोता भी उदास, मन मारे बैठी मैना घर से ग़ायब होता जाता, आँगन द…
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PM मोदी ने वाराणसी को क्यों चुना, पिछले 10 सालों में बनारस कितना बदला, पीएम मोदी क्यों भावुक हो गए, वायरल मीम पर क्या बोले मोदी, मुंबई के घाटकोपर में हादसा कैसे हुआ, रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या कठिनाई सामने आ रही है और भारत-ईरान की बीच हुई डील पर अमेरिका क्यों भड़क गया है? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ. प्रड्यूसर - अंकित द्विवेदी साउंड म…
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तमाशा | मदन कश्यप सर्कस में शेर से लड़ने की तुलना में बहुत अधिक ताकत और हिम्मत की ज़रूरत होती है जंगल में शेर से लड़ने के लिए जो जिंदगी की पगडंडियों पर इतना भी नहीं चल सका कि सुकून से चार रोटियाँ खा सके वह बड़ी आसानी से आधी रोटी के लिए रस्सी पर चल लेता है। तमाशा हमेशा ही सहज होता है क्योंकि इसमें बनी-बनायी सरल प्रक्रिया में चीजें लगभग पूर्व निर्धार…
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जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी दिख रही है क्या, माधवी लता क्या ओवैसी को टक्कर देती दिख रही हैं, अखिलेश यादव की कन्नौज सीट पर आज क्या हुआ, श्रीनगर में कैसा था चुनावी माहौल, Pok में प्रदर्शन कर रहे लोगों की क्या डिमांड है, इस प्रोटेस्ट के पीछे कौन से चेहरे हैं और क्या तितलियों के मरने से इंसानों को भी है खतरा? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन …
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मोहब्बत वैसे तो बहुत अच्छी शय है लेकिन जब नाजायज और रिश्तों को दागदार करने वाली हो तो बेहद खतरनाक हो जाती है.. मध्यप्रदेश का जबलपुर जहां 9 मई 2024 को एक नाबालिग लड़की अपने परिजनों के साथ शादी समारोह में शामिल होने के लिए खमरिया इलाके के बीरनेर गांव आती है... इसी दौरान वह रिश्ते में लगने वाले फूफा विक्रम सिंह के साथ घर से बाहर निकल गई... जब देर रात …
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जड़ें | राजेंद्र धोड़पकर हवा में बिल्कुल हवा में उगा पेड़ बिल्कुल हवा में, ज़मीन में नहीं बादलों पर झरते हैं उसके पत्ते लेकिन जड़ों को चाहिए एक आधार और वे किसी दोपहर सड़क पर चलते एक आदमी के शरीर में उतर जाती हैं उसके साथ उसके घर जाती हैं जड़ें और फैलती हैं दीवारों में भी आदमी झरता जाता है दीवारों के पलस्तर-सा जब भी बारिश होती है उसके स्वप्नों में प…
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संयोग | शहंशाह आलम यह संयोगवश नहीं हुआ कि मैंने पुरानी साइकिल से पुराने शहरों की यात्राएं कीं ख़ानाबदोश उम्मीदों से भरी इस यात्रा में संयोग यह था कि तुम्हारा प्रेम साथ था मेरे तुम्हारे प्रेम ने मुझे अकेलेपन से मुठभेड़ नहीं होने दिया एक संयोग यह भी था कि मेरा शहर जूझ रहा था अकेलेपन की उदासी से तुम्हारे ही इंतज़ार में और मेरे शहर का नाम तुमने खजुराहो…
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वहाँ नहीं मिलूँगी मैं | रेणु कश्यप मैंने लिखा एक-एक करके हर अहसास को काग़ज़ पर और सँभालकर रखा उसे फिर दरअस्ल, छुपाकर मैंने खटखटाया एक दरवाज़ा और भाग गई फिर डर जितने डर उतने निडर नहीं हम छुपते-छुपाते जब आख़िर निकलो जंगल से बाहर जंगल रह जाता है साथ ही आसमान से झूठ बोलो या सच समझ जाना ही है उसे कि दोस्त होते ही हैं ऐसे। मेरे डरों से पार एक दुनिया है तु…
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केजरीवाल को किस आधार पर अंतरिम जमानत मिली, इससे इंडिया अलांयस को कितना चुनावी लाभ मिलेगा,नरेंद्र दाभोलकर का पूरा केस क्या था, पुणे की अदालत ने किस आधार पर आरोपियों को बरी किया, ममता बनर्जी के लिए इस बार लड़ाई थोड़ी मुश्किल है क्या, यूसूफ पठान क्या अधीर रंजन चौधरी को टक्कर दे पाएंगे और देश के जलाशयों में पानी का लेवल इतनी तेज़ी से क्यों गिर रहा है? …
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यदि चुने हों शब्द | नंदकिशोर आचार्य जोड़-जोड़ कर एक-एक ईंट ज़रूरत के मुताबिक लोहा, पत्थर, लकड़ी भी रच-पच कर बनाया है इसे। गोखे-झरोखे सब हैं दरवाज़े भी कि आ-जा सकें वे जिन्हें यहाँ रहना था यानी तुम। आते भी हो पर देख-छू कर चले जाते हो और यह तुम्हारी खिलखिलाहट से जिसे गुँजार होना था मक़्बरे-सा चुप है। सोचो, यदि यह मक़्बरा हो भी तो किस का? और ईंटों की …
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आंध्र प्रदेश में कौन किस पर भारी है और तीन राजधानी के मुद्दे का किसको मिलेगा लाभ, बिहार की सियासत में क्यों फल-फूल रहा है परिवारवाद,चौथे फेज में बिहार में कौन-कौन सी सीटों पर तगड़ी फाइट दिख रही है, प्रवासी भारतियों के भेज पैसे का इंडिया की इकोनॉमी पर क्या असर पड़ता है? सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ. प्रड्यूसर - अंकित द्विवेदी साउंड मि…
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धूप | रूपा सिंह धूप!! धधकती, कौंधती, खिलखिलाती अंधेरों को चीरती, रौशन करती। मेरी उम्र भी एक धूप थी अपनी ठण्डी हड्डियों को सेंका करते थे जिसमें तुम! मेरी आत्मा अब भी एक धूप अपनी बूढ़ी हड्डियों को गरमाती हूँ जिसमें। यह धूप उतार दूँगी, अपने बच्चों के सीने में ताकि ठण्डी हड्डियों वाली नस्लें इस जहाँ से ही ख़त्म हो जाएँ।…
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हरियाणा में नंबर गेम किसके साथ है, निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी से समर्थन क्यों वापस लिया, मायावती ने आकाश आनंद के पर क्यों कतर दिए, आकाश आनंद को साइडलाइन करने के पीछे मायावती की स्ट्रेटजी क्या है, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस के क्रू मेंबर्स एक साथ सिक लीव पर क्यों चले गए और एविएशन सेक्टर में अभी किस तरह की दिक्कतें चल रही हैं? सुनिए आज के 'द…
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नई धारा एकल के इस एपिसोड में देखिए मशहूर अभिनेत्री लवलीन मिश्रा द्वारा, हज़रत आवारा द्वारा अनुदित मौलियर के नाटक, 'कंजूस' में से एक अंश। नई धारा एकल श्रृंखला में अभिनय जगत के सितारे, अपने प्रिय हिन्दी नाटकों में से अंश प्रस्तुत करेंगे और साथ ही साझा करेंगे उन नाटकों से जुड़ी अपनी व्यक्तिगत यादें। दिनकर की कृति ‘रश्मिरथी’ से मोहन राकेश के नाटक ‘आषाढ़…
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चिड़िया | रामदरश मिश्रा चिड़िया उड़ती हुई कहीं से आयी बहुत देर तक इधर उधर भटकती हुई अपना घोंसला खोजती रही फिर थक कर एक जली हुई डाल पर बैठ गयी और सोचने लगी- आज जंगल में कोई आदमी आया था क्‍या?द्वारा Nayi Dhara Radio
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